लक्षमणसिंह देव
5 साल पहले जब मैं काठमांडू के थमेल बाजार में रह रहा था तो मेरा ध्यान एक विशेष पुस्तक लेखक की तरफ आकर्षित हुआ।काठमांडू के थमेल बाजार में पर्वतारोहण का सामान बेचने वाले सैकड़ो स्टोर हैं ।मैंने ध्यान दिया कि रेनॉल्ड मेसनर नामक व्यक्ति की पुस्तके बहुत सारी दुकानों पर बिक रही है।किसी और व्यक्ति के मुकाबले इसी की किताबें अलग अलग टाइटल के साथ बिक रही हैं। नेट पर ढूंढा तो इस व्यक्ति की उपलब्धि देखकर मैं आश्चर्यचकित रह गया।रेनॉल्ड का जन्म इटली में हुआ, रेनॉल्ड जर्मनभाषी,रोमन कैथोलिक है।इटली के पर्वतारोही विश्व में सर्वश्रेष्ठ हैं। पर्वतारोहण के क्षेत्र में इसके नाम अदभुत रेकॉर्ड हैं।रेनॉल्ड विश्व का सर्वश्रेष्ठ पर्वतारोही है।सबसे पहला यह कि यह सबसे पहला इंसान था जो 8हजार मीटर से ऊपर के सभी पर्वतों पर चढ़ चुका है।दूसरा रेकॉर्ड यह कि यह पहला इंसान था जो एवरेस्ट पर बिना किसी शेरपा या पॉर्टर की मदद से एवम बिना ऑक्सीजन के चढ़ा,जिनमे से 2 रुट ऐसे थे जिनसे होकर कोई नहीं चढ़ा, जब रेनॉल्ड ने बिना ऑक्सीजन के एवरेस्ट पर अकेले चढ़ने की बात कहीं तो डॉक्टरों ने कहा कि यह असम्भव् है ।रेनॉल्ड अकेले एक बोतल पानी एवम कुछ सूखे मेवे लेकर अकेला गिरता पड़ता एवरेस्ट पर चढ़ गया।नंगा पर्वत के अभियान के दौरान रेनॉल्ड बिना किसी पॉर्टर की मदद के अपने भाई के साथ नंगा पर्वत की चोटी पर पहुंच गया,दुर्भाग्य से मौषम खराब हो गया और रेनॉल्ड के भाई की मृत्यु हो गयी और रेनॉल्ड को नंगा पर्वत के रूपल फेस से वापस आना पड़ा इस प्रक्रिया में रेनॉल्ड की पैर की 6उंगलियां गल गयी।रेनॉल्ड की खास बात यह है कि यह बिना किसी पॉर्टर की मदद से अकेले पहाड़ो पर चढ़ता है।इस तरीके को अल्पाइन स्टाइल कहते हैं।रेनॉल्ड ने इस प्रक्रिया में सैकड़ो बार अपनी जान की बाजी लगायी है।ऐसे लोग वाकई प्रेरणादायक हैं।रेनोलड़ ने पर्वतारोहण पर 60 से ज्यादा पुस्तके लिखी हैं।