ग्वालियर: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश को केरल की तर्ज पर मेडिकल टूरिज्म का हब बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने शनिवार को आरोग्य भारती के सम्मेलन में कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए 46 हजार से अधिक नए पदों को मंजूरी दी गई है। साथ ही, 800 आयुष आरोग्य मंदिर भी शुरू किए गए हैं।सीएम मोहन यादव शनिवार को आरोग्य भारती के अखिल भारतीय प्रतिनिधि मंडल सम्मेलन में भोपाल से वर्चुअल जुड़े थे। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि प्रदेश के हर जिले में मेडिकल या आयुर्वेदिक कॉलेज हो।
सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार औषधि खेती को बढ़ावा दे रही है। कोविड के समय जब मैं उच्च शिक्षा मंत्री था, तो खूब काढ़ा पीया करता था। आयुर्वेद हमेशा से लोगों को जीवन देता आया है। हम इस साल 12 प्राइवेट कॉलेज खोलने जा रहे हैं। मैं आशा करता हूं कि इस सम्मेलन से जरूर अमृत निकलेगा। जो नवाचार इसके जरिए करें, उससे सरकार को अवगत कराएं, जिससे सरकार साथ खड़ी होगी। यह संस्था (आरोग्य भारती) अपने आप में पूरे देश को स्वस्थ बनाने में जुटी हुई है। औषधि खेती को बढ़ावा देने के साथ ही आयुर्वेद को जन-जन तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है।
सम्मेलन में विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र तोमर ने कहा कि आरोग्य भारती निरोगी भारत के संकल्प के साथ काम कर रही है। सभी लोग मिलकर भारत को स्वस्थ बनाने के साथ श्रेष्ठ बनाने के लिए जुटे हुए हैं।
आरोग्य भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित राकेश कुमार ने बताया कि संगठन का उद्देश्य देश के हर व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है। बता दें, आरोग्य भारती संस्था स्वास्थ्य क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर काम करने वाला एक संगठन है, जो देश में 24 अलग-अलग विषयों में 800 से अधिक जिलों में काम कर रहा है। इसी की जानकारी के साथ आगामी कार्य योजना तैयार करने सम्मेलन का आयोजन किया गया।