*सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा में विभिन्न वक्ताओं ने दी श्रद्धांजलि*
इंदौर । अतुल कुमार अंजन के निधन से भारतीय राजनीति में एक ऐसे शख्स को खो दिया है जो न केवल वैचारिक रूप से मजबूत थे ,बल्कि उनके तर्क अकाट्य होते थे । टीवी डिबेट में वह अपने प्रतिद्वंद्वी दलों के प्रवक्ताओं की बोलती बंद करने में माहिर थे । मजबूत कम्युनिस्ट नेता थे लेकिन उनके चाहने वाले हर दल में थे । उनकी कमी हमेशा खलेगी । उक्त विचार विभिन्न वकओं ने: इंदौर में आयोजित सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा म व्यक्त किए।
गौरतलब है कि अतुल कुमार अंजान का गत 3 मई को लंबी बीमारी के बाद लखनऊ में निधन हो गया था ।उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए शहीद भवन पर सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया था, जिसकी अध्यक्षता पूर्व पार्षद और वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता सोहनलाल शिंदे ने की ।
श्रद्धांजलि सभा में विभिन्न वक्ताओं ने उनके साथ हुई मेल मुलाकात और बीते क्षणों को याद करते हुए कई वाकये सुनाएं । स्टूडेंट फेडरेशन, छात्र राजनीति और देश की युवा राजनीति के साथ-साथ किसान आंदोलन में उनकी भूमिका की भी चर्चा की । सभी वक्ताओं का कहना था कि वह राजनेता से ऊपर उठकर एक बेहतर इंसान थे । शोक सभा में सर्वश्री राजेश शर्मा, कैलाश लिंबोदिया, रुद्रपाल यादव, रामस्वरूप मंत्री, रजनीश जैन, प्रदीप पीबी, कैलाश गोठाणिया, अरविंद पोरवाल,चुन्नीलाल बाधवानी, मनोहर लिबोदिया, विजय दलाल,प्रमोद नामदेव ,ओमप्रकाश खटके, अतुल लागू सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये ।श्रद्धांजलि सभा मे मौजूद कार्यकर्ताओं ने अतुल अंजान की तरह बेहतर इंसान बनने और प्रतिबद्ध राजनीति करने का संकल्प भी लिया ।