जलेंगे किसान विरोधी मोदी, शाह, शिवराज, तोमर के पुतले
संयुक्त किसान मोर्चा मध्य प्रदेश की बैठक ने बनाई योजना
भोपाल। संयुक्त मोर्चा मध्यप्रदेश की विस्तारित बैठक ने लखीमपुर खीरी के नरसंहार के विरुद्ध आंदोलन के राष्ट्रीय आव्हानो को सफल बनाने की योजना बनाई है। इस आंदोलन की मुख्य मांगों में इस हत्याकाण्ड की योजना में शामिल केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी की मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी और द्वेष फैलाने, हत्या और षड्यंत्र के आरोप में गिरफ्तारी की मांग प्रमुख है।
हत्या के आरोपी मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा (मोनू) और उसके सहयोगियों (जिनमें सुमित जयसवाल और अंकित दास के नाम सामने आए हैं) के साथ यूपी पुलिस के सदभावनापूर्ण बर्ताब की भी संयुक्त किसान मोर्चे ने भर्त्सना की है। उकसावेपूर्ण बयान देने वाले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर की बर्खास्तगी की भी मांग की गयी है।
आज की बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा मध्यप्रदेश ने कहा है कि 11 अक्टूबर तक संयुक्त किसान मोर्चा की मांगों को स्वीकार नहीं किया गया तो देशव्यापी विरोध कार्यक्रम होंगे। इनमे 12 अक्टूबर को किसी सार्वजनिक स्थल, टोल प्लाजा या मोर्चा पर शहीद किसानों के लिए विशेष प्रार्थना सभा या श्रद्धांजलि सभा आयोजित किये जाएंगे । उस दिन शाम को मोमबत्ती मार्च आयोजित किए जायेंगे। देशवासी भी अपने अपने घरों पर 5 मोमबत्ती जलाएंगे।
12 अक्टूबर अंतिम अरदास के बाद लखीमपुर खीरी से शहीद किसानों के अस्थि कलश लेकर शहीद किसान यात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले और देश के प्रत्येक राज्य के लिए अलग-अलग अस्थि कलश लेकर शुरू की जाएगी।
15 अक्टूबर को, दशहरा के अवसर पर, अन्याय के प्रतीक, किसान विरोधी भाजपा सरकार के प्रतिरूप नरेंद्र मोदी, अमित शाह, शिवराज सिंह, नरेंद्र सिंह तोमर और स्थानीय नेताओं के पुतले जला कर उनके झूठ का दहन किया जाएगा।
18 अक्टूबर को देश भर में सुबह 10 बजे से 4 बजे तक रेल रोको आंदोलन आयोजित किया जाएगा।
26 अक्टूबर को संयुक्त किसान मोर्चा लखनऊ में लखीमपुर कांड के विरोध में एक किसान महापंचायत का आयोजन करेगा। इस दिन प्रदेश में भी अलग अलग तरह की विरोध कार्यवाहियां होंगी।
इस ऑनलाइन बैठक में किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉ सुनीलम, अ.भा.किसान सभा के संयुक्त सचिव बादल सरोज , म प्र.किसान सभा उपाध्यक्ष अशोक तिवारी , रामनारायण कुररिया, किसान जागृति संगठन के प्रदेश अध्यक्ष इरफान जाफरी, अ.भा कि.सभा अजय भवन के प्रहलाद दास वैरागी, डी डी वासनिक, विजय सिंह मीणा , एआईकेकेएमएस से सोनू शर्मा, भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन के संदीप ठाकुर, भारतीय किसान यूनियन के अनिल यादव, महेंद्र सिंह तोमर, किसान क्रांति के दिलीप शर्मा, बरगी बांध विस्थापित संघ के राजकुमार सिन्हा, जागृत आदिवासी दलित संगठन की माधुरी कृष्णा स्वामी, राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष राहुल राज, संयुक्त किसान मोर्चा रीवा के संयोजक शिव सिंह , रामजीत सिंह, शहीद राघवेंद्र सिंह किसंस रीवा के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह शंखू, स्वराज इंडिया जबलपुर के अमित पांडेय, नर्मदा बचाओं आंदोलन बड़वानी से मुकेश भगोरिया, छिंदवाड़ा से किसान संघर्ष समिति की उपाध्यक्ष एड.आराधना भार्गव, मुलताई से भागवत परिहार, इंदौर से रामस्वरूप मंत्री , सिवनी से डॉ. राजकुमार सनोडिया,राजेश पटेल, ग्वालियर से एड. रायसिंह, सिंगरौली से निसार अलम अंसारी, अलीराजपुर से नवनीत मंडलोई , भारतीय किसान यूनियन चढ़ुनी के राधेश्याम मीना, क्रान्तिकारी किसान मजदूर संगठन के बाबू सिंह राजपूत , अग्रगामी किसान सभा के सुनील सिंह, होशंगाबाद से तुलाराम, नरेंद्र सिंह सिंगोरिया आदि शामिल हुए।
बैठक का संयोजन किसान संघर्ष समिति के भागवत सिंह परिहार ने किया तथा संचालन वरिष्ठ किसान नेता इरफान जाफरी ने किया।
बादल सरोज
संयोजक अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेएससीसी)
संयुक्त सचिव अखिल भारतीय किसान सभा*