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लता जी के निधन पर मध्यप्रदेश में दो दिन का राजकीय शोक: भावुक हुए CM शिवराज, जानिए सुर साम्राज्ञी के निधन पर किसने क्या कहा?

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मध्यप्रदेश के इंदौर में जन्मी स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन से देशभर में शोक लहर है। लता मंगेशकर के निधन पर मध्यप्रदेश सरकार ने दो दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मप्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने शोक संवेदनाएं प्रकट की हैं।

सुर साम्राज्ञी के निधन से सीएम शिवराज भावुक हो गए, उन्होंने सोशल मीडिया पर गहरा दुख जताया। सीएम बोले, स्वर के महायुग का अंत हो गया। लता दीदी आपके बिना यह देश सूना है, गीत-संगीत सूने हैं, हर घर सूना है, हृदय घट सूना है। आपकी कमी कभी कोई पूरी नहीं कर सकता। गीत-संगीत की देवी मानकर आपकी पूजा करते रहेंगे। लता दीदी के चरणों में प्रणाम।

सीएम ने चार ट्वीट किए। उन्होंने आगे कहा कि स्वर साम्राज्ञी, परम श्रद्धेय लता मंगेशकर जी के निधन से अन्तर्मन दुख, पीड़ा और शोक से व्यथित है। देश ही नहीं, समूचे विश्व ने एक ऐसी स्वर साधिका को खो दिया, जिन्होंने अपनी मधुर आवाज से जीवन में आनंद घोलने वाले असंख्य गीत दिए। लता दीदी का तपस्वी जीवन स्वर साधना का अप्रतिम अध्याय है।

कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति: राज्यपाल मंगुभाई पटेल

मप्र के राज्यपाल मंगुभाई पटेल लिखा- स्वर कोकिला, “भारत रत्न” लता मंगेशकर जी के निधन की खबर अत्यंत दुःखद है। उनका जाना कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके परिजनों व प्रशसंकों के प्रति शोक संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।

भारतीय संगीत को अपनी सुरीली आवाज से विश्व भर में पहचान दी: कमलनाथ

पूर्व सीएम कमलनाथ ने लिखा- स्वर कोकिला, सुर साम्राज्ञी, कई पुरस्कारों से सम्मानित, मध्यप्रदेश के इंदौर में जन्मीं लता मंगेशकर जी के निधन का समाचार बेहद पीड़ादायक है। आज उनके निधन से संगीत का एक युग समाप्त हो गया। उनका निधन कला क्षेत्र की ऐसी क्षति है, जो कभी पूरी नहीं हो सकती है। उन्होंने भारतीय संगीत को अपनी सुरीली आवाज से विश्व भर में पहचान दी। उनके निधन पर शोक संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ईश्वर उनके परिजनों व करोड़ों प्रशंसकों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।

उनकी आवाज अमर है: दिग्विजय सिंह

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा एक युग की समाप्ति हो गई। मध्यप्रदेश में जन्मी भारत रत्न लता मंगेशकर जी के निधन की दुःखद खबर है। उनकी आवाज अमर है। ना उनके जैसा हुआ है और ना होगा। हम उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

हमने एक अमूल्य हीरा खो दिया है : ज्योतिरादित्य सिंधिया

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लिखा- स्तब्ध हूं-निःशब्द हूं I सुरों की देवी, देश का मान-सम्मान, भारत रत्न आदरणीय लता मंगेशकर जी का जाना राष्ट्र और सम्पूर्ण संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। हमने एक अमूल्य हीरा खो दिया है। ईश्वर लता दीदी की आत्मा को शांति और परिजनों व उनके करोड़ों प्रशंसकों को ये दुख सहने की शक्ति दें।

लता दीदी ने विश्व स्तर पर देश का मान बढ़ाया: वीडी शर्मा

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने लिखा- इंदौर में जन्मीं लता दीदी ने विश्व स्तर पर देश का मान बढ़ाया। वो सच्ची देशभक्त थीं, उनके देशभक्ति से ओत प्रोत गीतों ने सभी देशवासियों के दिलों में एक विशेष स्थान बनाया। उनके साथ आज संगीत जगत का एक युग समाप्त हो गया। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें।

स्‍वर कोकिला का स्वर खामोश हो गया: कैलाश विजयवर्गीय

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने लिखा– बेहद दुखद ! ‘स्‍वर कोकिला’ का स्वर खामोश हो गया! सुश्री लता मंगेशकर दीदी ने अपने 6 दशक लम्बे करियर में हजारों गीत गाए। उनकी आवाज ने कभी किसी की आंखों को नम किया तो कभी सीमा के जवानों को संबल दिया। आज वे सबको रुला कर चली गईं।

लता दी सुरों का जीवंत इतिहास थीं : नरोत्तम मिश्रा

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने लिखा- ‘हजारों साल नर्गिस अपनी बे-नूरी पे रोती है, बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदा-वर पैदा।’ लता दीदी आपने जो गाया वो अमर हो गया है। न भूतो, न भविष्यति। श्रद्धेय लता जी का निधन हम सभी के लिए गहन दुख और वेदना की घड़ी है। वे हमारे देश में एक ऐसा खालीपन छोड़ गई हैं, जिसे कभी भरा नहीं जा सकता। लेकिन उनकी सुरीली आवाज हमेशा दिलों में जीवित रहेगी। लता दी सुरों का जीवंत इतिहास थीं। उनका जाना सुरों की दुनिया के साथ ही पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके जाने से अचानक जिस खालीपन का अहसास हो रहा है, वो शायद लंबे समय तक भरा नहीं जा सकेगा।

री आवाज ही पहचान है, गर याद रहे : इंदर सिंह परमार

स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने लिखा- मेरी आवाज ही पहचान है, गर याद रहे… इस आवाज को कोई कभी कैसे भुला सकेगा… सुर साधिका दीदी लता मंगेशकर जी के निधन से ना सिर्फ संगीत जगत बल्कि विश्व को एक गहरा आघात लगा है। आज एक महान और शालीन व्यक्तित्व जिनका स्मरण सदैव यह विश्व करेगा… ने इस संसार से विदाई ली, भावपूर्ण श्रद्धांजलि।

लता मंगेशकर जी ईश्वर की एक अनुपम कृति थीं: प्रहलाद पटेल

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने लिखा- लता मंगेशकर जी जैसे व्यक्तित्व विरले होते हैं, वे ईश्वर की एक अनुपम कृति थीं। उनके जाने से बहुत दुखी और व्यथित हूं। लता जी का तपस्वी जीवन और सतत साधना आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरणा देती रहेगी। ईश्वर उन्हें अपने हृदय कमल में स्थान दें।

यह आवाज अविस्मरणीय थी, अविस्मरणीय रहेगी : जीतू पटवारी

मप्र कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने लिखा– नाम गुम जाएगा, चेहरा ये बदल जाएगा. मेरी आवाज ही पहचान है, ग़र याद रहे। यह आवाज अविस्मरणीय थी। यह आवाज अविस्मरणीय रहेगी। विनम्र श्रद्धांजलि।

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