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तुरंत कराएं जाति आधारित जनगणना -खड़गे की PM को चिट्ठी

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देश में जातीय जनगणना कराने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्‌ठी लिखी है। पत्र में खड़गे ने देश में 2021 की जनगणना जल्द से जल्द कराने की मांग की है। उन्होंने लिखा कि जनगणना जाति आधारित हो। इससे सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण को मजबूती मिलेगी।

बता दें कि रविवार को ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी PM मोदी से 2011 की जाति आधारित जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक करने की मांग की थी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आज सोशल मीडिया पर खड़गे की चिट्ठी साझा की है। उन्होंने लिखा कि अब जितनी आबादी उतना हक सभी को मिलना चाहिए।

मल्लिकाजुर्ग खड़गे की पूरी चिट्ठी…

प्रिय प्रधानमंत्री जी,

मैं एक बार फिर से नवीनतम जाति जनगणना के लिए आधिकारिक रूप से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की मांग को रखने के लिए आपको पत्र लिख रहा हूं। मेरे सहयोगियों ने और मैंने पहले भी कई अवसरों पर संसद के दोनों सदनों में इस मांग को उठाया है। कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने भी इस मांग को रखा है।

आप जानते हैं कि यूपीए सरकार ने पहली बार 2011-12 के दौरान करीब 25 करोड़ परिवारों को कवर करते हुए सामाजिक, आर्थिक और जाति जनगणना (एसईसीसी) कराई थी। मई 2014 में आपकी सरकार आने के बाद कांग्रेस और अन्य सांसदों ने इसे जारी करने की मांग की, लेकिन कई कारणों से जातिगत आंकड़े प्रकाशित नहीं किए गए।

मुझे आशंका है कि नवीनतम जाति जनगणना के अभाव में सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण कार्यक्रमों, विशेष रूप से ओबीसी के उत्थान के लिए आवश्यक डेटा बेस अधूरा है। यह जनगणना केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है। मैं यह भी बताना चाहता हूं कि 2021 में दशवार्षिक जनगणना होनी थी, लेकिन अभी तक नहीं हो पाई है। हम मांग करते हैं कि इसे तुरंत किया जाए और व्यापक जातिगत जनगणना को इसका अभिन्न अंग बनाया जाए।

मल्लिकार्जुन खड़गे की चिट्ठी

बिहार में हो रही जाति आधारित जनगणना
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही जाति आधारित जनगणना का ऐलान कर चुके हैं। इसको दो फेज में करने की घोषणा हुई है। पहला फेज कम्प्लीट भी चुका है। दूसरे फेज की जनगणना 15 अप्रैल से शुरू होगी। इसके लिए जातियों के कोड भी जारी कर दिए गए हैं। हर जाति को अलग-अलग कोड दिया गया है।

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