अमृतपाल का सरेंडर से इनकार:पंजाब CM की बेटी को खालिस्तानियों की धमकी; तमिलनाडु में पैकेट पर दही लिखने वाला आदेश वापस
बीते 13 दिन से फरार चल रहे अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस ने होशियारपुर में ड्रोन से सर्च ऑपरेशन चलाया। इधर, अमृतपाल ने एक ऑडियो और इसके कुछ ही घंटे बाद एक वीडियो मैसेज जारी किया। उसने ऑडियो मैसेज में सरेंडर करने की बात से इनकार किया। अमृतपाल ने कहा कि गिरफ्तारी देने या शर्त रखने के बारे में मैंने कोई बात नहीं की है, ये सब अफवाह है।
अमृतपाल ने कहा कि वो ना तो जेल जाने से डरता है और ना ही पुलिस कस्टडी के टॉर्चर से। इधर, अमेरिका में रह रहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान की बेटी सीरत कौर को खालिस्तानियों ने धमकी दी। उन्हें फोन पर अपशब्द भी कहे गए। सीरत, भगवंत मान की पहली पत्नी की बेटी हैं। वो मां और भाई दिलशान के साथ अमेरिका में रहती हैं। मान अपनी पहली पत्नी को तलाक दे चुके हैं।
उधर, तमिलनाडु में हिंदी भाषा को लेकर चल रहा विवाद थमता नहीं दिख रहा। राज्य में बिकने वाले दही के पैकेट्स पर हिंदी की जगह इसका तमिल नाम ‘तायिर’ ही लिखा जाएगा। दरअसल, फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने पैकेट पर कर्ड की जगह दही लिखने का निर्देश दिया था। राज्य के मुख्यमंत्री, दूध उत्पादक संघ और राजनीतिक पार्टियों ने इसका विरोध किया।
इसके बाद फूड सेफ्टी रेगुलेटर को आदेश वापस लेना पड़ा। राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने दक्षिण भारत के लोगों पर हिंदी थोपने का आरोप लगाया। तमिलनाडु के BJP अध्यक्ष अन्नामलाई ने भी FSSAI के आदेश को वापस लेने की मांग की थी। अन्नामलाई ने कहा कि FSSAI का आदेश क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के हमारे माननीय PM नरेंद्र मोदी की नीति के अनुरूप नहीं है
1. अमृतपाल का 28 घंटे में दूसरा वीडियो, बोला- मैं विदेश भागने वाला नहीं, जल्द सामने आऊंगा
पहला वीडियो जारी करने के 28 घंटे के भीतर अमृतपाल ने दूसरा वीडियो जारी किया। 6 मिनट 18 सेकंड के वीडियो में उसने कहा,’ जिन्हें लगता है कि मैं भगौड़ा हो गया और अपने साथियों को छोड़ गया, कोई ऐसी गलतफहमी न रखे। मैं विदेश भागने वाला नहीं, जल्द सामने आऊंगा। मुझे अगर इस घेरे से बाहर रखा है तो इसका मतलब है कि मैं अपनी कौम और अपने साथियों के लिए कुछ कर सकूं।’
अमृतपाल ने सरबत खालसा (सिख धर्मसभा) बुलाने की मांग दोहराई। उसने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत को चुनौती देते हुए कहा, ‘यह वक्त जत्थेदार साहिब की परीक्षा का है। बैसाखी पर सरबत खालसा बुलाकर जत्थेदार होने का सबूत दें।’ ऐसा करके जत्थेदार परिवारवाद के इल्जाम से मुक्त हो सकते हैं। इधर, जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि अमृतपाल सिंह का मामला मेरी समझ से परे है।
2. ललित मोदी- बोले- राहुल पर केस करूंगा, 15 साल में एक भी पैसा लिया हो, साबित नहीं हुआ
राहुल गांधी के मोदी सरनेम दिए बयान पर IPL के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने ऐतराज जताया। ललित मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा- मैंने राहुल गांधी को UK की अदालत में बुलाने का फैसला किया है। मुझे पक्का भरोसा है कि वे कुछ पुख्ता सबूतों के साथ जरूर आएंगे। ललित मोदी ने कहा गांधी से जुड़ा कोई भी आदमी लगातार कहता है कि मैं भगोड़ा हूं। आज तक मुझे किस मामले में सजा दी गई।
ललित मोदी ने यह भी कहा कि कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं के पास ओवरसीज में प्रॉपर्टी कैसे हैं? असली धोखेबाज कांग्रेस है। राहुल गांधी जो कि अब एक आम आदमी हैं और विपक्ष से जुड़े नेताओं के पास कोई काम नहीं है। अब या तो उनके पास गलत जानकारी है या फिर वो बदले की भावना से बोल रहे हैं। अब तक यह साबित नहीं हुआ है कि पिछले 15 साल में मैंने एक पैसा भी लिया हो।
