एशिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी अपनी विरासत सौंपने के लिए एक मजबूत योजना पर काम कर रहे हैं। उनकी कोशिश है कि ऐसा प्लान बनाया जाए, जिससे आगे चलकर उनके बेटों और बेटी में कोई विवाद न हो। कारण यह है कि खुद वे इसी रास्ते से गुजर चुके। इसके लिए वे दुनिया भर के अरबपतियों के उत्तराधिकार मॉडल का अध्ययन भी कर रहे हैं।
64 वर्ष के मुकेश अंबानी के दो बेटे और एक बेटी हैं। वे इनके बीच अपने करीब 208 अरब डॉलर के बिजनेस को बांटना चाहते हैं। इसके लिए वे कई सालों से सक्सेशन प्लान यानी उत्तराधिकार योजना तैयार कर रहे हैं। वे दुनिया भर के अमीरों के सक्सेशन प्लान की स्टडी कर रहे हैं। इसमें वॉल्टन से लेकर कोच परिवार तक शामिल हैं। मुकेश अंबानी ने अब इस सक्सेशन प्लान को फाइनल करने पर काम तेज कर दिया है।
मुकेश को दो प्लान पसंद
1. वॉलमार्ट के वॉल्टन परिवार का मॉडल
1992 में कंपनी के फाउंडर सैम वॉल्टन की मौत के बाद उनके बिजनेस के ट्रांसफर को मैनेज किया गया था। दुनिया के सबसे अमीर परिवार वॉल्टन ने 1988 से ही कंपनी के रोजाना के बिजनेस को मैनेजर्स के हाथों में सौंप दिया था। इसके बाद इस पर नजर रखने के लिए एक बोर्ड बना दिया था। सैम के सबसे बड़े बेटे रॉब वॉल्टन और उनके भतीजे स्टुअर्ट वॉल्टन वॉलमार्ट के बोर्ड में शामिल हैं।
2015 में सैम के ग्रैंडसन इन-लॉ ग्रेग पैनर को कंपनी का चेयरमैन बनाया गया। हालांकि इसकी काफी आलोचना इसलिए हुई, क्योंकि शेयरधारकों से ज्यादा तरजीह परिवार को दी जा रही थी। सैम ने अपनी मौत से 40 साल पहले 1953 में ही सक्सेशन प्लान को शुरू किया था। इसके मुताबिक उन्होंने बिजनेस का 80% हिस्सा 4 बच्चों में बांट दिया था।
2. होल्डिंग को ट्रस्ट में डालना
मुकेश परिवार की होल्डिंग को एक ट्रस्ट में डालना चाहते हैं जो देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज को नियंत्रित करेगी। इस नए ट्रस्ट में मुकेश अंबानी, नीता अंबानी और उनके तीनों बच्चों की हिस्सेदारी होगी। इसके बोर्ड में ये सभी लोग शामिल होंगे। योजना के मुताबिक, बोर्ड में अंबानी परिवार के जो सबसे करीबी लोग हैं, वे भी शामिल होंगे। रिलायंस कंपनी एक प्रोफेशनल मैनेजमेंट के जरिए चलेगी।
रिलायंस का कारोबार रिफाइनिंग, पेट्रोकेमिकल्स, टेलिकॉम सहित रिटेल और ई-कॉमर्स में है। यह मैनेजमेंट रिलायंस के साथ-साथ इसके अन्य कारोबार को देखेगा।
मुकेश अभी भी सक्रिय रूप से कारोबार चला रहे
दरअसल, अभी तक मुकेश अंबानी सक्रिय रूप से कारोबार चला रहे हैं। उनके साथ उनके तीनों बच्चे भी कारोबार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उनके तीन बच्चों में आकाश, अनंत और ईशा हैं। ये तीनों लोग समय-समय पर रिलायंस के तमाम इवेंट्स में अपने कारोबार का प्रेजेंटेशन करते आए हैं।
सबसे बड़ा संपत्ति विवाद मुकेश और अनिल का
देश में अब तक कॉर्पोरेट में सबसे बड़ा पारिवारिक विवाद मुकेश और उनके छोटे भाई अनिल अंबानी के बीच हुआ। इसका कारण यह था कि रिलायंस को शुरू करने वाले धीरूभाई अंबानी ने कोई उत्तराधिकारी योजना नहीं बनाई थी। साल 2002 में उनकी मौत के बाद दोनों भाइयों के विवाद सामने आ गए और इस वजह से रिलायंस को दो हिस्सों में बांटना पड़ा।
बंटवारे में मुकेश को मिला अहम हिस्सा, अनिल के खाते में छोटी कंपनियां आईं
अनिल के हिस्से में कम्युनिकेशन, पावर और कैपिटल बिजनेस आया। मुकेश को सबसे महत्वपूर्ण रिलायंस इंडस्ट्रीज मिल गई। मुकेश ने बाद में टेलिकॉम, रिटेल और कई नए अन्य बिजनेस भी शुरू किए। आज उनकी टेलिकॉम कंपनी जियो दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। जियो का वैल्यूएशन 6 लाख करोड़ रुपए है, जबकि रिलायंस रिटेल का 5.5 लाख करोड़ रुपए का वैल्यूएशन है। वे ई-कॉमर्स में भी बड़ा दांव खेल रहे हैं।
अनिल आज दिवालिया, अध्यात्म पर चल पड़े
अनिल अंबानी आज की तारीख में दिवालिया हैं। उनकी कंपनियां बिक रही हैं। वे अपनी कंपनियों को बचाने में लगे हैं। उनका मुंबई का हेडक्वार्टर भी अब यस बैंक ने ले लिया है, क्योंकि कंपनी बैंक का कर्ज नहीं चुका पाई। 63 वर्ष के अनिल अंबानी अभी भी 14-16 घंटे काम कर रहे हैं और अध्यात्म के रास्ते पर हैं। मुकेश अंबानी आज 95 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया में 11वें नंबर के सबसे अमीर बिजनेसमैन हैं, जिस टेलिकॉम में अनिल दिवालिया हो गए, उसी टेलिकॉम में मुकेश आज बादशाहत दिखा रहे हैं।
1980-90 में रिलायंस तेजी से बढ़ रही थी
धीरूभाई अंबानी के नेतृत्व में 1980-90 का दशक रिलायंस के लिए महत्वपूर्ण था। अनिल और मुकेश के बीच जो विवाद हुआ, उसका निपटारा उनकी मां कोकिलाबेन को करना पड़ा। 2004 में जब विवाद एकदम उफान पर आया तो कोकिलाबेन ने दोनों को समझाया। हालांकि यह विवाद बाद में 5 साल तक चलता रहा। यह अलग बात है कि हाल में मुकेश अंबानी ने कई बार अनिल की मदद की, जिससे वे जेल जाने से बच गए। अनिल मुकेश के बेटे की शादी में भी एकदम मुस्तैदी के साथ परिवार के साथ दिखे।
फिलहाल मुकेश अंबानी बिजनेस और सक्सेशन दोनों प्लान पर एक साथ काम कर रहे हैं। वे ग्रीन एनर्जी में बड़ा दांव खेलने वाले हैं। उन्होंने रिलायंस को कई सेक्टर में मजबूत बना दिया है।