ग्वालियर
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की कट्टर समर्थक और पूर्व मंत्री इमरती देवी का गुस्सा शिवराज सरकार के प्रति फूट पड़ा। शुक्रवार को उनका एक VIDEO सामने आया, जिसमें वे मुख्यमंत्री से सवाल करती नजर आ रही हैं। उनका गुस्सा आंबेडकर जयंती पर डबरा में होर्डिंग के लिए जगह ना मिलने को लेकर था। इमरती देवी ने कहा- मुख्यमंत्री हमेशा दलितों के वोट की बात करते हैं, लेकिन हमारे बाबा साहब के जन्मदिन पर शहर में उनका एक भी होर्डिंग नहीं और हमने जो होर्डिंग बनवाए, उनके लिए भी जगह नहीं है।
दरअसल 15 अप्रैल यानी आज गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का जन्मदिन है। इससे एक दिन पहले ही डबरा शहर के सभी प्रमुख मार्ग और स्थल उनके जन्मदिन की बधाई वाले पोस्टरों और बैनरों से पट गए थे। जब इमरती देवी ने आम्बेडकर जयंती पर उनके पोस्टर और होर्डिंग वाले गेट लगवाने चाहे, तो उन्हें लगाने की जगह नहीं मिली। इसी बात को लेकर उनका गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने सरकार के दलित हितैषी होने पर सवाल खड़े कर दिए।
डबरा शहर नरोत्तम मिश्रा के बधाई पोस्टरों से पटा पड़ा दिखा।
बाबा साहब के लिए एक भी जगह नहीं, जहां पोस्टर लगा सकें
इमरती देवी ने कहा- बाबा साहब का एक भी होर्डिंग लगाने के लिए जगह नहीं है। हमने लोहे के गेट बनवाकर बाबा साहब का फोटो लगवाया है। हम मुख्यमंत्री से कहना चाहते हैं कि एक तरफ तो आप दलितों के वोट के लिए एससी के वोट की बात करते हो, दूसरी तरफ हमारे बाबा साहब के लिए होर्डिंग्स तक नहीं है, जहां उनका फोटो लगा सकें।
हार के लिए भाजपा में आने को ठहरा चुकीं जिम्मेदार
ग्वालियर के डबरा से पूर्व विधायक इमरती देवी और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बीच तल्खी जगजाहिर है। पहले भी इमरती देवी अपनी हार के लिए भाजपा में आने को जिम्मेदार ठहरा चुकी हैं। यही नहीं, पूर्व में वह भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से इस बात का जिक्र भी कर चुकी हैं।
बयानों से पहले भी रह चुकी हैं चर्चा में
इससे पहले भी इमरती देवी अपने बयानों को लेकर चर्चा में रह चुकी हैं। कई मौकों पर वह कहती नजर आई हैं कि उपचुनाव में वे इसलिए हार गईं, क्योंकि उन्होंने पार्टी बदल ली थी। हालांकि बाद में वे बयानों से पलटकर उसे तोड़ मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाती हैं।