3. FSSAI पर लगा हिंदी थोपने का आरोप, तमिलनाडु CM बोले- यह हिंदी लागू करने की जिद
विवाद की शुरुआत तब हुई जब आविन नाम के तमिलनाडु सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ ने हिंदी शब्द ‘दही’ का इस्तेमाल करने से इनकार कर दिया। आविन ने FSSAI से कहा कि वह सिर्फ तमिल नाम का इस्तेमाल करेगा। CM स्टालिन ने एक न्यूज रिपोर्ट को हवाला देते हुए कहा कि हिंदी लागू करने की जिद इस हद तक आ गई है कि हमें कर्ड के पैकेट को भी हिंदी में करने के निर्देश दिए जा रहे हैं।
तमिलनाडु लंबे समय से दक्षिण राज्यों पर हिंदी थोपे जाने का विरोध करता रहा है। साठ के दशक में राज्य में हिंदी विरोधी प्रदर्शन हुए थे और तत्कालीन केंद्र सरकार ने राज्य को भरोसा दिलाया था कि केंद्र और दक्षिणी राज्यों के बीच आधिकारिक भाषा के तौर पर अंग्रेजी मान्य रहेगी। पिछले साल जब केंद्र ने देशभर के स्कूलों में हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में पेश करने का फैसला लिया था, तब तमिलनाडु और केंद्र के बीच टकराव बढ़ गया था।
4. इंदौर में मंदिर की बावड़ी धंसी, 30 लोगों की मौत, देर रात 16 डेडबॉडी और निकाली गईं
इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में रामनवमी के हवन के दौरान बावड़ी की छत धंस गई। इससे 30 से ज्यादा लोग 40 फीट गहरे बावड़ी में गिर गए। हादसे में गुरुवार देर रात तक 13 महिलाओं समेत 30 लोगों के मौत की जानकारी मिली है। पुलिस ने हादसे के बाद रस्सियों के सहारे 19 लोगों को बाहर निकाला। मंदिर करीब 60 साल पुराना है। कलेक्टर ने मजिस्ट्रियल जांच कराने की बात कही है।
हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री ने दुख जताया। बावड़ी करीब 40 फीट गहरी है, जिसमें 4 से 5 फिट तक पानी भरा था। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से रस्सियों के सहारे कुएं से लोगों को निकाला। कुएं से 11 शव निकाले गए, जबकि 3 लोगों ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा। रेस्क्यू के लिए महू से आर्मी की टीम भी पहुंची। देर रात तक कुएं से 6 और शव निकाले गए।
5. पाकिस्तान में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस पर लगाम, मर्जी से सुओ मोटो नहीं ले सकेंगे
शाहबाज शरीफ का कहना है कि अगर अदालतें निष्पक्ष होतीं तो इमरान चुनाव ही नहीं लड़ सकते थे। (फाइल फोटो)
पाकिस्तान की शाहबाज शरीफ सरकार ने एक बिल पास किया है। अब सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस अपनी मर्जी से किसी मामले में सुओ मोटो (किसी केस में बिना अपील के सुनवाई करना) नहीं ले सकेंगे। नए बिल के मुताबिक, चीफ जस्टिस ज्यादातर मामलों में अपने सहयोगी जजों की मंजूरी के बिना फैसले भी नहीं ले पाएंगे। पाकिस्तानी संसद में बिल पर बहस के दौरान शरीफ ने कहा कि अगर हमने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस पर लगाम नहीं लगाई तो इतिहास हमें माफ नहीं करेगा।
शरीफ ने कहा,’ पूरे मुल्क और पूरी दुनिया में हमारी ज्यूडिशियरी और सुप्रीम कोर्ट का मजाक उड़ रहा है।’ बिल लाने की जरूरत इसलिए पड़ी, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के कई जज चीफ जस्टिस के रवैये से नाखुश थे। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल ने हर केस में इमरान को राहत दी। उन्होंने हाईकोर्ट के जजों पर खान को जमानत देने और न पेश होने का दबाव डाला।
- दिल्ली में 295 नए कोरोना केस
- दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 295 नए मामले सामने आए और 169 लोग ठीक हुए। पिछले 24 घंटों में कोरोना से किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई। अभी दिल्ली में 932 सक्रिय मामले हैं।
- पश्चिम बंगाल: हावड़ा में ‘राम नवमी’ शोभायात्रा के दौरान हंगामे के बाद पुलिसकर्मियों ने फ्लैग मार्च किया। हंगामे में कई वाहनों को आग लगा दी गई थी।
