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संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर पूरे भारत में किसानों ने सेकड़ों स्थानों पर रेल रोको कार्यक्रम किया – उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई स्थानों पर गिरफ्तारियां

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एसकेएम ने जोरदार तरीके से अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग दोहराई – अजय मिश्रा टेनी स्पष्ट रूप से लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड में शामिल थे और अब समय आ गया है कि मोदी सरकार उन्हें गिरफ्तार कर बर्खास्त करे
*मप्र में शहीद किसान श्रद्धांजलि पदयात्रा जारी – अन्य जगहों पर शहीद कलश यात्रा जारी – लोकनीति सत्याग्रह पदयात्रा अपने निर्दिष्ट स्थान वाराणसी के करीब
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संयुक्त किसान मोर्चा के रेल रोको आंदोलन के आह्वान पर भारत भर में सैकड़ों स्थानों पर, प्रदर्शनकारी किसानों ने आज छह घंटे के लिए रेलवे ट्रैक और प्लेटफार्मों पर आंदोलन किया। कई जगहों पर भारी बारिश का सामना करते हुए, हजारों की संख्या में पुरुष और महिलाएं रेल रोको आंदोलन में शामिल हुए। 290 से अधिक ट्रेनें कथित तौर पर प्रभावित हुईं और 40 से अधिक ट्रेनें रद्द कर दी गईं। उत्तर प्रदेश में यूपी पुलिस ने किसान नेताओं को कई जगहों पर हिरासत में ले लिया। मध्य प्रदेश में पुलिस ने कई जगहों जैसे गुना, ग्वालियर, रीवा, बामनिया (झाबुआ) और अन्य जगहों पर प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। तेलंगाना के काचीगुडा (हैदराबाद) में भी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया। कई राज्यों जैसे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना आदि से रेल रोको आंदोलन के सफल होने की खबरें प्राप्त हुई हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा ने लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड में अजय मिश्रा टेनी को गिरफ्तार कर केंद्रीय मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने की अपनी मांग पुरजोर तौर पर दोहराई। मोदी सरकार को नैतिक जिम्मेदारी लेने के साथ-साथ इसे नैसर्गिक न्याय के सरल सिद्धांत के रूप में करना जरूरी है, ताकि जांच प्रभावित न हो, लखीमपुर खीरी हत्याकांड के असली दोषियों और मास्टरमाइंडों को गिरफ्तार किया जा सके ताकि नागरिक अपनी सरकार को विश्वास और सम्मान की कुछ झलक के देख सकें। एसकेएम ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर लखीमपुर खीरी नरसंहार में न्याय की मांग पूरी नहीं की गई तो विरोध और तेज किया जाएगा।

पुलिस ने लिया हिरासत में

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रेल रोको कार्यक्रम के तहत आलम नगर रेलवे स्टेशन के बाहर ही संदीप पांडे, राजीव यादव, रविंद्र, रानी सिद्दिकी, रिज़वाना, जनक दुलारी, अजय, आदिल खान, वीरेंदर गुप्ता, अमित मौर्या, गौरव सिंह, बबलू गौतम, बान्के लाल यादव को हिरासत में लेकर इको गार्डन ले जाया गया.emailMon, Oct 18, 2021, 1:13 PM IST

वाराणसी में रेलवे पुलिस अलर्ट पर

रेल रोको आंदोलन को लेकर वाराणसी पुलिस अलर्ट सुजाबाद बाद रेलवे ट्रैक पर किसान आंदोलन की दृष्टि से रामनगर एसएचओ अश्वनी पांडे पुलिस के साथ अलर्ट पर हैं. शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक पुलिस की मुस्तैदी की गई है.emailM

आगरा में पुलिस की तैनाती

ताजनगरी आगर में किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन का असर दिखाई नहीं दिया. हांलाकि किसान संगठनों के ऐलान के बाद से आरपीएफ, जीआरपी और सिविल पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे . इसी के तहत आगरा छावनी, राजा की मंडी रेलवे स्टेशन समेत कई स्टेशनों पर आरपीएफ गश्त करती नजर आई. एसपी(रेलवे) मोहम्मद मुस्ताक के मुताबिक आगरा छावनी स्टेशन, स्टेशन एरिया, गेटों, संभावित स्थानों पर आवश्यक बंदोबस्त दस्ता तैनात किया गया। आगरा छावनी, राजा की मंडी, भंड़ाई, फरह, बिल्लोचपुरा, कीठम, रूनकता स्टेशनों पर अतिरिक्त संख्या में स्टाफ तैनात कर लगातार पेट्रोलिंग करवाई जा रही है.emailMon, Oct 18, 2021, 12:10 PM IST

