इंदौर व भोपाल में मेट्रो का काम तेजी से चल रहा है। इंदौर में गांधीनगर से 5.8 किलोमीटर के हिस्से में इसी साल मेट्रो का संचालन शुरू करने की तैयारी है। मेट्रो के लिए इंदौर व भोपाल में करीब 4 हजार कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा। मेट्रों में नौकरियों के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है, पहली बार विक्रम अवार्ड जीतने वाले उम्मीदवारों को नौकरी में वरीयता दी जा रही है।
मेट्रो रेल कार्पोरेशन ने फिलहाल जनरल मैनेजर, सहायक जनरल मैनेजर, सहायक मैनेजर के साथ ही सुपरवाइजर, मेंटेनर, सीनियर सुपरवाइजर सिक्योरिटी, जूनियर सहायक की पोस्ट पर वैकेंसी निकाली है। मेट्रो प्रोजेक्ट के शुरू होने पर तकनीकी दक्षता के आधार पर नियुक्ति की गई थी, अब संचालन को वैकेंसी निकाली जा रही है।
कोरोनाकाल का भी लाभ
प्रतिनियुक्ति पर 3 से 5 साल के लिए नियुक्ति दी जाएगी। पोस्ट की अलग-अलग उम्र सीमा तय की गई है। उम्र सीमा में तीन साल का लाभ दिया जा रहा है। जिस पर अधिकतम उम्र 40 वर्ष तय है उसमें कोरोनाकाल को देखते हुए 3 साल की रियायत देते हुए 43 साल किया गया है। विक्रम अवार्डी की उम्र सीमा 50 साल व कोरोनाकाल के कारण 3 साल अतिरिक्त का लाभ दिया है। मेट्रो के डायरेक्टर शोभित टंडन के मुताबिक, विक्रम अवार्ड वालों के लिए रियायत की गई है।
दोनों शहर के लिए 4 हजार नौकरी
भोपाल व इंदौर में मेट्रो के संचालन के लिए करीब 4 हजार कर्मचारी-अधिकारी तैनात रहेंगे। हर स्टेशन की व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए यह नियुक्तियां होगी। साथ ही सफाई, सुरक्षा आदि के लिए कर्मचारियों को निजी एजेंसी के माध्यम से तैनात किया जाएगा।