भोपाल
इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते राजनीतिक बयानबाजी भी बढ़ती जा रही है। भाजपा की शिवराज सरकार की विकास यात्रा पर भाजपा विधायक ने ही सवाल उठाए हैं। सतना के मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा कि विकास यात्रा में किसी की रुचि नहीं है। इसके अलावा, उन्हाेंने पूर्व सीएम अर्जुनसिंह की प्रतिमा का अनावरण न होने पर भी नाराजगी जताई है।
नारायण त्रिपाठी बुधवार को भोपाल के व्यापमं चौराहे पर लगी अर्जुनसिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे। उन्हाेंने कहा कि कुछ दिन पहले यहां से गुजरा था। देखा- कि ढाई साल बाद भी विंध्य के गौरव और पूर्व सीएम अर्जुनसिंह की प्रतिमा का अनावरण नहीं हो पाया है। उन्होंने मांग की है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रतिमा का जल्द अनावरण कराएं अन्यथा 4 मार्च को अर्जुन सिंह की पुण्यतिथि पर विंध्य के लोग खुद प्रतिमा का अनावरण कर देंगे। इसी मौके पर दैनिक भास्कर ने नारायण त्रिपाठी से बात की।
सवाल- विकास यात्रा चल रही है। आप विकास यात्रा में गए हैं ?
विधायक- हरी झंडी दिखा दी है, लेकिन मैं उसके परिणाम जानता हूं। आज ग्रामीण क्षेत्र और जिस जगह विकास यात्रा जाती है, वहां नेताओं से लोग कहते हैं कि विकास नेताओं का हुआ है। असल में नेताओं से लोगों का विश्वास उठ गया है। लोगों का कहना है कि विकास सिर्फ कागजों में हुआ है। लोगों का राजनीति से भरोसा खत्म हो गया है। यही कारण है कि विकास यात्रा में किसी की रुचि नहीं है। वैसे, विकास की गति अनवरत चलती रहेगी। काम होते रहेंगे, लेकिन विकास का आधार दिखना चाहिए। आज गांव का आदमी बच्चों को पढ़ा नहीं पाता। पढ़ाई और दवाई की अच्छी व्यवस्था नहीं है।
सवाल- अर्जुनसिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया है, आपकी क्या रणनीति है?
विधायक– एक साल पहले नानके पेट्रोल पंप चौराहे पर मैंने अर्जुन सिंह की प्रतिमा रस्सियों में लिपटी खड़ी देखी थी। मैंने उस समय भी प्रतिमा के अनावरण का प्रयास किया था। मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था, क्योंकि अर्जुनसिंह विंध्य की धरोहर हैं। विंध्य की राजनीति के चाणक्य कहा जाता है। दो तीन दिन पहले मुझे पता चला कि अर्जुन सिंह की प्रतिमा यहां व्यापमं चौराहे पर है।
इस कारण मैं यहां आया और देखा कि कितनी बुरी हालत है। जो रेलिंग लगाई गई, वो भी चोरी हो गई। इस तरह उनकी प्रतिमा किनारे खड़ी कर दी गई। किस कारण से इस प्रतिमा का अनावरण नहीं किया जा रहा है। कौन सी ऐसी मजबूरी थी कि इस प्रतिमा का सम्मान पूर्वक अनावरण नहीं हो पाया। मैं मुख्यमंत्री से ये मांग करता हूं कि अर्जुन सिंह की प्रतिमा का 4 मार्च के पहले अनावरण कराएं, अन्यथा 4 मार्च उनकी पुण्यतिथि के मौके पर विंध्य के लोग खुद प्रतिमा का अनावरण कर देंगे।
बुधवार को भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी पूर्व सीएम अर्जुनसिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने मीडिया से चर्चा की।
सवाल – 4 मार्च के कार्यक्रम में कौन-कौन आएगा
विधायक – विंध्यभर के लोग आएंगे। हम सबको पत्र लिखेंगे। मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखेंगे। विंध्य के लोग आएंगे और सम्मान के साथ विंध्य की धरोहर कुंवर अर्जुन सिंह की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। विंध्य के महापुरुषों का अपमान न करें।
सवाल- क्या मुख्यमंत्री ने आपकी पहले बात नहीं सुनी
विधायक – मैंने पहले मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था फिर लिखूंगा। सुनें या न सुनें ये उनका काम है। हमारा काम है सलाह देना। मैं भाजपा का एमएलए हूं। सच्ची सलाह देता हूं। यदि सच में संभलना है, तो गरीबों का शोषण और आज के दौरे में जिस तरह उन्हें उपेक्षित रखा गया है, विंध्य को उपेक्षित न रखें और विंध्य के बारे में सोचें।
सवाल- विधानसभा चुनाव को लेकर आपकी पार्टी बन गई है क्या?
विधायक – विंध्य के लोग तैयार हो चुके हैं। विंध्य के लोग पार्टी का गठन कर चुके हैं।
सवाल – क्या आप भी उसी पार्टी से चुनाव लड़ेंगे?
विधायक – मैं तो लड़ाई ही लड़ रहा हूं। मेरा उद्देश्य चुनाव लड़ना नहीं हैं। मेरा उद्देश्य विंध्य का पुर्ननिर्माण है। वो कैसे होगा, ये देख और समझ रहा हूं।
सवाल- क्या प्रतिमा के बहाने नारायण और अजय नई रणनीति बना रहे हैं?
विधायक – मैं नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाना चाहता था, इसलिए विधायक पद की बलि दी थी। अब इस प्रतिमा अनावरण से ये सिद्ध नहीं होता कि मैं कांग्रेस में जा रहा हूं। या अजयसिंह और नारायण त्रिपाठी के समीकरण बन रहे हैं। संबंध कोई गड़बड़ होंगे। मैं राजनीति में जाति धर्म दल को नहीं देखता। मैं भाजपा का विधायक हूं। यदि विंध्य की उपेक्षा होगी, तो वो किसी जाति धर्म, दल के हों मैं खुलकर बोलूंगा।
तीन साल से अनावरण का इंतजार
यह प्रतिमा पहले टीटी नगर चौराहे पर लगी थी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद इसे व्यापमं चौराहे पर शिफ्ट किया गया।
टीटीनगर स्थित चौराहे से चंद्रशेखर आजाद और पूर्व CM अर्जुन सिंह की प्रतिमा हटाने को लेकर करीब तीन साल से विवाद चल रहा है। करीब एक साल पहले मूर्तियां हटा भी दी गईं, जो अब व्यापमं चौराहे पर धूल खा रही है। अनावरण के लिए न तो निगम आगे आया और न ही कांग्रेस ने पहल की। 11 अक्टूबर 2019 में कांग्रेस की सरकार के समय पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की प्रतिमा नानके पेट्रोल पंप चौराहे पर स्थापित की गई थी। यहां पहले चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा लगी थी। मामला हाईकोर्ट में चला गया।
इसके बाद निगम ने पूर्व सीएम की प्रतिमा को यहां से हटाकर व्यापमं चौराहे पर शिफ्ट कर दिया था। इस दौरान कांग्रेसियों ने आपत्ति भी जताई थी। जिस प्रतिमा को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है, उसका अ