हो तुम मुस्लिम औरत तो फिर एप वेप पर बेचेंगे
जैसे ही तुम बोलोगी हम मिलकर ज़बाने खींचेंगे
फिर जान की धमकी , मौत की धमकी , डीएम में भी भेजेंगे
हक अपना तुम मांगोंगी, हुई जुर्रत कैसे तुम्हारी?
नए राष्ट्र की है तैय्यारी
नीव रखी सीने पर मेरे, लाशों से फर्श को पाटा है
हर जानिब है घोर हिंसा और मुह पे विकास का ढाटा है
लुट गए सारे हक के इदारे कचहरी में सन्नाटा है
न्यायालों के फैसले अब तो न्याय पे पड गये भारी
नए राष्ट्र की है तैय्यारी
हमको मारने वाला अब तो है क्रांतिकारी
रेप करे जो हम लोगों का वो तो है संस्कारी
कह सकते हो कैसे क्रिमिनल वो हैं जन्यूदारी
निकलें जैसे जैल के बाहर करियो खातिर दारी ,
भायी नए राष्ट्र की है तैय्यारी
वो चौराहे जिनपर कभी धरने होते रहते थे
नारी बचाओ, बेटी बचाओ, के नारे गूंजा करते थे
देश की बेटी कैसे बचेगी , उसपर चर्चा करते थे
वो चौराहे , वो रास्ते , वो गालियां होगई खाली
भायी नए राष्ट्र की है तैय्यारी
नए राष्ट्र की है तैय्यारी
आप दौड़ें धूपें रिट लिखें या लिखें याचिकाएं
ढ्यू प्रोसेस पर करे यकीन या जस्टिस में फैत दिखाए
कुछ नहीं होने वाला उससे , आएँगी हाथ हवायें
संविधान को भूलों भैया , नया निज़ाम हुआ जारी
नए राष्ट्र की है तैय्यारी
तुम जब हमको धमकी दोगे , मौत के घाट उतारोगे
अपने पड़ोसी मुस्लिम पर जब जुल्म नए करवाओगे
हमको देश द्रोही कहोगे , कातिल को हीरो बनाओगे
तब मिलेंगे इनाम तुम्हें , जब करोगे इस्मतदारी
नए राष्ट्र की है तैय्यारी