ईरान ने ड्रोनों और क्रूज मिसाइलों से इजराइल पर हमला बोल दिया है। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने कहा है कि हमला विशेष स्थानों को लक्षित कर किया गया था। इजराइली सेना ने कहा है कि इजराइल और दूसरे देशों ने दर्जनों क्रूज मिसाइल और ड्रोन को रोक दिया है। इसमें ज्यादातर इजराइल के वायु क्षेत्र में ही मौजूद थे।
ईरानी हमले के बाद इजराइल के प्रधानमंत्री ने वार कैबिनेट की बैठक बुलायी है। अभी तक दोनों देशों के बीच पर्दे के पीछे लड़ाई चल रही थी लेकिन अब यह खुल कर सामने आ गयी है।
ईरान ने यह हमला एक अप्रैल को सीरिया में स्थित अपने कंसुलेट पर किए गए हमले के जवाब में किया है। इस हमले में 7 आईआरजीसी के अफसरों की मौत हो गयी थी। जिसमें एक उच्च स्तरीय कमांडर भी शामिल था। ईरान ने इजराइल पर हमले का आरोप लगाया था लेकिन इजराइल ने न तो इसकी पुष्टि की थी और न ही इनकार किया था।
इजराइली डिफेंस फोर्सेज के प्रवक्ता रीयर एडमिरल जैनियल हागारी ने कहा कि आज की रात ईरान द्वारा बड़े स्तर पर किया गया हमला युद्ध को विस्तारित करने वाला है।
हम और हमारे सहयोगी मिलकर इजराइली राष्ट्र और उसकी जनता की खुल कर रक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ईऱान ने 200 से ज्यादा ड्रोन और क्रूज मिसाइलें दागी हैं। इनमें से ज्यादातर को नष्ट कर दिया गया। उन्होंने कहा कि कुछ मिसाइलें इजराइल के भीतर भी हिट की हैं। जिनसे एक सैनिक पोस्ट पर कुछ नुकसान हुआ है। लेकिन किसी की मौत नहीं हुई है।
इजराइल की एंबुलेंस सेवा ने कहा है कि एक सात वर्षीय बच्ची दक्षिणी अरद इलाके में गिरे मलबे में दबकर घायल हो गयी।
दो अमेरिकी अधिकारियों ने बीबीसी की अमेरिकी सहयोगी सीबीएस को बताया कि अमेरिकी सुरक्षा बलों ने ढेर सारे ड्रोनों को मार गिराया। लेकिन इस बात को चिन्हित नहीं किया कि कहां और कैसे उन्होंने इस काम को किया।
इंग्लैंड के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इराक और सीरिया में आरएएफ जेट तैनात कर दिया गया है। इलाके में हवा से होने वाले किसी भी हमले का वह जवाब देगा।
इजराइल, लेबनान और इराक ने अपने हवाई क्षेत्रों को बंद कर दिए हैं। साथ ही सीरिया और जार्डन ने भी अपने सुरक्षा बलों को एलर्ट पर डाल दिए हैं।
ईरान के आईआरजीसी ने कहा कि उसने अपराधों को दोहराने वाले जियोनिस्ट रेजीम के खिलाफ बदले की कार्रवाई करते हुए जिसमें डमास्कस में ईरानी दूतावास पर हमला भी शामिल है, हमला बोल दिया है।