मुंबई
शेयर बाजार रेगुलेटर सेबी ने टिंबोर होम के IPO में गिरोह बनाकर शेयरों में कारोबार करने वाले 10 लोगों को 3.08 करोड़ रुपए लौटाने का आदेश दिया है। यह रकम 45 दिनों के अंदर लौटानी होगी। साथ ही दर्जनों लोगों पर शेयर बाजार में कारोबार करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसमें से 3 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी मामले में एक अलग से ऑर्डर में सेबी ने 8 लोगों को 17 लाख रुपए की पेनल्टी भरने का आदेश दिया है।
दो अलग-अलग ऑर्डर जारी हुआ
सेबी ने 54 पेज और 42 पेज के दो ऑर्डर में मंगलवार को यह जानकारी दी। सेबी ने बताया कि 18 लोग एक साथ मिलकर गिरोह बनाकर कारोबार कर रहे थे। सेबी ने इस मामले में 1 अप्रैल 2014 से 30 मई 2015 के बीच जांच की थी। इसके मुताबिक इसके 4 प्रमोटर्स अनंत मालू, मालू बिल्डिंग, मनन विद्यापति पटेल और अभिजीत डागा हैं। इनकी होल्डिंग 1 साल में ही कंपनी में 29.90% से घट कर 0.29% पर आ गई थी।
शेयरों को ट्रांसफर कर खेल किया गया
सेबी ने जांच में पाया कि ढेर सारे लोगों और कंपनियों को ऑफ मार्केट शेयरों को ट्रांसफर किया गया। इसमें कुल 21 लोग शामिल थे। इसमें प्रमोटर्स भी थे। यह सभी एक दूसरे से कनेक्टेड रहते थे। 21 लोगों में से 19 लोग कंपनी के बीएसई और एनएसई में लिस्टेड शेयरों में कारोबार कर रहे थे। हालांकि इस शेयर को 29 अक्टूबर 2015 को एक्सचेंज से सस्पेंड कर दिया गया था।
शेयरों की कीमतें नीचे और ऊपर होती रहीं
सेबी ने पाया कि बीएसई पर टिंबोर होम के शेयरों की कीमत 11.65 रुपए से गिर कर 3.26 रुपए पर आ गई थी। जबकि यह ऊपर में 20.20 रुपए तक चली गई थी। 2014 से 2015 के दौरान यह 5.20 रुपए पर बंद हुआ था। इसमें से टॉप 10 ग्राहक जो कारोबार कर रहे थे उनके पास कुल कारोबार का 32.56% हिस्सा हुआ करता था। इसमें से 4 कनेक्टेड लोगों के पास 15.7% हिस्सा होता था। बाकी के पास 67.44% हिस्सा होता था।
शेयरों को बढ़ाने का खेल जारी था
सेबी के मुताबिक, इन लोगों में से कुछ लोग कम भाव पर शेयर खरीदते थे और कुछ लोग ज्यादा भाव पर खरीदते थे। ये लोग शेयरों की कीमतों को बढ़ाने और गिराने का काम करते थे। सेबी ने यह भी पाया कि 25 जुलाई 2014 को इस संबंध में बल्क एसएमएस को भेजा गया। इस एसएमएस में टिंबोर होम के शेयरों को 14 रुपए के वर्तमान भाव पर खरीदने की सलाह दी गई। शॉर्ट टर्म में इसका लक्ष्य 17 रुपए और एक हफ्ते में 25 रुपए जाने का लक्ष्य दिया गया। लंबी अवधि में इसका लक्ष्य 60 रुपए रखा गया।
बल्क एसएमएस भेजने के बाद कीमतें बढ़ गई
सेबी ने पाया कि जब एसएमएस भेजा गया तो उसके बाद अचानक इसके शेयरों में वोल्युम बढ़ गया। साथ ही शेयरों की कीमतें भी बढ़ गई। एसएमएस भेजे जाने से पहले इसके प्रमोटर्स ने कुल 37.82 लाख शेयरों को अन्य कनेक्टेड लोगों को ट्रांसफर कर दिया। सेबी ने कहा कि इन लोगों ने मिल कर 3.78 करोड़ रुपए का फायदा कमाया। सेबी ने मंगलवार को आदेश जारी कर इन लोगों को कमाए गए फायदे को वापस करने का आदेश दिया।