नई दिल्ली । एक नाबालिग पहलवान सहित यौन उत्पीड़न के आरोपों में मुकदमा झेल रहे भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ देश के प्रमुख पहलवानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच कांग्रेस पार्टी ने पहलवानों के समर्थन में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन से समर्थन मांगा है। कांग्रेस नेता सलमान अनीस सोज ने 80 वर्षीय अभिनेता और “अन्य सुपरस्टार्स” से समर्थन की अपील करते हुए कहा है कि महिला कुश्ती चैंपियंस को समर्थन देने के लिए कृपया आवाज उठाएं।
इससे पहले शनिवार को दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा कि विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। पुलिस के बयान से पहले प्रदर्शन कर रहे बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक समेत कई पहलवानों ने पुलिस स्टेशन का रुख किया था। शनिवार को प्रियंका गांधी वाड्रा और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने जंतर-मंतर पहुंचकर पहलवानों को अपना समर्थन दिया।
जहां प्रियंका गांधी ने एफआईआर पर सवाल उठाए तो अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश की बेटियों के साथ ऐसा करने वाले को फांसी दे देनी चाहिए। इस बीच कांग्रेस पार्टी ने पहलवानों के समर्थन के लिए सदी के महानायक अमिताभ बच्चन समेत तमाम फिल्मी सितारों से आवाज उठाने की मांग की है।
कांग्रेस नेता सलमान अनीस सोज ने सोशल मीडिया पर लिखा, “प्रिय अमिताभ बच्चन, आपको न्याय की मांग करने वाली भारत की महिला कुश्ती चैंपियन के बारे में पता होना चाहिए। वे भारत की सबसे प्रभावशाली आवाजों से समर्थन के पात्र हैं। आपका टी 4633 उनकी आवाज उठाने में मदद कर सकता है। वे आपके और अन्य सुपरस्टार्स के समर्थन के पात्र हैं। कृपया अपनी आवाज उठाएं।”
ये फिल्मी सितारे आए आगे
पहलवानों के समर्थन में अपनी आवाज उठाने वाले फिल्मी सितारों में अभी तक आवाज स्वरा भास्कर, सोनू सूद, उर्मिला मांतोंडकर और पूजा भट्ट शामिल हैं।
गौरतलब है कि पहलवानों ने प्रदर्शन के दौरान भारतीय ओलंपिक संघ की प्रमुख पीटी उषा पर “महिला” होने के बावजूद आरोपी बृजभूषण सिंह के खिलाफ गंभीर आरोपों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। दूसरी ओर, उषा ने कहा कि विरोध प्रदर्शनों ने पहलवानों में अनुशासन की कमी को दिखाया और इस कदम की आलोचना भी की।
उधर, सिंह पर कई वर्षों से महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोप लगे हैं, इस आरोप का खेल प्रशासक और भाजपा सांसद ने स्पष्ट रूप से खंडन किया है। सभी दावों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा है कि ये विरोध राजनीति से प्रेरित थे और आरोप झूठे थे।