अहनैया नदी में बारिश एवं ( नहर ,बासिक रजबाह चौपला ) आदि से आने बाले पानी के कारण नदी के जल स्तर में तीव्र बढ़ोत्तरी के चलते बाढ़ का संकट पैदा हो गया है नदी के तटवरतीय गांव कबूली, छत्तरपुरा , नगला लक्छु , मूँज , मसनाई , फर्दपुरा ,अड्डा रामसनेही आदि गांव में हजारो बीघा धान की फसल डूब गयी है किसानो की कढ़ी मेहनत से लगायी गयी धान की फसल को बर्बाद होते देख किसान मायूसी एवं आर्थिक संकट की चिंता से ग्रसित है
,सर्वोदय जागरण मंच के अध्यक्ष नीरज कुमार ने शासन एवं प्रशासन से बाढ़ ग्रसित क्षेत्र के किसानो का सर्वे करबाकार किसानो की आर्थिक मदद करने की अपील की है ,उन्होंने बताया कि यदि नदी कि सही से सफाई कराई गयी होती तब नदी में जलभराव कि समस्या उत्पन्न नहीं होती और न ही किसानो की फसल बाढ़ से प्रभावित होकर नष्ट होती ,उन्होंने सम्वन्धित क्षेत्र की बैंको से भी अनुरोध किया है कि फसल पर लिए गए ऋण आदि में व्याज एवं फसल बीमा के तहत किसानो के नुकसान कि भरपाई में आर्थिक सहयोग प्रदान करने का कार्य करे।