नई दिल्ली.
गणतंत्र दिवस फ्लाइट पास्ट में पहली बार राफेल विमान भी गरजेंगे। राफेल के साथ सुखोई और मिग समेत 42 लड़ाकू विमान अपना जौहर दिखाएंगे। 26 जनवरी को फ्लाईपास्ट में वायुसेना के कुल 38 विमान और थल सेना के चार विमान शामिल होंगे।वायु सेना मेक इन इंडिया थीम के तहत इस बार प्रमुख लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन करने वाली है। वायुसेना के विंग कमांडर इंद्रानिल नंदी ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।
वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे राफेल
फ्लाईपास्ट का समापन एक राफेल विमान द्वारा ‘वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन’ से होगा। ‘वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन’ में विमान कम ऊंचाई पर उड़ान भरते हुए सीधे ऊपर जाता है, उसके बाद कलाबाजी खाते हुए फिर एक ऊंचाई पर स्थिर हो जाता है।
चिनूक और अपाचे भी होंगे शामिल
फ्लाइट पास्ट में चिनूक ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्टर, अपाचे कॉम्बैट हेलिकॉप्टर सी130 जे ट्रांसपोर्ट विमान भी शामिल होंगे। चिनूक हेलिकॉप्टर भारत ने अमेरिका से खरीदा है। 2019 में यह वायुसेना में शामिल किया गया। भारत के पास 4 चिनूक हेलिकॉप्टर हैं। वायु सेना इस दौरान तेजस, एस्ट्रा मिसाइल और रोहिणी सर्विलांस रडार का भी प्रदर्शन करेगी।
बच्चों और बुजुर्गों को अनुमति नहीं
बता दें कि कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक इस बार गणतंत्र दिवस पर सिर्फ 25 हजार लोगों को ही एंट्री की इजाजत है। कार्यक्रम में 15 साल से कम उम्र के बच्चों और 65 साल से ऊपर के बुजुर्गों को शामिल होने की अनुमति नहीं है।