देश के सबसे रईस अरबपति गौतम अडानी और कर्ज के बोझ तले दबे अनिल अंबानी के बीच एक डील को लेकर ठन गई है। यह डील 5 साल पहले की है लेकिन अब अनिल अंबानी की रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (आर-इंफ्रा) ने मुंबई सेंटर फॉर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन में अडानी समूह की कंपनी अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड के लिए खिलाफ दरवाजा खटखटाया है। इस तनाव के बीच दोनों कंपनियों के निवेशकों ने खूब पैसे बनाए हैं।
शेयर का हाल: अडानी ट्रांसमिशन का शेयर सोमवार को 4000 रुपये के स्तर को पार कर गया। कारोबार के दौरान कंपनी के शेयर ने 52 वीक के हाई 4047 रुपये को छु लिया। एक दिन पहले के मुकाबले शेयर में 74.20 रुपये या 1.89% की तेजी रही। मार्केट कैपिटल की बात करें तो 4 लाख 47 हजार करोड़ रुपये रहा।
इसी तरह, रिलायंस इंफ्रा के शेयर में भी जबरदस्त तेजी रही। एक दिन पहले के मुकाबले शेयर के भाव में 11.65 रुपये या 7.17% का उछाल आया। कारोबार के अंत में शेयर का भाव 174.10 रुपये रहा। कारोबार के दौरान शेयर का भाव 178 रुपये तक पहुंचा। मार्केट कैप की बात करें तो 4,578.66 करोड़ रुपये रहा।
क्या है अनिल अंबानी की कंपनी का आरोप: आर-इंफ्रा का आरोप है कि अडानी समूह की कंपनी अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) ने डील की शर्तों को पूरा नहीं किया है। हालांकि किन शर्तों का उल्लंघन किया गया है, इसको लेकर रिलायंस-इंफ्रा ने स्थिति स्पष्ट नहीं की है। अब अडानी ट्रांसमिशन की ओर से भी प्रतिक्रिया भी आ गई है।
क्या कहा अडानी ट्रांसमिशन ने: कंपनी ने कहा कि आर-इंफ्रा का उसकी पावर डिस्ट्रिब्यूटर कंपनी अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड (एईएमएल) के खिलाफ दावा कमजोर तथ्यों पर आधारित है। अडानी ट्रांसमिशन ने कहा- हम विवाद सुलझाने के लिए शेयर खरीद समझौते (एसपीए) के तहत निर्धारित प्रक्रिया का पालन कर रहे हैं। हम तथ्यों के आधार पर जवाब देंगे और रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ सुनवाई में अपने दावे पेश करेंगे। अगस्त, 2018 में आर-इन्फ्रा ने उत्पादन, वितरण और ट्रांसमिशन समेत मुंबई में अपने ऊर्जा कारोबार को अडानी ट्रांसमिशन को 18,800 करोड़ रुपये में बेचने के लिए लेनदेन पूरा किया था।