जयपुर/ जोधपुर : देश में एप के माध्यम से निवेशकों जलसाजी योजना रचकर धोखाधड़ी करने के मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। इस मामले में सीबीआई ने राजस्थान के आधा दर्जन ठिकानों पर रेड मारी हैं। इस कार्रवाई में सीबीआई को मोबाइल फोन, कंप्यूटर हार्ड डिस्क, सिम कार्ड, डेबिट कार्ड, ईमेल अकाउंट समेत कई दस्तावेज और डिजिटल सबूत मिले हैं। इनको लेकर सीबीआई ने जांच शुरू कर दी हैं।
जोधपुर समेत आधा दर्जन ठिकानों पर पड़ी सीबीआई की रेड
इस मामले में सीबीआई की ओर से जारी किए गए प्रेस नोट में बताया गया है कि जांच एजेंसी ने 2 कंपनियों और उनके डायरेक्टर्स के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी के साथ पठित धारा 419 धारा 420 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 की धारा 66 डी के तहत मामला दर्ज किया गया था। इस मामले को लेकर सीबीआई ने पूरे देश में 10 राज्यों पर एक साथ कार्रवाई की हैं। इसमें राजस्थान के जोधपुर समेत आधा दर्जन ठिकानें शामिल हैं।
बिटकॉइन और क्रिप्टो करेंसी के नाम पर लोगों को दिया झांसा
दो निजी कंपनियों की ओर से आमजन को क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर झांसा दिया गया हैं। जिसके तहत एचडीजेड एप के माध्यम से लोगों को बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टो मुद्राओं के लिए खनन मशीनों में निवेश करके बड़े लाभ पाने का झांसा दिया। इस दौरान आरोपी एक कार्य प्रणाली का उपयोग कर आमजन को बिटकॉइन खनन में उनके निवेश पर भारी मुनाफा के बहाने एचडीजेड टोकन एप में निवेश करने के लिए लुभाते थे।
आरोपियों ने अवैध रूप से देश से बाहर पैसा ट्रांसफर किया
सीबीआई ने इस मामले में देश के 10 राज्यों के 30 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की हैं। इसमें सामने आया हैं कि आरोपी निवेशकों से 150 बैंक खातों में बड़ी मात्रा में रकम जमा करवाते थे। इस दौरान निवेशकों को भरोसे में लेने के लिए आरोपियों ने शुरुआत में निवेशकों के खाते में पैसे भी ट्रांसफर किए। जिससे निवेशकों को विश्वास हो जाए। सीबीआई की जांच में सामने आया कि आरोपियों की ओर से इन बैंक खातों में जमा रकम को अवैध रूप से देश के बाहर ट्रांसफर किया गया हैं। इन पैसों को ट्रांसफर करने के लिए आरोपी क्रिप्टो करेंसी का सहारा लेते थे। फिलहाल, सीबीआई पूरे मामले की जांच में जुटी हुई हैं।