फ्लाय ओवर बाणगंगा की तरफ से अरबिंदो अस्पताल तक बनेगा, ऐसा है प्रोजेक्ट
▪️ फ्लाईओवर में 60 मी. चौड़ा एवं 24 मी ऊंचा ऑब्लिगेटरी पेन रहेगा फ्लाईओवर की
लंबाई 1452 मी.रहेगी▪️ डबल डेकर ब्रिज की लागत 164. 20 करोड़ रु ▪️ लवकुश पर 65 मी.
इंदौर। दो मंज़िला मकान तो आमतौर पर हम सभी ने देखें हैं लेकिन सड़कों पर, रेल की पटरियों पर, चलते- फिरते, दौड़ते- भागते दो मंज़िला बसें और ट्रेनों जैसे बड़े वाहन बहुत कम देखने को मिलते हैं। पिछले कुछ सालों में इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने में काफी जोर दिया है। तेजी से हाइवे एक्सप्रेसवे, ब्रिज और रेलवे को बेहतर बनाने का काम किया जा रहा है। अब शहरों में डबल डेकर ब्रिज का चलन तेजी से बढ़ गया है। देश के कई शहरों में डबल डेकर ब्रिज बन रहे है। वही इंदौर में भी डबल डेकर ब्रिज का निर्माण शुरू हो चुका है.। लवकुश चौराहा पर लगभग 165 करोड रुपए की लागत से डबल डेकर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है।
पहले ब्रिज पर वाहनों के आने जाने के लिए 12 – 12 मीटर के दो ब्रिज बनेगे.। इन दोनों ब्रिज के बीच से मेट्रो ट्रेन चलेगी। इसके ऊपर दूसरा ब्रिज बनेगा, जो जमीन से लगभग 70 मीटर ऊँचा रहेगा। आने वाले समय में लवकुश चौराहा इंदौर का सबसे दर्शनीय बहुत खूबसूरत चौराहा हो जाएगा।
*10 वर्षों में हुए से* *आबादी के साथ-साथ* *वाहनों में भी हुई वृद्धि*
राजधानी एवं पूर्व CM का विकासशील सपनों का शहर इंदौर अपनी संस्कृति और सभ्यता को समेटे हुए विकास पथ पर अग्रसर है पिछले 10 वर्षों में हुए शहरी फैलाव से जनसंख्या के साथ-साथ वाहनों में भी वृद्धि हुई है जिससे शहरी मार्गों पर वाहनों का आवागमन भी बड़ा है, इसलिए सपनों के शहर इंदौर के विकास और परिवहन को रफ्तार देने के लिए पूर्व सीएम ने इंदौर में 11 फ्लाई ओवर बनाने की श्रृंखला का संकल्प लिया था, जिसके अंतर्गत इंदौर विकास प्राधिकरण ने अपनी सहभागिता की ओर अग्रसर होते हुए इंदौर के महत्वपूर्ण लवकुश चौराहे पर इंदौर उज्जैन के समानांतर डबल डेकर फ्लाईओवर बनाना सुनिश्चित किया है । लवकुश चौराहा इंदौर के महत्वपूर्ण और व्यस्ततम चौराहा में से एक है क्योंकि यह चौराहा उज्जैन और इंदौर को सीधे जोड़ता है। साथ ही सुपर कॉरिडोर, एयरपोर्ट, अरविंदो हॉस्पिटल, सांवेर रोड इंडस्ट्रियल एरिया एवं विजयनगर को आपस में जोड़ता है
*रोजाना लगभग दो* *लाख वाहनों का* *होता है आवागमन*
लव कुश चौराहा के आसपास इंस्टीट्यूशन इंडस्ट्रियल और रहवासी क्षेत्र के विकास से यहां रोजाना लगभग 2 लाख वाहनों का आवागमन होता है, जिससे यहां पर जाम जैसी स्थिति पैदा होती रहती है इस चौराहे को अवरोध रहित एवं गतिशील बनाए रखने के लिए यहां डबल डेकर फ्लाईओवर का निर्माण किए जाने की घोषणा पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा की जा चुकी है । लवकुश डबल डेकर फ्लाईओवर 24 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा जिसमें 12 – 12 मीटर के आने और जाने वाले दो ब्रिज होंगे। इसके मध्य 1 मीटर चौड़ा मीडियम रहेगा , जिसमें लाइटिंग बोर्ड स्ट्रांग वॉटर ड्रेनेज एवं सेंट्रल लाइन डिवाइडर रहेगा।
