मध्य प्रदेश भाजपा की विजयपुर हार पर घमासान शुरू हो गया है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया और भाजपा आमने-सामने आ गए हैं। हार पर मंथन के बीच सिंधिया और भाजपा प्रदेश महामंत्री सबनानी के बयानों से सियासत तेज हो गई है।
मध्य प्रदेश में विजयपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा की हार के बाद अब घमासान शुरू होता दिख रहा है। पार्टी के कद्दावर नेता व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और भाजपा प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी आमने सामने आ गए हैं। विजयपुर उपचुनाव में प्रचार को लेकर दिए गए सिंधिया के बयान को सबनानी में सिरे से खारिज कर दिया है। ऐसे में हार के मंथन के बीच भाजपा में इसे लेकर तकरार भी हो सकती है। आइए, सिलसिलेवार तरीके से जानते हैं कि हार के इस घमासान की शुरुआत कैसे हुई, दोनों नेताओं की ओर से क्या बयान दिए गए?
विजयपुर की हार से उठे थे सवाल
मध्य प्रदेश की विजयपुर सीट पर हुए उपचुनाव के परिणाम बीती 23 नवंबर को सामने आए थे। उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार और वन मंत्री रामनिवास रावत को हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस के मुकेश मल्होत्रा ने रावत को 7228 वोटों से हरा दिया। यह हार भाजपा के लिए बड़ा झटका थी, क्योंकि सारे प्रयास के बाद भी पार्टी जीत दर्ज नहीं कर पाई थी। इस सीट को जीतने के लिए ही भाजपा ने कांग्रेस विधायक रहे रामनिवास रावत को पार्टी में शामिल किया था। साथ ही उन्हें वन मंत्री का पद भी दिया गया था, इसके बाद भी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। भाजपा की हार के बाद कई तरह के सवाल खड़े हुए। इसमें सबसे बड़ा सवाल यह भी था कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यहां प्रचार क्यों नहीं किया।
ग्वालियर में सिंधिया ने दिया बड़ा बयान
शनिवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात की। विजयपुर में भाजपा उम्मीदवार रहे वन मंत्री रामनिवास रावत की और उनके लिए प्रचार नहीं करने के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि मैं जनता का सेवक हूं। अगर, मुझसे वहां प्रचार करने के लिए कहा जाता तो मैं जरूरत जाता। यह हार चिंता की बात हैं। हमें इस पर चिंतन करना होगा।
सिंधिया के बयान पर भाजपा प्रदेश महामंत्री का पलटवार
भाजपा प्रदेश महामंत्री और विधायक भगवानदास सबनानी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि विजयपुर उपचुनाव में स्टार प्रचारकों की सूची में केंद्रीय मंत्री सिंधिया का नाम था। उन्हें प्रचार के लिए आमंत्रित किया गया था। प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत कुछ अन्य नेताओं ने उनसे विजयपुर आने का आग्रह किया था। लेकिन, उन्होंने व्यस्तता के कारण नहीं आ पाने की बात कही थी। ऐसा बिल्कुल नहीं है कि उन्हें बुलाया नहीं गया था।
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