हज पर जाने वाले हज यात्री असमंजस में, कइयों ने आवेदन देकर एम्बार्केशन पाइंट बदलने की मांग की
इंदौर। इस बार हज पर जाने वाले हज यात्री एक नई दुविधा में फंस गए हैं। हज कमेटी ऑफ इंडिया ने अलग-अलग शहरों में बनाए गए एम्बार्केशन पाइंट से जाने के लिए राशि तय कर दी है। इंदौर से जो राशि रखी गई है, वह मुंबई के मुकाबले 52 हजार रुपए ज्यादा है। अब हज यात्री पसोपेश की स्थिति में हैं कि वे इंदौर से जाएं या मुंबई से।
कोरोना के बाद हज यात्रा इतनी महंगी हो गई है कि अब आम यात्री का हज पर जाना मुश्किल हो रहा है, वहीं अभी जो किराया हज यात्रा का तय किया गया है, वह भी इतना ज्यादा है कि उसमें इंदौर और मुंबई जैसे शहरों में काफी अंतर आ रहा है। हज कमेटी के पूर्व जिलाध्यक्ष फारुक राइन ने बताया कि हज यात्रा की तैयारी चल रही है। इस बार सेन्ट्रल हज कमेटी द्वारा इंदौर को भी एम्बार्केशन पाइंट बनाया है और यहां से हज पर जाने के लिए 3 लाख 57 हजार 805 रुपए की राशि तय की गई है, जबकि मुंबई से जाने के लिए 3 लाख 4 हजार 843 रुपए की राशि घोषित की गई है। दोनों में 52 हजार 962 रुपए का अंतर आ रहा है। यानि इंदौर से जाना है तो करीब 52 हजार रुपए ज्यादा देना होंगे। पहली और दूसरी किश्त भरने की तारीख भी तय की जा चुकी है। कई हज यात्री, जिनके परिवार एक से अधिक लोग हज यात्रा पर जा रहे हैं, उन्हें इस पर हज यात्रा महंगी पड़ेगी। इंदौर से इस बार करीब 3100 हज यात्रियों ने जाने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है। कई हाजी अब अपना एम्बार्केशन पाइंट बदलने के लिए सेन्ट्रल हज कमेटी में आवेदन कर रहे हैं, ताकि बढ़ी हुई राशि का उन्हें भुगतान न करना पड़े, हालांकि ये मुश्किल है क्योंकि उड़ानों का शेड्यूल भी आ चुका है। इसके बावजूद मुस्लिमों ने राशि कम करने की मांग की है, ताकि उन्हें यात्रा महंगी न पड़े।