मुंबई
26 जुलाई को जिस तरह से मंगलुरु के बेल्लारे में भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के शहर अध्यक्ष प्रवीण नेट्टारू (32) की हत्या हुई है, उससे फिर साबित हुआ कि ऐसी वारदात को अंजाम देने वाले एक ही पैटर्न पर चल रहे हैं। मंगलुरु में हुआ यह हत्याकांड, उदयपुर और अमरावती में हुए मर्डर केस जैसा ही है। तीनों मामलों में आरोपी और पीड़ित भले ही अलग-अलग हों, लेकिन हत्या का तरीका, दिन और वजह लगभग एक जैसी ही है।
पड़ताल में तीनों ही वारदातों में एक-दो नहीं बल्कि 12 समानताएं पाई गईं। एक महीने के दरम्यान इन हत्याओं ने कहीं न कहीं देश में क्राइम के एक नए पैटर्न को मजबूत किया है। हैरानी की बात ये भी है कि पूर्व की वारदातों में आरोपियों के पकड़े जाने के बावजूद इस पैटर्न के मास्टरमाइंड का पुख्ता पता नहीं चल पा रहा है।
आइए आपको बताते हैं कि उदयपुर, अमरावती और मंगलुरु में हुई हत्याओं में कौन सी 12 समानताएं पाई गई हैं।
‘यह हेट स्पीच नहीं, हेट रिलीजियस क्राइम है’
एक जैसे पैटर्न पर हो रही इन हत्याओं को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व DGP विक्रम सिंह ने कहा कि यह हेट रिलीजियस क्राइम है। उन्होंने कहा,’तीनों हत्याकांड में शामिल आरोपी कट्टर धार्मिक विचारधारा को मानने वाले थे। धार्मिक उन्माद को आधार बनाकर इन्हें बाकायदा हत्या के लिए उकसाया और प्रशिक्षित किया गया। वारदात का तरीका धीरे-धीरे एक संगठित अपराध बनता जा रहा है और इसका इन्वेस्टिगेशन एक अलग पैटर्न पर होना चाहिए।
विक्रम सिंह ने आगे कहा, ’आपके द्वारा निकाले इन पॉइंट्स पर एक रोडमैप बनाते हुए जांच एजेंसीज को काम करना चाहिए। उन्हें अपनी पड़ताल में यह देखना चाहिए कि कहां इन्हें कट्टरता भरने की ट्रेनिंग दी गई और इसको लेकर कैसे फंडिंग हुई।’
मंगलवार पैटर्न पर एजेंसीज करें जांच
विक्रम सिंह ने आगे बताया, ’सभी आरोपियों को यह पता था कि पकड़े जाने पर उन्हें फांसी भी हो सकती है। ऐसे में उनका माइंडवॉश किस तरह से किया गया, इसकी जांच भी होनी चाहिए। जांच एजेंसीज को मंगलवार के दिन ही इन हत्याओं के होने को लेकर विशेष पूछताछ करनी चाहिए। यह सिर्फ एक इत्तेफाक नहीं हो सकता है। हमने धार्मिक उन्माद देखा, साम्प्रदायिक दंगे देखे हैं, उकसा कर बम विस्फोट करते हुए देखा है। रैडिकलाइज करके किसी का गला काटने का कृत्य देश में पहली बार देखने को मिला है।
दुनिया के कुछ देशों में दिखा नया पैटर्न
उन्होंने कहा, ‘यह पैटर्न हमने भारत से पहले अफगानिस्तान में देखा था। इसके अलावा इंग्लैंड में एक मरीन ऑफिसर का सिर भी इसी पैटर्न पर काटा गया था। लंदन में भी एक स्टैबिंग इसी पैटर्न पर हुई थी। बेहद कट्टरपंथी लोग इस तरह की सजा की वकालत करते आए हैं। इन कट्टर सोच वाले लोगों को यह समझाया जाता है कि इर्शनिंदा करने वालों का गला ही काटना चाहिए।’
उदयपुर में दर्जी का ऐसे काटा गया गला
उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की दुकान में आरोपी कपड़ों के लिए नाप देने के बहाने घुसे और धारदार हथियार से वार कर कन्हैया की हत्या कर दी।
राजस्थान के उदयपुर में 28 जून (मंगलवार) की शाम को दो लोगों ने तालिबानी तरीके से गला काटकर दर्जी कन्हैयालाल की हत्या कर दी थी। कन्हैया ने 10 दिन पहले नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डाला था। 2 हमलावर दिनदहाड़े दुकान में घुसे और धारदार हथियार से कई वार कर कन्हैया का सिर धड़ से जुदा कर दिया।
इस मामले की जांच अब नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) कर रही है। आरोपियों ने हत्या का पूरा वीडियो भी बनाया था और इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर हत्या की जिम्मेदारी ली है। वीडियो में उन्होंने PM नरेंद्र मोदी तक को धमकी दे डाली।
अमरावती के केमिस्ट उमेश को बीच सड़क पर मारा गया
अमरावती के उमेश कोल्हे के मर्डर से जुड़े वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं।
महाराष्ट्र के अमरावती में 21 जून को दवा व्यापारी उमेश कोल्हे की हत्या उनकी शॉप से कुछ दूर पर हुई थी। रात तकरीबन 10 बजे घात लगाकर बैठे तीन आरोपियों ने उन्हें बीच सड़क पर रोका और फिर चाकू से गले पर वार कर मौत के घात उतार दिया। उमेश ने भी सोशल मीडिया पर BJP की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट लिखी थी। इस मामले की जांच भी NIA कर रही है और फिलहाल अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
दुकान के पास हुई BJP नेता प्रवीण की हत्या
बाइक पर आए लोगों ने भाजपा युवा मोर्चा के शहर अध्यक्ष प्रवीण नेट्टारू की 26 जुलाई को दुकान से लौटते समय हत्या कर दी थी।
26 जुलाई को मंगलुरु के बेल्लारे में भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के शहर अध्यक्ष प्रवीण नेट्टारू (32) की उनकी पोल्ट्री शॉप के बाहर धारदार हथियार से काट कर हत्या हुई थी। वे दुकान बंद कर सिर्फ 50 कदम ही आगे बढ़े थे कि एक बाइक पर सवार तीन लोग वहां पहुंचे और प्रवीण पर हमला बोल दिया।
पुलिस के मुताबिक, हमलावरों ने हत्या के लिए कुल्हाड़ी का भी इस्तेमाल किया था। प्रवीण ने 29 जून को टेलर कन्हैया लाल की हत्या के विरोध में सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी। इसमें उन्होंने एक स्केच भी शेयर किया था। प्रवीण की हत्या के मामले में अब तक 2 लोगों को कर्नाटक और केरल से गिरफ्तार किया गया है।
NIA की नजर में ये आतंकी वारदात
NIA ने अमरावती और उदयपुर के मामले में UAPA 1967 की धारा 16, 18 और 20 के तहत मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 452, 302, 153 (A), 153 (B), 295 (A) और 34 के तहत मामला दर्ज हुआ है।
वहीं, प्रवीण नेट्टारू मर्डर केस NIA को सौंपने की संस्तुति राज्य सरकार की ओर से की जा चुकी है। माना जा रहा है कि जल्द केंद्रीय जांच एजेंसी इस मामले में केस दर्ज कर सकती है। NIA इसे एक आतंकी वारदात मानते हुए जांच को आगे बढ़ा रही है।