रोहित मिश्रा
एक तरफ विज्ञान मंगल और चांद के रहस्यों की थाह लेने में जुटा है, लेकिन भोले बाबा सरीखे तमाम नाम इस समाज में अपना ऐसा मायाजाल फैलाए हैं, जिनकी गिरफ्त में आम जनता है। ईश्वर पर प्रवचन तो उनका बाहरी चेहरा है, लेकिन उनका छिपा पक्ष कितना स्याह है, इसका अंदाजा लोगों को कम ही होता है। भोले बाबा के बहाने आइए चलते हैं उन चेहरों को पहचानने की कोशिश, जिनपर संगीन आरोप हैं। कुछ जेल में हैं। शुरुआत करते हैं उन 14 बाबाओं से, जिन्हें साल 2014 में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने पाखंडी करार दिया था।
आसाराम बापू – आसाराम बापू कुछ साल पहले तक भारत में काफी प्रसिद्धि पाए हुए थे। लोग उन्हें भगवान का अवतार समझ कर पूजते थे। आसाराम का असली नाम आसुमल सिरुमलानी हरपालानी है। भक्त इन्हें श्रद्धा से आसाराम बापू कह कर बुलाते थे। ऐसा अनुमान था कि साल 2013 तक उन्होंने भारत और विदेशों में 400 से अधिक आश्रम और 40 स्कूल स्थापित किए थे। उनके ऊपर कई संगीन आरोप हैं। दिसंबर 2017 में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने आसाराम को फर्जी बाबा घोषित किया गया था। फिलहाल आसाराम अवैध अतिक्रमण, बलात्कार और एक गवाह से छेड़छाड़ के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं। 2018 में जोधपुर की एक अदालत ने आसाराम को नाबालिग लड़की के बलात्कार का दोषी पाया था। वर्तमान में वह जोधपुर में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं।
गुरमीत राम रहीम – डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को 2017 में दुष्कर्म के मामले में दोषी ठहराया गया था। 25 अगस्त 2017 को एक विशेष सीबीआई अदालत ने उन्हें बलात्कार का दोषी पाया। इसके बाद, 28 अगस्त 2017 को उन्हें 20 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। जनवरी 2019 में, राम रहीम और तीन अन्य लोगों को पत्रकार राम चंद्र छत्रपति की हत्या का दोषी ठहराया गया। इस मामले में, अदालत ने राम रहीम को आजीवन कारावास की सजा दी। एक पूर्व साधु ने डेरा पर 400 साधुओं को नपुंसक बनाने का आरोप लगाया। इस दावे ने गुरमीत सिंह राम रहीम के इर्द-गिर्द पहले से ही चल रहे विवाद को और बढ़ा दिया।
राधे मां – सुखविंदर कौर उर्फ राधे मां को उनकी जीवन शैली के चलते फर्जी करार दिया गया था। उनके पहनावे, मेकअप, भक्तों से गले मिलना और उन्हें फूल देकर आई लव यू कहना जैसी कई चीजें हैं जो जिनसे वह विवादों के केंद्र में आई थीं।
स्वामी असीमानंद – साल 2007 में हैदराबाद की मक्का मस्जिद ब्लास्ट और समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट समेत तीन मामलों में शामिल होने के आरोप लगे थे। पुलिस और मैजिस्ट्रेट के सामने इन्होंने गुनाह भी कुबूल किया था। लेकिन बाद में अदालत से बरी हो गए।
रामपाल बाबा – बाबा रामपाल जो खुद को कबीर पंथी कहते हैं। हत्या, देशद्रोह और बंधक बनाने और अवैध हथियार सामग्री रखने समेत कई आरोप इनपर थे। दो मामलों में बरी तो हुए लेकिन साल 2018 में हिसार की आदलत ने उन्हें दोषी ठहराया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई। बाबा 2014 से जेल में बंद हैं।
सच्चिदानंद गिरि उर्फ सचिन दत्ता – सच्चिदानंद गिरि का असली नाम सचिन दत्ता है। उत्तर प्रदेश के नोएडा के शराब कारोबारी सचिन दत्ता उर्फ सच्चिदानंद को निरंजनी अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाने पर विवाद खड़ा हो गया था। गिरी को प्रयाग में महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई थी। सच्चिदानंद बीयर बार के साथ डिस्कोथेक और रियल एस्टेट कारोबार भी चलाता है।
ओम बाबा उर्फ विवेकानंद झा- एक रियल्टी शो के प्रतिभागी रहे और मार पीट कर शो से निकाले गए ओम बाबा का असली नाम विवेकानंद झा है। उनके खिलाफ साइकिल चोरी से लेकर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। ओम बाबा महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने और अपने विवादित व्यवहार के चलते कई बार विवादों में रहे। कई बार सार्वजनिक स्थलों पर उनसे हाथापाई भी हुई।
