मुंबई
इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला ने जून तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। एलन मस्क की कंपनी को पहली बार 1 अरब डॉलर से ज्यादा का मुनाफा हुआ है। एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक टेस्ला को अप्रैल से जून के दौरान 1.1 बिलियन (अरब) डॉलर यानी प्रति शेयर 1.02 डॉलर का प्रॉफिट हुआ। यह पिछले साल की जून तिमाही से 10 गुना ज्यादा है।
कंपनी की आय दोगुनी हुई
टेस्ला को तीन महीने में हुए रिकॉर्ड मुनाफे की दो वजहें हैं, पहली की कंपनी ने अपने कम महंगे इलेक्ट्रिक गाड़ियों की ज्यादा बिक्री हुई और दूसरी कंपनियों ने अपनी गाड़ियों की कीमतें बढ़ाई और लागत पर खर्च में कटौती की है। टेस्ला की आय (रेवेन्यू) भी दोगुना बढ़कर 12 अरब डॉलर रही, जो साल भर पहले 6.04 अरब डॉलर थी।
2 साल में टेस्ला की मार्केट वैल्यू 14 गुना बढ़ी
मजबूत प्रॉफिट से टेस्ला की मार्केट वैल्यू 630 अरब डॉलर हो गई है, जो दुनिया की किसी भी ऑटो कंपनी से ज्यादा है। खास बात यह है कि 2 साल पहले की तुलना में कंपनी की वैल्यू 14 गुना बढ़ गई है। नतीजतन, कंपनी के CEO एलन मस्क की नेटवर्थ भी बढ़कर 180 अरब डॉलर हो गई है। एलन दुनिया के दूसरे सबसे अमीर कारोबारी हैं। पहले स्थान पर अमेजन के फाउंडर जेफ बेजास हैं। बेजोस की नेटवर्थ 212 अरब डॉलर से ज्यादा है।
तीन महीने में 2 लाख से ज्यादा गाड़ियां बेची
इलेक्ट्रिक कार कंपनी का मुनाफा बढ़ने के पीछे चिप शॉर्टेज माना जा रहा है। क्योंकि अन्य कार बनाने वाली कंपनियों का प्रोडक्शन चिप शॉर्टेज की वजह से प्रभावित हुई। जबकि इसी दौरान टेस्ला ने 2 लाख 6 हजार इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री की। कंपनी के इतिहास में बिक्री का यह आंकड़ा पहली पार 2 लाख के पार पहुंचा है।
इस साल 8 लाख गाड़ियों की बिक्री का टार्गेट
कंपनी को उम्मीद है कि इस साल वो 8 लाख से ज्यादा कारों की बिक्री करेगी। हालांकि, पार्ट्स की उपलब्धता पर भी काफी कुछ निर्भर रहेगा। बताते चलें कि टेस्ला ने पिछले साल लगभग 5 लाख 10 हजार कारें बेची थी। जबकि महामारी के चलते कंपनी को कैलिफोर्निया में अपनी फैक्ट्री को बंद करना पड़ा था।