इंदौर
इंदौर और उज्जैन संभाग में जल्द ही 9 नए इंडस्ट्रियल एरिया विकसित हाेंगे। इनमें कुल 21 हजार एकड़ जमीन एमपीआईडीसी (मप्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) लॉजीस्टिक, इंडस्ट्रियल, कमर्शियल और रेसीडेंशियल रूप में विकसित करेगा। इंदौर-उज्जैन के 11 जिलों में ये प्रोजेक्ट शुरू होंगे। इनके लिए जमीनों के आवंटन की प्रक्रिया जारी है।
एमपीआईडीसी के पास इंदौर-उज्जैन संभाग में इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के 28 प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इनमें 85 प्रतिशत जमीन विभाग पहले ही आवंटित कर चुका है। अब एमपीआईडीसी के पास जमीनें नहीं बची और डिमांड बरकरार है। इसी कारण नए क्षेत्र बनाए जा रहे हैं। एमआईडीसी के एमडी रोहन सक्सेना के मुताबिक वर्तमान में इंदौर-उज्जैन संभाग में 4524 हेक्टेयर जमीन पर 28 इंडस्ट्रियल एरिया हैं।
आवंटन योग्य 3178.47 हेक्टेयर में से 2715.47 हेक्टेयर जमीन आवंटित हो चुकी है। मात्र 465.4 हेक्टेयर जमीन ही खाली है इसलिए हम अब नए सेक्टर और नई जमीनों को लेकर उन पर काम शुरू कर रहे हैं। सक्सेना के मुताबिक दो प्रोजेक्ट में ही 8 हजार रोजगार तो अगले एक साल में ही मिल जाएंगे। ये एरिया दोनों संभाग के 11 जिलों में बनाए जाएंगे, ताकि लोगांे को उन्हीं के क्षेत्र में रोजगार मिल सके।
कहीं मल्टी सेक्टोरियल प्रोजेक्ट तो कहीं मल्टी लॉजीस्टिक पार्क
- पीथमपुर- सेक्टर-7 नया डेवलप किया जा रहा है। बेटमा में 2 हजार एकड़ का प्रोजेक्ट है। 550 करोड़ के इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडर जारी हो चुका है। करीब 5 हजार प्लॉट होंगे।
- धार- जैतापुर, दुधी में यहां एक ही प्लॉट 60 एकड़ का बुक हुआ है। एसआरएफ कंपनी 500 करोड़ का निवेश करने जा रही है।
- देवास- 10 हजार एकड़ का निवेश क्षेत्र बनेगा। इंडस्ट्रियल, लॉजिस्टिक, रेसीडेंशियल प्रोजेक्ट इंदौर-देवास, देवास-उज्जैन के बीच होगा।
- उज्जैन- इंदौर-देवास के बीच विक्रम उद्योगपुरी प्रोजेक्ट में मेडिकल डिवाइस पार्क बनने जा रहा है। एक माह में 100 एकड़ जमीन बुक हुई है।