मुंबई
ताऊ ते तूफान के बाद मुंबई के समुंदर में भारत के 4 जहाज फंस गए हैं। इन जहाजों पर 710 लोग फंसे हैं और इनमें से अब तक 215 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। मुंबई से 175 किमी दूर हीरा फील्ड्स में बार्ज P-305 पर रेस्क्यू मिशन जारी है। इस पर सबसे ज्यादा 273 लोग सवार थे, इनमें से 177 को रेस्क्यू किया गया है।
बार्ज P-305 के रेस्क्यू में INS कोलकाता और INS कोच्चि जुटे हुए हैं। अगले कुछ घंटों में सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिए जाने की संभावना है। इनके अलावा बार्ज गाल कंस्ट्रक्टर पर 137 सवार थे। इनमें से 38 को रेस्क्यू किया गया था। दो जहाजों तक मदद पहुंच रही है।
नेवी हेलिकॉप्टर्स के जरिए बार्ज P-305 से लोगों को रेस्क्यू किया गया।
समुंदर में फंसे बाकी जहाजों की स्थिति
गॉल कंस्ट्रक्टर
नेवी के प्रवक्ता मेहुल कर्णिक ने बताया कि बार्ज P-305 पर रेस्क्यू का काम तेजी से चल रहा है और जल्दी ही सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। बार्ज गाल कंस्ट्रक्टर पर 137 लोग फंसे हैं। ये कोलबा पॉइंट से 48 नॉटिकल मील उत्तर की ओर फंसा है। यहां बचाव के लिए इमरजेंसी नौका वाटर लिली भेजी गई है। इसके अलावा CGS ,सम्राट भी यहां मदद के लिए पहुंच रहा है। इस पर से अब तक 38 लोगों को बचाया गया है।
कोलाबा पॉइंट से समुद्र में फंसा जहाज गाल कंस्ट्रक्टर।
बार्ज SS-3 और ऑयल रिग सागर भूषण
सागर भूषण पर 101 लोग फंसे हुए हैं और बार्ज SS-3 पर 196 लोग फंसे हुए हैं। ये दोनों जहाज पिवाव पोर्ट से 50 नॉटिकल मील दक्षिण-पूर्व में फंसे हुए हैं। इन पर मदद पहुंचाई जा रही है। INS तलवार को यहां रेस्क्यू मिशन के लिए रवाना किया गया है। नेवी के सर्विलांस एयरक्राफ्ट P8I और हेलिकॉप्टर्स के जरिए रेस्क्यू मिशन पर नजर रखी जा रही है।
एक दिन पहले बोट पर फंसे 4 मेंबर्स को बचाया गया
मांडर मधवाल ने कहा कि सोमवार को अरब सागर में चक्रवात की वजह से डावांडोल हुई भारतीय टगबोट कोरोमंडल सपोर्टर IX में फंसे 4 क्रू मेंबर्स को नौसेना के हेलिकॉप्टर के जरिए बचाया गया। उन्होंने कहा कि समुद्र में फंसे इस जहाज के मशीनरी वाले हिस्सों में पानी भर गया था, जिसकी वजह से यह आगे नहीं बढ़ पा रहा था। इसकी बिजली सप्लाई भी बंद हो गई थी।
उन्होंने बताया कि चक्रवात को देखते हुए भारतीय नौसेना के 11 गोताखोर दल तैयार रखे गए हैं। बारह बाढ़ राहत दल और मेडिकल टीम को भी तैनात किया गया है। तूफान प्रभावित राज्यों में जरूरत पड़ने पर इन्हें भेजा जाएगा।