*वाहनों के जाने के लिए**सुगम और व्यवस्थित* *मार्ग प्रदान करेगा*
इस फ्लाईओवर की कुल लंबाई 1452 मीटर है जो मेट्रो लाइन एवं एमआर 10 सुपर कॉरिडोर की ओर बनने वाले फ्लाय ओवर के ऊपर से होते हुए अरविंद हॉस्पिटल के समीप समाप्त होगा। लवकुश डबल डेकर फ्लाईओवर में 60 मीटर चौड़ा एवं 24 मीटर ऊंचा ऑब्लिगेटरी पेन रहेगा । यह चौराहा मल्टीलेयर फ्लाईओवर से युक्त होकर वाहनों को किसी भी दिशा में जाने के लिए सुगम और व्यवस्थित मार्ग प्रदान करेगा । इंदौर के पहले मल्टी लेयर फ्लाईओवर के निर्माण से लवकुश चौराहे की अवरोध रहित ट्रैफिक संचालन और व्यवस्थित आवागमन क्षमता में वृद्धि करेगा। इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित किया जा रहे लवकुश चौराहा डबल डेकर फ्लाईओवर की अनुमानित लागत लगभग 164 करोड़ 20 लख रुपए है।
*डबल डेकर फ्लाइओवर*
*ब्रिज की विशेषताएं*
ये फ्लाइओवर सेगमेटल ब्रिज होगा
पहली बार 40-40 मीटर के स्पांन बनाए जा रहे है। ब्रिज पर सेगमेंट की चौड़ाई 24 मीटर होकर 12 – 12 मीटर के दो कैरेज वे सिंगल पिएर पर बनाए जा रहे है ताकि सड़क पर चलने वाली यातायात व्यवस्था मे कोई अवरोध उतत्पन्न ना हो |
अब्लिगेटरी स्पान 40 – 40 मीटर के होकर स्टील गर्डर का उपयोग किया गया है |
लवकुश चौराहे पर 65 मीटर स्पान की बो- स्ट्रिंग गर्डर का उपयोग किया गया है | इससे चौराहे पर ट्राफिक का निर्बाध रूप से आवागमन हो सकेगा |
उज्जैन रोड (अरविन्दो अस्पताल चौराहे से आरंभ ) होकर, बाणगंगा की ओर जाने वाले मार्ग पर बन रहे इस फ्लाय ओवर पर विशेष रूप से वाहनों को उतार – चढ़ाव का सामना कम से कम करना पड़े |
फ्लाइय ओवर के दोनों तरफ 12-12 मीटर की चौड़ी सड़क का भी निर्माण किया जा रहा है,जिसके अंतर्गत ,मध्य भाग का कार्य सबसे अंतिम चरण मे किया जाएगा
वर्तमान मे फ्लाय ओवर की दोनों भुजाओ का निर्माण तीव्र गति से किया जा रहा है|
*ओवर ब्रिज से* *मिलने वाले लाभ*
शहर के विभिन्न हिस्सों में यातायात को सुचारु और तेज़ बनाया जा सकेगा । इससे जाम की समस्या कम होगी ।
एक ही स्थान पर दो स्तरों के फ्लाईओवर से, भूमि का उपयोग कम होगा।
डबल डेकर फ्लाईओवर से यातायात सुगम हो जाएगा, जिससे2 लाख लोग लाभन्वित होंगे।
जाम में फंसे बिना, शीघ्र अपने गंतव्य तक पहुँच सकेंगे ,जिससे पेट्रोल डीजल की भी बचत होगी।
यातायात में सुधार होने से वाहनों के कम समय तक चलने से वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण,दोनों ही कमी आएगी |
समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।