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों का रेल रोको आंदोलन जारी है. गाजियाबाद के मोदीनगर में किसान रोकेंगे रेल, जिसके चलते पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है. वहीं मोदीनगर में रेलवे स्टेशन पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है. किसानो को 10 बजे पहुंचना था, लेकिन किसान अभी नही पहुंचे है.emailMon, Oct 18, 2021, 10:28 AM IST

लखनऊ पुलिस की चेतावनी

किसान के रेल रोको आह्वान के बीच यूपी पुलिस ने चेतावनी दी है कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ रासुका लगाया जाएगा. लखीमपुर हिंसा के बाद किसानों ने यूपी सहित पूरे देश में रेल रोको का आह्वान किया है. लखीमपुर में 3 अक्टूबर को एक हिंसा में चार किसानों की मौत हो गई थी.emailMon, Oct 18, 2021, 10:28 AM IST

लखनऊ में लागू है धारा 144

समाचार एजेंसी एएनआई ने लखनऊ पुलिस के हवाले से बताया है कि किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने वालों लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी. लखनऊ में सीआरपीसी की धारा 144 लगाई गई है, अगर कोई सामान्य स्थिति को बाधित करने की कोशिश करता है तो उस पर एनएसए (NSA) लगाया जाएगा.emailMon, Oct 18, 2021, 10:31 AM IST

राकेश टिकैत का बयान

वहीं भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने बताया कि ये अलग-अलग जिलों में अलग-अलग जगह होगा. पूरे देश में वहां के लोगों को पता रहता है ​कि हमें कहां ट्रेन रोकनी है. भारत सरकार ने अभी हमसे कोई बात नहीं की है. इससे पहले किसान मोर्चा ने बयान जारी कर कहा था कि रेल रोको अभियान शांतिपूर्ण तरीके से चलाया जाएगा.


देश के कई राज्यों में लखीमपुर खीरी नरसंहार के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए यात्राएं निकाली जा रही हैं। मध्य प्रदेश में शहीद किसान श्रद्धांजलि पदयात्रा की योजना बनाई गई है। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में शहीद कलश यात्रा शुरू हो गई है।
गांधी जयंती पर बिहार के चंपारण में शुरू हुई लोकनीति सत्याग्रह किसान जन जागरण पदयात्रा अपने गंतव्य वाराणसी के करीब है। पदयात्रा अब तक 17 दिन की पैदल यात्रा पूरी कर चुकी है। यह आज सुबह गाजीपुर जिले के नैसरा से रवाना हुई और दोपहर तक बासुपुर पहुंची। यात्री आज रात गाजीपुर जिले के सिधौना में विश्राम करेंगे। पदयात्रा के अंतिम चरण में कल पैदल मार्च बनारस जिले में प्रवेश करेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की यात्रा से आज का प्रश्न है – ‘प्राकृतिक संसाधनों की अंधाधून लूट की छूट कब तक?’
उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में कल भारी बारिश से धान, गन्ना, चना आदि जैसी तैयार फसलें बरबाद हो गईं। किसान अत्याधिक नुकसान से आक्रोशित हैं, और पूरे सीजन के निवेश और प्रयासों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। किसानों के लिए मौजूदा जोखिम कवरेज के अपर्याप्त तंत्र को देखते हुए, चाहे वह ‘इनपुट सब्सिडी’ के रूप में आपदा मुआवजा हो, या फसल बीमा हो, किसानों को नुकसान का ख़मियज़ा भुगतना पड़ेगा। संयुक्त किसान मोर्चा सभी प्रभावित किसानों के लिए सरकार द्वारा पर्याप्त मुआवजे का भुगतान करने की मांग करता है। उत्तर प्रदेश में जो किसान अपने कटे हुए धान को बाजार तक पहुंचाने में कामयाब रहे हैं, उन्हें व्यापारियों द्वारा लूटा जा रहा है। खरीद शुरू नहीं हुई है और किसानों को घोषित एमएसपी की तुलना में काफी कम कीमत मिल रही है। एसकेएम की मांग है कि किसानों की इस लूट को तुरंत रोका जाए और खरीद तत्काल शुरू की जाए।
इस बीच, पंजाब में कपास किसान सरकार के साथ बातचीत विफल होने के बाद पंजाब के वित्त मंत्री के आवास के बाहर धरना दे रहे हैं। एसकेएम की मांग है कि सभी प्रभावित किसानों को तत्काल पर्याप्त मुआवजा (६०००० रुपये प्रति एकड़) दिया जाए।

*जारीकर्ता* -बलबीर सिंह राजेवाल, डॉ दर्शन पाल, गुरनाम सिंह चढूनी, हन्नान मोल्ला, जगजीत सिंह डल्लेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां, शिवकुमार शर्मा (कक्का जी), युद्धवीर सिंह, योगेंद्र यादव
*संयुक्त किसान मोर्चा*

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