रेप का आरोपी मिर्ची बाबा उर्फ वैराग्यानंद गिरि जेल में है। बुधवार को पुलिस उसे लेकर जेपी अस्पताल पहुंची। यहां डीएनए टेस्ट के लिए बाबा का सैंपल लिया गया। इस दौरान पीड़ित महिला को भी सुरक्षा के बीच पुलिस अस्पताल लेकर आई। बाबा को देख महिला बिफर गई। महिला ने उसे खूब खरी-खोटी सुनाई।
रायसेन की 28 साल की महिला ने 8 अगस्त 2022 को मिर्ची बाबा उर्फ वैराग्यानंद गिरि के खिलाफ रेप, धमकी का केस दर्ज कर कराया था। ग्वालियर से उसे गिरफ्तार किया गया था। तब से बाबा भोपाल की केन्द्रीय जेल में है।
महिला बोली- मुझे मार देना, बच गई तो छोड़ूंगी नहीं
जब पुलिस मिर्ची बाबा को लेकर जाने लगी, तब पुलिस चौकी पर बैठी पीड़िता उसे देख बिफर गई। बोली- भगवा रंग पहनकर हिन्दू धर्म को बदनाम कर रहा है। इससे बड़ा पापी इस धरती पर नहीं है। तुझे तो फांसी होनी चाहिए। मेरी नजर में तो वो भी कम है। बहुत घटिया इंसान है। अब कमलनाथ साथ देने नहीं आ रहे? मुझे कमलनाथ की धमकी दे रहा था, अब बुला ले कमलनाथ को…। मुझे गोली मार देगा क्या? मार दे, हम तो सच्चाई के पीछे चल रहे हैं। मैं हर जगह अकेले जाती हूं। जहां मर्जी आए, वहां गोली मार देना। सीधे सीने पर मारना और बच गई तो छोड़ूंगी नहीं। इसके बाद पीड़िता को पुलिस डॉक्टर गरिमा दुबे के कमरे में लेकर चली गई। बाबा को पुलिस जेल लेकर रवाना हुई।
मिर्ची बाबा को बुधवार को डीएनए टेस्ट के सैंपल के लिए जेपी अस्पताल ले जाया गया। यहां उसे केबिन में बैठाया गया। रेप का आरोप लगाने वाली महिला उसे देखते ही भड़क गई और खूब खरी-खोटी सुनाई।
भगवा वस्त्र पहनकर आया बाबा
मिर्ची बाबा भगवा वस्त्र पहने हुए था। पुलिस ने उसे जेल से लाने के बाद जेपी अस्पताल की पुलिस चौकी में बैठाए रखा। इस दौरान वह मेडिकल स्टाफ, पुलिसकर्मियों से चर्चा करता रहा कि भाजपा सरकार ठीक नहीं है। कांग्रेस को वोट करें। अच्छी सरकार है। पुलिस ने जब उसे अस्पताल से जेल के लिए पुलिस वाहन में बैठाया तो उसने हाथ जोड़कर सबका अभिवादन किया।
महिला थाना प्रभारी अंजना धुर्वे ने बताया कि रेप के आरोपी का डीएनए सैंपल पहले नहीं लिया गया था। बुधवार लिए गए सैंपल की जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी। वहीं, उसके वकील श्रीकृष्ण धौसेला ने बताया कि पुलिस ने किसके आदेश पर मेरे अभियुक्त का डबल से मेडिकल कराया है। इसकी जानकारी पुलिस और कोर्ट की तरफ से नहीं दी गई। इस संबंध में कोर्ट के समक्ष मैं अभियुक्त का पक्ष रखूंगा।
खूंखार कैदियों के बीच दिन बिता रहा बाबा
कभी 24 घंटे नेताओं, चेलों से घिरा रहने वाला मिर्ची बाबा जेल की सलाखों के पीछे खूंखार कैदियों के बीच दिन बिता रहा है। वह जेल से बाहर निकलने के लिए बेचैन है। बचाव के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रहा है। अब तक उससे जेल में मिलने के लिए भी कोई नेता-चेला नहीं पहुंचा। सिर्फ उसके वकील ही मुलाकात करने पहुंचे।
