नई दिल्ली
दिल्ली चुनाव आयुक्त विजय देव ने शुक्रवार को दिल्ली नगर निगम चुनाव का ऐलान कर दिया है। 7 से 14 नवंबर तक नामांकन होंगे। 4 दिसंबर को वोटिंग होगी, जबकि 7 दिसंबर को काउंटिंग होगी। दिल्ली नगर निगम में 250 सीटें हैं, इनमें अनुसूचित जाति (SC) के लिए 42 सीटें रिजर्व हैं। महिलाओं के लिए 50 फीसदी सीटें रिजर्व होंगी। दिल्ली नगर निगम के वार्डों के परिसीमन के बाद केंद्र सरकार ने 18 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी किया था।
चुनाव के लिए 50 हजार से ज्यादा EVM होंगी
दिल्ली के सभी 250 वार्ड में EVM से वोट डाले जाएंगे। इसके लिए 50 हजार से ज्यादा EVM रखी गई हैं। वोटर की सुविधा के लिए चुनाव में एक लाख से ज्यादा कर्मचारियों की तैनाती होगी। चुनाव में 250 ARO, 2 हजार सेक्टर मजिस्ट्रेट होंगे। 68 जनरल ऑब्जर्वर तैनात होंगे।
दिल्ली में आचार संहिता लागू
दिल्ली में आज से ही आचार संहिता लागू हो गई है। अब मॉडल बुक ऑफ कंडक्ट की एक बुकलेट जारी की जाएगी। लाउडस्पीकर के उपयोग पर पर रोक रहेगी। लाउडस्पीकर का यूज करने के लिए परमिशन लेनी होगी। परमीशन लेने के बाद भी रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर नहीं बजा सकेंगे। दिल्ली में अवैध रूप से लगे होर्डिंग्स और पोस्टर्स के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
उम्मीदवारों के नामांकन 68 स्थानों पर सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक होंगे। एक कैंडिडेट चुनाव प्रचार में 8 लाख रुपए तक खर्च कर सकता है। पिछले चुनाव में खर्च सीमा 5.75 लाख रुपए थी।
कांग्रेस के पास लोकसभा-विधानसभा की एक भी सीट नहीं
दिल्ली में 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सभी सातों सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस और AAP अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी। 2020 विधानसभा चुनाव में 70 सीटों में से AAP को 62 और BJP को 8 सीटें मिली थीं, जबकि 2015 के विधानसभा चुनाव में AAP को 67 और BJP को 3 सीटें मिली थीं। कांग्रेस 2020 और 2015 के विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली थी।