इंदौर शहर में आग बरस रही है और लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं। गुरुवार को इंदौर का पारा 44.5 डिग्री पर पहुंच गया। 2016 में 19 मई के दिन भी यही तापमान रिकॉर्ड किया गया था। इंदौर ने आठ साल बाद यह गर्मी मई में देखी है और माना जा रहा है कि इसी सप्ताह पारा 45 डिग्री पार चला जाएगा। पिछले पांच दिन से पारा लगातार 42 डिग्री के पार चल रहा है। पिछले दस साल में मई के महीने में इंदौर ने कभी भी इतनी भीषण गर्मी नहीं देखी। अभी रात का तापमान भी लगातार 25 डिग्री से अधिक आ रहा है। 25 मई से नौतपा शुरू होंगे और माना जा रहा है कि पारा 45 के पार जा सकता है।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने हीट वेव का अलर्ट जारी किया है। विभाग के मुताबिक हीट वेव का असर 28 मई तक रहेगा। इसके बाद इससे राहत मिल सकती है। विभाग का अनुमान है अगले तीन दिनों में इंदौर का तापमान 45 डिग्री या उससे पार भी जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो मई 2024 दशक का सबसे गर्म मई होगा।
क्या है कारण
शहर में बढ़ रही कांक्रीट की सड़कें, अंधाधुंध पेड़ों की कटाई, भूमिगत जलस्तर का कम होना और इंदौर के आसपास भी बड़ी संख्या में पेड़ों का कटना इस भीषण गर्मी का मुख्य कारण है। शहर में बड़े पेड़ कम हो गए हैं और वाहनों, बिल्डिंगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इन वजहों से भी हीट वेव अधिक खतरनाक हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक इतनी गर्मी की वजह पश्चिम विक्षोभ भी है। विक्षोभ सही तरीके से सक्रिय नहीं हुआ। कुछ जगह बारिश हुई और कुछ जगह गर्मी बढ़ गई।
मरीचिका का भ्रम सड़कों पर
भीषण गर्मी की वजह से वाहन चालकों को सड़कों पर मरीचिका का अहसास हो रहा है। मरीचिका की वजह से रेगिस्तान में पानी सा बहता हुआ नजर आता है। कुछ इसी तरह सड़कों पर भी लोगों को भ्रम हो रहा है। सड़क की गर्मी से नीचे की हवा गर्म होकर ऊपर उठती है और ऊपर की ठंडी हवा नीचे आती है इससे यह भ्रम का अहसास होता है।