इंदौर।
गम्भीर बीमारी के कारण संघर्ष कर रहे लगभग 173 मरीजों को नई जिंदगी के लिए लंबे समय से अंगदान का इंतजार है । यह वह गम्भीर मरीज हैं, जिन्हें इनके परिजन चाहकर भी मेडिकल व अन्य तकनीकी कारणों के चलते अंगदान नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए ऐसे मरीजों का बेहतर स्वास्थ्य व जिंदगी अब अंगदान पर ही निर्भर है।
शहर के निजी अस्पतालों में इलाज कराने वाले मरीज व उनके परिजनों की सहमति से ऑर्गन डोनेशन सोसायटी महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज इंदौर (Medical, Mahatma Gandhi Medical College Indore) ने अंगदान की जरूरत के लिए निजी अस्पतालों के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करवाया है। ऑर्गन डोनेशन सोसायटी के रिकार्ड के अनुसार किडनी (Kidney) के 160 और लिवर (Liver) वाले 13 मरीज वेटिंग लिस्ट (प्रतीक्षा सूची) में हंै।
जिन अस्पतालों के मरीज अंगदान लेने की कतार में हैं उनमें सबसे ज्यादा चोइथराम हॉस्पिटल के हैं। इसके अलावा बॉम्बे हॉस्पिटल, अपोलो, सीएचएल, मेदांता, विशेष ज्यूपिटर, ग्रेटर कैलाश, शैल्बी अस्पताल हैं। जिन मरीजों को अंगदान की जरूरत है उनमें अधिकांश इंदौर, देवास सहित उज्जैन, धार, रतलाम के हैं।
किडनी बीमारी के प्रमुख लक्षण
नेफ्रोलॉजिस्ट डॉक्टर जयसिंह अरोरा के अनुसार किडनी सम्बंधित बीमारी के लक्षण शुरुआत में स्पष्ट तौर पर नजर नहीं आते। जब तक नजर आते हैं तब तक देर हो चुकी होती है। भोजन करने का मन न करना, उल्टी, उबकाई आना, लगातार कमजोरी महसूस होना, वजन घटते जाना, बीमारी के बढ़ते-बढ़ते पूरे शरीर में सूजन आ जाना, रात के समय सामान्य से ज्यादा बार पेशाब आना मुख्य कारण हैं।
किडनी बीमारी के कारण
किडनी, यानी गुर्दे की बीमारी होने का सबसे बड़ा प्रमुख कारण मधुमेह और हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) हैं। जब आपके खून में शुगर का लेवल बहुत अधिक होता है तो किडनी और हार्ट, साथ ही साथ खून की नसें, आंखों- मसूड़ों को नुकसान पहुंचाने लगता है।
लिवर खराब होने के प्रमुख कारण
डॉक्टर सुमित शुक्ला के अनुसार हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी, कुपोषण के कारण बच्चों का लिवर जल्दी खराब होने लगता है। इसके अलावा लंबे समय तक शराब का ज्यादा मात्रा में सेवन भी प्रमुख कारण है। जिन शराबियों का लिवर खराब होता है, उनमें से अधिकांश अपने लिवर की जांच भी नहीं करा पाते हैं, इस कारण बीमारी और बढ़ जाती है।
लिवर खराब होने की पहचान
बार-बार पीलिया होना, पेटदर्द, खाना नहीं पचना, बार-बार दस्त लगना, मतली आना, उल्टी होना, वजन कम होना, पैरों व पंजों पर सूजन आना। ऑर्गन डोनेशन सोसायटी इंदौर के रिकार्ड में रजिस्टर्ड 173 मरीजों को अंगदान की जरूरत है।
संजय दीक्षित
डीन, महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज, इंदौर