2 साल में 550% रिटर्न, अब 5 टुकड़ों में बंटेगा यह शेयर, ना चूकें पैसा बनाने का मौका
शेयर मार्केट में कई ऐसे स्मॉल कैप स्टॉक्स हैं, जिन्होंने निवेशकों को मालामाल किया है। ऐसी ही एक कंपनी डीप इंडस्ट्रीजहै। यह एक मल्टीबैगर स्टॉक है, जिसने दो साल में निवेशकों को करोड़पति बना दिया। अब यह कंपनी स्टॉक स्प्लिट कर रही है। यह शेयर अब 5 टुकड़ों में बंटेगा। डीप इंडस्ट्रीज के स्टॉक स्प्लिट के लिए रेकॉर्ड डेट 10 अप्रैल 2023 तय की गई है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ने कहा कि कंपनी ने 1:5 के अनुपात में स्टॉक स्प्लिट की सूचना दी है। बीएसई ने कहा, ‘एक्सचेंज के ट्रेडिंग मेंबर्स को बताया गया है कि डीप इंडस्ट्रीज इक्विटी शेयर के सब-डिविजन के लिए रेकॉर्ड डेट तय कर दी है। मौजूदा 10 रुपये फेस वैल्यू वाले इस शेयर को 2 रुपये फेस वैल्यू के शेयरों में स्प्लिट किया जाएगा।’
एक शेयर के 5 शेयर पाने का मौका
दीप इंडस्ट्रीज ऑफशोर सपोर्ट सॉल्यूशन ड्रिलिंग कारोबार से जुड़ी है। इस कंपनी के स्टॉक स्प्लिट के लिए रेकॉर्ड डेट 10 अप्रैल 2023 है। अर्थात अगर आपके डीमैट खाते में इस तारीख तक कंपनी का शेयर है, तो आपको एक शेयर के 5 शेयर मिलेंगे। हालांकि, शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये से घटकर 2 रुपये हो जाएगी।
निवेशकों को दिया बंपर रिटर्न
दीप इंडस्ट्रीज के शेयर ने निवेशकों को बंपर रिटर्न दिया है। पिछले दो वर्षों में यह शेयर करीब 44 रुपये से बढ़कर 264 रुपये हो गया। इस तरह दीप इंडस्ट्रीज के शेयर ने अपने पॉजिशनल शेयरहोल्डर्स को दो साल में 550 फीसदी का बंपर रिटर्न दिया है।
अडानी-रिलायंस हो या टाटा-बिड़ला, तोड़ दिये जाएं देश के 5 बड़े कारोबारी ग्रुप
देश के 5 सबसे बड़े कारोबारी ग्रुप्स को तोड़ देना चाहिए, ये महंगाई को बढ़ा रहे हैं। आरबीआई (RBI) के पूर्व डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने यह बात कही है। ये 5 बड़े कारोबारी ग्रुप्स रिलायंस ग्रुप टाटा ग्रुप , आदित्य बिड़ला ग्रुप, अडानी ग्रुप और भारती टेलीकॉम हैं। विरल आचार्य ने कहा कि भारत के सबसे बड़े कारोबारी ग्रुप जो रिटेल, रिसोर्सेज और टेलीकॉम सेक्टर में अत्यधिक मूल्य निर्धारण पावर का उपयोग करते हैं, महंगाई को बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन बड़े ग्रुप्स को तोड़ दिया जाना चाहिए। आचार्य ने कहा कि ये बड़े ग्रुप छोटी लोकल फर्म्स की कीमत पर बढ़े हैं। आचार्य साल 2017 से 2019 के बीच आरबीआई के डिप्टी गवर्नर रहे थे। उस समय सरकार के आसमान छूते टैरिफ ने इन ग्रुप्स को विदेशी फर्मों की प्रतिस्पर्धा से बचा लिया था।
महंगाई को सीधे तौर पर बढ़ा रहे ये ग्रुप
न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी स्टर्न स्कूल में इकॉनोमिक्स के प्रोफेसर आचार्य ने कहा, ‘नेशनल चैंपियन बनाना, जिसे कई लोग ‘न्यू इंडिया’ की औद्योगिक नीति मानते हैं, महंगाई को उच्च स्तर पर रखने में सीधे तौर पर मदद करता है।’ उन्होंने सुझाव दिया कि प्रतिस्पर्धा बढ़ाने और प्राइसिंग पावर को घटाने के लिए इस तरह के ग्रुप्स को तोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘यदि यह काम नहीं करता है तो इन ग्रुप्स को आर्थिक रूप से अनाकर्षक बनाकर इनकी रफ्तार कम कर दी जाए, जब तक कि उत्पादकता लाभ वास्तव में बड़े न हों।’ आचार्य ने उभरते बाजारों पर एक ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूट पैनल में प्रस्तुत किये जाने वाले पेपर में यह बात कही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने 1 घंटे से अधिक समय व्यतीत कर संसद के दोनों सदनों में आ रही सुविधाओं का अवलोकन करने के साथ ही विभिन्न कार्यों का निरीक्षण किया: सूत्र
दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में तेज बारिश हुई। वीडियो साउथ एवेन्यू से है।