-मंजुल भारद्वाज
दुर्योधन आर्य था
आर्य यानि आज का हिन्दू
भीष्म हिन्दू था
द्रोणाचार्य हिन्दू था
भीष्म और द्रोणाचार्य ने
दुर्योधन के नमक का
कर्ज़ अदा किया
और मारे गए !
जब विधि,विधान,संविधान
नीति से बड़ा व्यक्ति के
नमक का कर्ज़ हो जाए
तो विध्वंस अटल है !
सतापिपाशु वहशी दरिंदा
ना हिन्दू होता है
ना मुसलमान
वो सिर्फ़ वहशी दरिंदा होता है !
अपने अपने धर्म के दुलारो
राम और रहीम के प्यारो
सतापिपाशु वहशी दरिंदों के
भीड़,भेड़,भ्रम जाल से मुक्त हो !
व्यक्ति नहीं संविधान के नमक का
कर्ज़ अदा करो
तभी विध्वंस टलेगा
आपका प्यारा देश बचेगा!