नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे. यह मीटिंग छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव और भूपेश बघेल के बीच टकराव को देखते हुए बुलाई गई है. सूत्रों के मुताबिक छत्तीसगढ़ में सरकार बनते समय भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव के बीच ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री रहने पर सहमति बनी थी. हालांकि भूपेश बघेल ने ऐसे किसी भी समझौते या पार्टी हाईकमान के आदेश से इनकार किया है.
क्यों अहम है ये मीटिंग
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में कुर्सी के लिए टकराव की खबरों के बीच सोनिया गांधी ने अहम बैठक बुलाई है. हाल ही में दिल्ली आकर टीएस सिंह देव ने पार्टी के नेताओं को याद दिलाया है कि भूपेश बघेल को जब मुख्यमंत्री बनाया गया था तब ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला तय हुआ था. जिसके बाद बघेल की सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से बैठक काफी अहम मानी जा रही है.
बघेल ने खारिज की अटकलें
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में ढाई-ढाई साल में मुख्यमंत्री बनने के किसी भी अरेंजमेंट की चर्चाओं को खारिज किया है. बघेल ने कहा, ये सब सिर्फ कयास हैं. बघेल ने सोनिया गांधी से मिलने के बाद कहा ऐसा समझौता गठबंधन की सरकारों में होता है. छत्तीसगढ़ में तीन चौथाई बहुमत से सरकार चल रही है तो वहां ऐसा क्या समझौता? हालांकि ये भी कहा कि ऐसे फैसले आलाकमान करता है, मुझसे शपथ लेने के लिए कहा तो मैंने शपथ ली, जब हटने को कहेंगे तो हट जाएंगे.