ब्रजेश जोशी
एक अखबार के संपादक लिखते है कपड़े बच्चे के उतरे थे ,नंगे शहर के तमाम जिम्मेदार हो गए । लेकिन हम तो यही कहेंगे देर आयद ,दुरुस्त आयद। आपने शहर में ख़ाक होती खाकी में प्राण जो फूंक दिए ।
आदरणीय मुख्यमंत्रीजी सादर नमस्कार।कुछ दिनों पहले हमारे शहर में एक ऐसी घटना हुई जिसे देखकर लगा कि हमारा शहर अब रहने के लायक ही नहीं रह गया । मामला आपकी ही पार्टी के दो पार्षदों के आपसी टकराव का था लेकिन उस टकराव में एक गुट कुछ ऐसा कर गया जो कल्पना से परे था । सुना तो था कि राजनीति में लोग एक दूसरे के कपड़े फाड़ने से भी नहीं चूकते ,कईयों को कपड़े फाड़ते हुए भी देखा था लेकिन ये एक दूसरे के कपड़े फाड़ने वाले नेता उनके पट्ठों ने जब एक नाबालिग के कपड़े फाड़े ही नहीं उसे निर्वस्त्र करके जो काम किया उसका वीडियो देखने के बाद लगा कि राम नाम की राह चलने वाली पार्टी के नेता उस माता अहिल्या की नगरी का राम नाम सत्य करने पर तुल गए हैं जिस शहर का नाम स्वच्छता के सातवें आसमान तक जा पहुंचा है । जहां के विधायक अपने आगे सनातनी तक लिखते हैं ।
सवाल ये नहीं है कि इस किस्से में सनातन कहां से आ गया लेकिन सवाल यह है कि कपड़े तो बच्चे के वहां उतरे है जिस क्षेत्र को लोग इंदौरी अयोध्या कहते है । जहां राम नाम गूंजता है ,जय जय सियाराम गूंजता है ,कपड़े तो वहीं उतारे गए है जहां सनातन धर्म संस्कृति का बोलबाला है । हमें शर्म आने लगी बच्चे को निर्वस्त्र किया जाने की खबरें पढ़ते पढ़ते ,लोगों को शर्म आने लगी दुष्कृत्य कि खबर पढ़ते ,पढ़ते लेकिन बावजूद इसके इंदौर का कोई भी जिम्मेदार सनातनी नेता जागृत नहीं हुआ कि वो बच्चे को नंगा करने वालों की खिलाफत में दो शब्द बोल सके ।शहर को शर्मसार कर देने वाले हादसे के बाद शहर के नेताओं के कंठ में प्राण आए है तो आपके निर्णय लेने के बाद ,आपके ट्वीट के बाद ,आदेश के बाद । जब आपने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है,पुलिस ने 12 आरोपियों को चिन्हित किया है ,6 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है ।नाबालिग से दुर्व्यवहार भी हुआ है इसलिए पॉक्सो एक्ट में भी कार्रवाई की गई है ।पुलिस को निर्देशित किया है कि दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए ।
आदरणीय मुख्यमंत्रीजी दुखद बात तो यह भी है कि आप भी इस दुष्कृत्य के मामले के खूब चर्चाओं में आने के बाद जागे , कुंभकर्णी नींद में सोई हुई पुलिस भी उसी के बाद जागी और सनातनी सांसद ,मेयर , विधायक सभी तभी जागे जब आप जागे ,कहने का अभिप्राय यह है कि ये सभी नेतागण आपके मतलब देव के जागने का इंतजार कर रहे थे । सवाल यह भी है कि नाबालिग से दुष्कृत्य का वीडियो देशभर में सोशल मीडिया पर दौड़ता रहा उसकी जानकारी या तो आपको नहीं लगी या आपको सही सही नहीं दी गई । शहर में बीते दिनों यह चर्चा भी खूब होती रही कि आखिर जवाबदार पुलिस ,जवाबदार नेता किसके आदेश का इंतजार कर रहे हैं। आदरणीय मुख्यमंत्रीजी सच कहे जो भी इंदौर में हुआ है उसने बच्चे को ही निर्वस्त्र नहीं किया हमारे उस सिस्टम को ही निर्वस्त्र कर दिया है ,जो सबका साथ ,सबका विकास की बात करता है । आपको यह भी समझना होगा कि इंदौर में अब चंद भाजपाई कुछ वो कर रहे है जो किसी सूरत में नहीं होना चाहिए । ये जो भी हो रहा है वो भाजपा के चरित्र पर भी हमला है ।कुछ दिन पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के परिवार का भी शो रूम फोड़ा गया था उसमें भी आपके अपने थे , लेकिन हुआ क्या ? एक नाबालिक के कपड़े उतारने वाले भी आपके अपने हैं जिनके सिर , गाल पर आप हाथ फेरते हैं और मामले में नया मोड़ आ जाता है और कई तरह के कयास लगाए जाने लगते हैं ।
एक आम शहरी के नाते जब मैंने ये सुना और पढ़ा कि दुष्कृत्य के मामले में आप जाग गए है ।6 अपराधी पुलिस गिरफ्त में है शेष भी गिरफ्तार होंगे ,तो पढ़कर लगा कि आप देर आए, लेकिन दुरुस्त आए । हकीकत में अब इंदौर भाजपा को चिकित्सा की जरूरत नहीं है उसे सर्जरी की दरकार है और सर्जरी यथा समय होनी भी चाहिए । यहां कई नेता गुंडों को भी तथास्तु कहते आए हैं। आप पहले उनकी सर्जरी करिए क्योंकि ये केस तो बेनकाब हो चुका है लेकिन शहर में कईयों को नंगा कर रहे है आपके अपने वाले जिनके कारनामे आप तक नहीं आते ।कोई सूदखोरी के नाम पर किसी को नंगा कर रहा है तो कोई जमीन के मामले में तो कोई कब्जे , जबरिया वसूली के मामले में । आम शहरी की मजबूरी है कि वो मुंह खोले तो आखिर किसके सामने,ये यक्ष प्रश्न है । शहर में तथास्तु गैंग घूम रही है ।शहर की पुलिस अतिक्रमण हटाने में लगी है , चालान बनाने में लगी है अपराधी आम शहरी के कपड़े उतारने में । आदरणीय आप हमारे शहर के प्रभारी है ,हमारे सरकार है । इस शहर को मुर्दा लोगों का शहर होने से बचाइए । उम्मीद है आप इंदौर को ,इंदौरियों को निराश नहीं करेंगे ,साथ यह भी अपेक्षा है आपसे कि आप देर आयद, दुरुस्त आयद से भी अब बचेंगे और गुंडों को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज की तरह यह कहेंगे कि दुष्कृत्य किए तो जमीन में गाड़ दूंगा , क्योंकि जो भी हुआ उस शहर में हुआ जिसे पूर्व मुख्यमंत्री अपने सपनों का शहर कहते थे। आप भी इंदौर को अपने सपनों का शहर बनाइए। अंत में यही कहूंगा कि आपने शहर में ख़ाक होती ख़ाकी में प्राण फूंकने का काम किया है ,यदि आप यहां चूक जाते तो सवाल आपके लिए भी खूब होते ।जय रामजी की ,जय रणजीत,
Add comment