नई दिल्ली। केंद्र सरकार के इशारे पर खालिस्तान के समर्थन में सामग्री (कंटेंट) प्रसारित करने वाले यूट्यूब चैनल्स को कथित तौर पर ब्लॉक कर दिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सूचना एवं प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्र ने कहा कि बीते दस दिनों में विदेश से संचालित होने वाले आठ यूट्यूब चैनल को ब्लॉक किया गया है। उन्होंने बताया कि पंजाबी भाषा में सामग्री वाले चैनल सीमावर्ती राज्य में तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे थे।
सरकार की ओर से यह कार्रवाई ऐसे समय में की गई है, जब हाल ही में कट्टरपंथी उपदेशक और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने अजनाला में अपने एक सहयोगी की रिहाई की मांग को लेकर तलवारों और बंदूकों के साथ एक पुलिस थाने पर धावा बोल दिया। अमृतपाल सिंह को पिछले साल जरनैल सिंह भिंडरावाले के पैतृक गांव मोगा के रोडे में आयोजित एक कार्यक्रम में ‘वारिस पंजाब दा’ संगठन का प्रमुख नियुक्त किया गया था। इस संगठन की स्थापना अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू द्वारा की गई थी।
एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यूट्यूब 48 घंटे के भीतर चैनलों को ब्लॉक करने के सरकार के अनुरोधों पर कार्रवाई कर रहा है। अधिकारी ने कहा कि सरकार ने यूट्यूब से आपत्तिजनक सामग्री की स्वचालित (ऑटोमैटिक) रूप से पहचान करने और ब्लॉक करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और एल्गोरिदम का इस्तेमाल करने के लिए भी कहा है। हालांकि, भारत के मामले में यूट्यूब समस्या का सामना कर रहा है, क्योंकि सामग्री (कंटेंट) क्षेत्रीय भाषाओं में अपलोड की जा रही है और सिस्टम अंग्रेजी भाषा में सामग्री की पहचान करने के लिए हैं।