निर्मल बाबा उर्फ निर्मलजीत सिंह – ईश्वर की कृपा भक्तों तक पहुंचाने का दावा करने वाले निर्मल बाबा पर अंधविश्वास और धर्म के नाम पर ठगी के आरोप दर्ज हैं। बताया जाता है कि करोड़ों रुपये के मालिक निर्मल बाबा ईंट भट्ठे से लेकर कई अन्य व्यापार कर चुके हैं। निर्मलजीत सिंह के असली नाम वाले इस व्यक्ति पर लोगों से मनमाने ढ़ग से और बेतुकी सलाह देने के भी आरोप लगे हैं।
इच्छाधारी भीमानंद उर्फ शिवमूर्ति द्विवेदी – भीमानंद महाराज जो खुद को इच्छाधारी मानव बताते हैं दरसल शिवमूर्ति द्विवेदी हैं। इन्हें सेक्स रैकेट चलाने और धोखाधड़ी के मामले में कई बार गिरफ्तार किया जा चुका है। चित्रकूट में रानीपुर टाइगर रिजर्व के पास बाबा का भव्य आश्रम है।
नारायण साईं – आसाराम बापू का बेटा है। पिता की तरह दुष्कर्म के मामले में दोषी है। फिलहाल जेल में बंद है।
आचार्य कुशमुनि – आचार्य कुशमुनि ने एक बार शंकराचार्यों को बहिष्कार करने की भी मांग की थी। प्रयागराज में इनका आश्रम है।
बृहस्पति गिरि – उत्तर प्रदेश के अलखनाथ ट्रस्ट के मंदिर से संबंधित बृहस्पति गिरि पर आरोप हैं कि जालसाजी करके अलखनाथ ट्रस्ट के मंदिरों पर अधिकार करने की कोशिश की है। इनपर ट्रस्ट के पूर्व महंत धर्म गिरि की हत्या के भी आरोप लगते रहे हैं।
इनके अलावा ओम नम: शिवाय बाबा और मलकान गिरि के भी नाम अखाड़ा परिषद द्वारा फर्जी घोषित किए गए बाबाओं की सूची में शामिल था।
भगोड़ा बाबा नित्यानंद – दक्षिण भारत में एक प्रसिद्ध स्वयंभू धर्मगुरु स्वामी नित्यानंद, बैंगलोर-मैसूर राजमार्ग पर नित्यानंद ध्यानदीपम आश्रम का संचालन करते हैं। 2010 में, नित्यानंद उस वक्त विवादों में घिर गए जब उनके और एक अभिनेत्री से जुड़ी एक कथित सेक्स सीडी सामने आई। केंद्रीय फोरेंसिक लैब ने सीडी की जांच की और उसे प्रामाणिक घोषित किया। हालांकि, नित्यानंद के आश्रम ने एक अमेरिकी लैब की रिपोर्ट पेश की जिसमें दावा किया गया कि सीडी के साथ छेड़छाड़ की गई थी।
इस मामले को लेकर नित्यानंद के खिलाफ काफी विरोध प्रदर्शन हुआ। परिणामस्वरूप उन्हें गिरफ्तार किया गया और कुछ दिनों बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया। यौन शोषण के आरोप के बाद भारत से फरार चल रहे स्वयंभू बाबा नित्यानंद को लेकर 2019 में खबरें आई कि उसने दक्षिण अमेरिका के त्रिनिदाद और टोबैगो और इक्वाडोर के पास एक द्वीप पर अपना देश बसा लिया है। देश का नाम कैलासा रखा है। अब वह अंतरराष्ट्रीय ठगी में भी लिप्त है। हाल ही में दक्षिण अमेरिकी देश पैराग्वे में उसकी ठगी का मामला सामने आया था।
स्वामी सदाचारी – विनोदानंद झा, जिन्हें स्वामी सदाचारी के नाम से भी जाना जाता है, कभी एक प्रमुख आध्यात्मिक गुरु थे। चंद्रास्वामी के घर पर खाना पकाने से अपनी यात्रा शुरू की और आगे जा कर स्वयं एक बाबा बन गया। स्वामी सदाचारी ने महत्वपूर्ण प्रभाव प्राप्त किया, देश के शीर्ष नेता उनसे सलाह लेने लगे और उनके मार्गदर्शन में अनुष्ठान करने लगे। इसके बाद सदाचारी के हाई प्रोफाइल ब्रोकरिंग केस में शामिल होने की बात आई। वह वैश्यालय चलाते भी पकड़े गए। इस मामले में उन्हें जेल जाना पड़ा।
स्वामी विकासानंद – स्वामी विकासानंद जिनका असली नाम विकास जोशी है एक स्वयंभू बाबा हैं। बाबा ने जबलपुर में अपना आश्रम खोला और बाबा के तौर पर अपनी जड़ें जमा लीं। 2006 में स्वामी विकासानंद को नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बाबा के आश्रम से अश्लील सीडी भी बरामद की। फास्ट ट्रैक कोर्ट में चले मुकदमे के बाद 2010 में उसे जेल भेज दिया गया।
भारतीय मूल के बाबा पर ब्रिटेन में मुकदमा – भारतीय मूल के ढोंगी बाबा राजिंदर कालिया पर ब्रिटेन में यौन शोषण का मामला दर्ज हुआ है। खुद को भगवान बताने वाले राजिंदर कालिया पर उसकी पूर्व शिष्याओं ने रेप करने का आरोप लगाया है। आरोप हैं कि उसने कम से कम 1300 बार अपनी शिष्याओं का रेप किया है। ब्रिटेन की हाई कोर्ट में मुकदमा दायर किया गया है।