इंदौर। कैलोदहाला स्थित सैटेलाइट जंक्शन कॉलोनी में 10 साल पहले प्लॉट खरीदने वालों को अब तक प्लॉट नहीं मिला है। वे 10 बार जनसुनवाई में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन प्लॉट मिलना तो दूर अब तक मामले में केस तक दर्ज नहीं हो सका है। अब वे फिर कमिश्नर से मिले और न्याय की गुहार लगाई।
पीडि़त अनवर खान, मनीष और रमेश ने बताया कि उन लोगों ने 2009 में कॉलोनी में सात लाख रुपए में एक हजार स्क्वेयर फीट के प्लॉट खरीदे थे, जिनकी बाकायदा रजिस्ट्री भी हो चुकी है, लेकिन 62 लोगों को आज तक प्लॉट नहीं मिला। इन 10 सालों में वे 10 बार कलेक्टर और पुलिस की जनसुनवाई में शिकायत दर्ज करवा चुके हैं, लेकिन आज तक केस तक दर्ज नहीं किया गया। उनका कहना है कि यह कॉलोनी अरुण डागरिया, अतुल सुराणा और सुरेंद्र सुराणा ने काटी थी, लेकिन इसके पीछे भी चिराग शाह ही है। उसने ही किसानों से जमीन खरीदी थी और कॉलोनी के लिए टीएनसी करवाई थी। ये लोग अन्य कॉलोनियों में भी लोगों के साथ प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी कर चुके हैं। जब लोग उनके ऑफिस में जाते हैं तो बाउंसर उनको धमकाते हैं, वहीं जहां इन लोगों को प्लॉट दिए गए हैं, वहां खेती हो रही है। बताते हैं कि किसानों को इन लोगों ने पैसा नहीं दिया, इसलिए वे कब्जा नहीं छोड़ रहे हंै। किसानों और कॉलोनाइजरों के चक्कर में पीडि़त भटक रहे हैं। कल ये लोग नए पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर से मिले और एक बार फिर न्याय की गुहार लगाई।