बाबा के मोबाइल में 414 पेज में सिर्फ कॉल डिटेल
करीब तीन महीने पहले पुलिस ने भोपाल कोर्ट में 566 पेज में चालान पेश था। इनमें से 414 पेज बाबा के फोन की कॉल के डिटेल हैं। पुलिस का कहना है कि बाबा ने दावा किया था कि महिला जिस दिन घटना बता रही है, वह उस दिन भोपाल में नहीं थे, जबकि कॉल डिटेल में मोबाइल लोकेशन भोपाल के मिनाल रेसीडेंसी में ही बता रही है। पीड़िता की मोबाइल लोकेशन भी यहीं की मिली है।
मिर्ची बाबा को जब पुलिस अस्पताल लेकर आई, तब उसके चेहरे पर शिकन तक नहीं थी। वह भगवा वस्त्र पहने हुए था। यहां लोगों से राजनीति की बातें करता रहा। उसने कहा- भाजपा की सरकार अच्छी नहीं है। कांग्रेस को वोट देना। जाते समय हाथ जोड़कर सभी का अभिवादन भी किया।
पोटेंसी टेस्ट की कर चुका मांग
मिर्ची बाबा ने हाल में वकील के जरिए कोर्ट में दो मांग की थी। कोर्ट को दिए आवेदन में वकील श्रीकृष्ण धौसेला ने कहा था कि अभियुक्त (मिर्ची बाबा) 9 अगस्त 2022 से न्यायिक अभिरक्षा में है। वह नागा साधु है। शारीरिक संबंध बनाने की क्रिया में वह असमर्थ है। राजनीतिक छवि, भविष्य को बर्बाद करने करने के उद्देश्य से उसके खिलाफ ऐसे आरोप लगाए गए हैं। इस आधार पर पांच सदस्यीय डॉक्टर की टीम से संबंध बनाने की क्रिया (पोटेंसी टेस्ट) के संबंध में परीक्षण कराया जाए। इसका अभियोजन पक्ष ने मौखिक विरोध किया था।
कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि केस की जांच की कार्रवाई पूरी होकर चालान पेश हो चुका है। अब कोई कार्रवाई बाकी नहीं है। दूसरे आवेदन में बताया कि वह नागा संत की शंकर परंपराओं का पालन करता है। इसमें उसे सिर के बाल, दाढ़ी के बाल माथे पर चंदन का लेप लगाकर रखने पड़ते हैं। जेल अधिकारी उसके बाल कटवाने का दबाव बनवाते हैं। इस पर कोर्ट ने आवेदन स्वीकार कर केन्द्रीय जेल अधीक्षक को आदेश दिया था कि अभियुक्त के धार्मिक एवं संवैधानिक अधिकारों की जेल नियमावली अनुसार सुरक्षा की जाए।
मिर्ची बाबा को अगस्त 2022 में ग्वालियर से गिरफ्तार किया गया था। (फाइल फोटो)
अब मिर्ची बाबा के बारे में जान लेते हैं…
मिर्ची बाबा मध्यप्रदेश के पूर्व CM दिग्विजय सिंह के खास माने जाते हैं। कमलनाथ सरकार में बाबा को राज्यमंत्री का दर्जा भी था। 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सपोर्ट में कम्प्यूटर बाबा के बाद मिर्ची बाबा भी राजनीति में सक्रिय हुए थे। उन्हें कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं का करीबी माना जाता है। साल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान वो तब और ज्यादा चर्चा में आ गए थे, जब उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह की जीत के लिए पांच क्विंटल लाल मिर्ची का हवन किया था। मिर्ची बाबा ने तब ऐलान किया था कि अगर दिग्विजय सिंह चुनाव नहीं जीते तो वो जल समाधि ले लेंगे। जल समाधि लेने के लिए भोपाल कलेक्टर से अनुमति मांगी थी, जो नहीं मिली थी।