भोपाल मप्र में सत्ता और संगठन का समन्वय भाजपा के लिए आदर्श तो बना ही हुआ है, अब केंद्रीय नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की डिजीटल तकनीक और लड़ाकू रणनीति पर भी मंथन करेगा। भाजपा सूत्रों का कहना है कि भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और महासचिव तरुण चुघ वीडी शर्मा के अब तक के कार्यकाल का आकंलन करेंगे की किस तरह शर्मा ने मप्र संगठन और पदाधिकारियों को तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बनाया है और हर एक मतदान केंद्र को अपनी मु_ी में कैद किया है। गौरतलब है की मप्र का बूथ मैनेजमेंट देश में सबसे तगड़ा है। पार्टी की मंशा है की इसी तरह का बूथ मैनेजमेंट अन्य राज्यों में भी हो ताकि, हर मतदाता तक पार्टी की पहुंच बन सके। इसलिए आज दोनों नेता प्रदेश के मतदान केंद्रों व डिजीटल पेज सिस्टम की जांच करेंगे।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जून को भोपाल आ रहे हैं। भाजपा प्रधानमंत्री की मौजूदगी में देशभर के 10 लाख मतदान केंद्रों पर कार्यकर्ताओं की सक्रियता की टेस्टिंग करेगी। इसमें प्रदेश के 64,100 मतदान केंद्र भी शामिल होंगे। इस महाअभियान से भाजपा को मालूम पड़ेगा की कमजोरी कहा हैं और उसे कैसे ठीक करना है। मतदान केंद्र के इस महाअभियान में निष्क्रिय रहने वाले पदाधिकारियों को पार्टी बाहर का रास्ता दिखाएगी। इससे पहले आज भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और महासचिव तरुण चुघ प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के कामकाज की भी समीक्षा करेंगे। इस समीक्षा के पीछे मुख्यत: दो उद्देश्य हैं। एक तो मप्र के डिजिटल बूथ मैनेजमेंट को प्रधानमंत्री के सामने आदर्श के रूप में पेश किया जाए और दूसरा है वीडी शर्मा के कार्यकाल का विस्तार करने पर विचार करना।
वीडी को विस्तार देने के पक्ष में
सूत्रों का कहना है की वीडी शर्मा के कार्यकाल विस्तार के लिए सत्ता और संगठन ने पहले ही आलाकमान को सिफारशी रिपोर्ट भेज दी है। वहीं संघ के अखिल भारतीय सह प्रचारक प्रमुख अरुण जैन और क्षेत्र प्रचारक दीपक विस्पुते भी वीडी शर्मा को विस्तार देने के पक्ष में हैं, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा में उनको लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। वीडी शर्मा को लेकर हाल ही में सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने भी इंदौर में दो दिन तक कैंप किया था और संगठन के कामकाज को लेकर फीडबैक भी लिया था। सूत्रों का कहना है कि यदि वीडी शर्मा को संगठन में अन्य कोई जवाबदारी दी जाती है तो प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कैलाश विजयवर्गीय का नाम सबसे ऊपर चल रहा है। यदि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कैलाश विजयवर्गीय के नाम पर सहमत हुए तो उनको लेकर फैसला हो सकता है। मुख्यमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को फिर से प्रदेश में लाना चाहते हैं लेकिन, नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी नरेंद्र सिंह तोमर को केंद्रीय मंत्रिमंडल में ही रखना चाहती है।
मप्र का माइक्रो बूथ मैनेजमेंट सबसे अच्छा
गौरतलब है की मिशन 2023 के लिए प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने जितने भी रणनीतिक नवाचार किए हैं, उन्हें भाजपा और संघ दोनों ने खूब सराहा है। इन्हीं में से एक है माइक्रो बूथ मैनेजमेंट। मप्र में इस रणनीति के साथ भाजपा ने प्रदेश के सभी 64100 मतदान केंद्रों के मतदाताओं तक अपनी पकड़ मजबूत की है। 2023 के चुनाव में भाजपा माइक्रो बूथ मैनेजमेंट करने वाली है, जिसकी जवाबदारी प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने खुद अपने पास रखी है। वे खुद बूथ मैनेजमेंट को मॉनिटर करेंगे। प्रदेश संगठन महामंत्री ने हाल ही में कहा भी है कि संगठन लगातार सुधार की प्रक्रिया अपना रहा है और अपनाता रहेगा। भाजपा ने बार-बार कहा है कि 2023 में पार्टी का लक्ष्य 51 फीसदी मत प्राप्त करना है। इसके लिए जो भी करना पड़ेगा किया जाएगा। भाजपा को यह आत्मविश्वास भी इसलिए आया है क्योंकि, नगरीय और पंचायत चुनाव में भाजपा को 50 फीसदी के लगभग मत मिल चुके हैं। भाजपा माइक्रो मैनेजमेंट के जरिए 51 फीसदी मतदान का लक्ष्य भी पूरा करना चाहती है। भाजपा ने मतदान केंद्र प्रबंधन की मजबूती के जरिए ही 30 लाख उन मतदाताओं को टारगेट करना प्रारंभ कर दिया है ,जो 2023 में पहली बार मतदान करेंगे। बूथ मैनेजमेंट के अलावा प्रदेश प्रभारी मुरलीधर का और राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर उन्हें गतिशील करेंगे।
कामकाज की समीक्षा के साथ फीडबैक भी
गौरतलब है की प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का कार्यकाल फरवरी में ही समाप्त हो गया है। चुनावी साल में भाजपा अब जल्द से जल्द प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति करना चाहती है। इसलिए आज बीएल संतोष और तरुण चुघ जहां वीडी शर्मा के कामकाज की समीक्षा करेंगे, वहीं पदाधिकारियों, मंत्रियों और अन्य नेताओं से भी इस संदर्भ में फीडबैक लेंगे। सूत्रों का कहना है कि वैसे तो हाईकमान वीडी शर्मा के कामकाज और रणनीति से खुश है, लेकिन उन्हें दूसरा कार्यकाल देने से पहले ठोस आधार बनाना चाहता है। इसलिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोपाल और शहडोल दौरे की तैयारियों के बीच आज बीएल संतोष और तरुण चुघ वीडी शर्मा के कामकाज की भी समीक्षा करेंगे। यह दोनों नेता प्रदेश संगठन पदाधिकारियों और मुख्यमंत्री सहित कतिपय मंत्रियों से भी चर्चा करेंगे। दोनों पदाधिकारी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा का कार्यकाल बढ़ाने के संबंध में भी फीडबैक लेंगे। शर्मा को लेकर फैसला भाजपा प्रधानमंत्री के दौरे के बाद कर सकती है। बीएल संतोष जहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नजदीकी माने जाते हैं, वही तरुण चुघ भाजपा के ऐसे महासचिव हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पसंद करते हैं। बीएल संतोष कर्नाटक में संघ के प्रचारक रह चुके हैं। जबकि तरुण चुघ ने वर्षों तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में काम किया है। इसलिए दोनों की रिपोर्ट मायने रखती है।