सार्वजनिक पार्कों को पूजा गृह बनाना गलत परम्परा
रीवा। नारी चेतना मंच ने साम्प्रदायिक और जातिगत आधार पर हो रही ध्रुवीकरण की गंदी राजनीति को देश के लोकतंत्र और सामाजिक समरसता के लिए अत्यंत घातक बताया है। नारी चेतना मंच की वरिष्ठ नेत्री मीरा पटेल श्रद्धा सिंह गीता महंत ने कहा कि डबल इंजन सरकार वाले राज्यों में महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों को अनदेखा किया जा रहा है। वहीं गैर भाजपा शासित राज्यों के मामलों को तूल दिया जा रहा है। यही दोहरा चरित्र बेहद आपत्तिजनक है। देश में अघोषित आपातकाल जैसे हालात हैं। डबल इंजन सरकार के नाम पर मनमानी चल रही है। असहमति और विरोध के स्वरों को दबाया जा रहा है।
कठुआ कांड, बिल्किस बानो, महिला पहलवानों , मणिपुर चीरहरण, हाथरस कांड , राम रहीम, आसाराम आदि मामलों में अपराधियों का खुलकर समर्थन करने वाले लोग इधर ग़ैर भाजपा शासित राज्यों केरल और पश्चिम बंगाल के मामलों का साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण करते नजर आ रहे हैं।
अपराधी किसी भी जाति धर्म का हो उसे विधि सम्मत दंड मिलना चाहिए। इस तरह के दोहरे मापदंड देश और समाज क लिए बहुत ख़तरनाक हैं। नारी चेतना मंच की नेत्रियों ने कहा कि धर्म नितांत निजी आस्था का विषय है। धर्म की आड़ में जनता को बरगलाने का काम बंद होना चाहिए। रीवा शहर में सार्वजनिक पार्कों को पूजा गृह बनाने का दुष्चक्र फैला हुआ है जिसमें शासन प्रशासन की मिलीभगत के चलते विधि विरुद्ध काम हो रहे हैं और गलत परम्परा को बढ़ावा मिल रहा है।