~सुधा सिंह
एक उम्र के बाद अक्सर लोगों को जीवन में अकेलापन महसूस होने लगता है। वे किसी साथी की तलाश करने लगते हैं। ऐसे में इमोशनल अफेयर के चलते जीवन में दोबारा से खोई हुई खुशी को लौटाने का प्रयास करते हैं। जो रिलेशनशिप में चीटिंग के समान है। इमोशनल अफेयर में आप किसी व्यक्ति से मैंटली अटैच होने लगते हैं। देखते ही देखते आप उस व्यक्ति से इस कदर जुड़ जाते हैं कि उसके बिना रहना आपके लिए आसान नहीं होता है। जो आपकी मैरिड लाइफ को नुकसान पहुंचाने के साथ साथ आपको एक चीटर बना देता है।
*इमोशनल अफेयर क्या है?*
इमोशनल अफेयर टर्म का मतलब है, एक ऐसा नॉन सेक्सुअल रिलेशन, जिसमें आप किसी दूसरे व्यक्ति से लगातार कॉन्टेक्ट में रहते हैं। उसके साथ अपने जीवन की हर छोटी बड़ी बात को साझी करके खुशी का अनुभव करते हैं। अपने छुपते छुपाते दिनभर टैक्सट मैसेज और फोन कॉल्स पर बिजी रहते हैं।
एक तरफ इस तरह का रिलेशन आपके जीवन में खुशी की वजह बनने लगता है। दूसरी ओर ये आपकी पर्सनल लाइफ को डिसटर्ब करने का कारण भी साबित होता है।
वो संकेतक जो बताते हैं कि आप इमोशनल अफेयर में हैं :
*1. लगातार संपर्क में रहना :*
ऐसा ज़रूरी नहीं है कि अगर आप किसी से संपर्क में हैं, तो आपके बीच सेक्सुअल रिलेशन्स भी हो। कई बार घंटों किसी से बातचीत करना और अपनी फैमिली को निगलेक्ट करना भी इसका एक प्राथमिक संकेत है।
लगातार किसी दूसरे व्यक्ति के संपर्क में रहने से इसका असर आपके निजी रिश्तों पर दिखने लगता है। आपके बच्चे और पति को आप पूरा वक्त नहीं दे पाती हैं। इससे रिश्तों में दूरी और उलझन पैदा होने लगती है।
*2. हर अनुभव सबसे पहले साझा करना :*
इमोशनल अफेयर में कदम रखते ही हम पहले से खुश रहने लगते हैं। हमें अपने जीवन में वो व्यक्ति सबसे महत्वपूर्ण लगने लगता है। इसके चलते जीवन में बीतने वाले हर पल का हिसाब हम उस शख्स को देने लगते हैं।
अब हमें अपनी लाइफ में उससे ज़रूरी और कुछ नहीं लगता है। हम अपने हर अच्छे और बुरे अनुभव में उसे शामिल कर लेते हैं। इस तरह से हमारी पर्सनल लाइफ पूरी तरह से उस व्यक्ति के सामने आने लगती है। वो बातें जो हमें अपने पार्टनर के साथ डिस्कस करनी चाहिए, वो चीजें अब किसी दूसरे व्यक्ति को बताने लगते हैं।
*3. गैर ज़रूरी चीजों को डिस्कस करना :*
कई बार हम अपनी जिंदगी के उन मुद्दों को भी डिस्कस करने लगते हैं, जिसका दूसरे व्यक्ति के साथ कोई लेना देना नहीं है। धीरे धीरे हम अपनी निजी बातें भी उसे बताने लगते हैं और जीवन में उसको एक खास स्थान दे देते हैं। इससे रिश्ता नज़दीकी बनने लगता है।
जब हम दूसरे व्यक्ति से हर बात शेयर करते हैं, तो ऐसे में हमें अपने लाइफ पार्टनर की आवश्यकता महसूस नहीं होती है। इसके चलते आपसी मन मुटाव और छोटी छोटी बातों पर बेवजह की नाराज़गी बढ़ने लगती है।
*4. कंपेयर करने लगना :*
जब दूसरा इंसान जिंदगी में कदम रखता है और आप मेंटली उससे अटैच हो रही हैं, तो इसका प्रभाव आपके शादीशुदा जीवन पर दिखने लगता है। आप न चाहते हुए भी अपने पति को उस व्यक्ति से कंपेयर करने लगती हैं। आपका तुल्नात्मक व्यवहार रिश्ते में दूरी बना देता है।
आप पति के साथ उठने बैठने और आने जाने में भी कतराने लगती है। अधिकतर वक्त बातचीत करने में ही गुज़ारने लगती है। इस प्रकार की चीटिंग जीवन में आपकी परेशानी का सबब बन जाती है।
*5. झूठ बोलना आदत बन जाना :*
इस इमोशनल अफेयर के चलते अब आप हर छोटी छोटी बात को अपने पार्टनर से छुपाने लगती हैं। हाइड एंड सीक के इस गेम में आप झूठ बोलना शुरू कर देती हैं। इन्सिक्योरिटी के चलते आप मीटिंग्स, लंच, मैसेज और फोन कॉल्स को छुपाने की कोशिश करने लगती हैं।
इसका असर रिश्ते पर दिखने लगता है। देखेत ही देखते रिश्ता खोखला होने लगता है। इन सब चीजों को करने से पहले हमें इस बात पर अवश्य ध्यान देना चाहिए कि इससे रिश्तो में विश्वास खोने लगता है, जिसे दोबारा से बना पाना शायद उतना आसान नहीं हो पाता है।
*इमोशनल अफेयर से कैसे बचें?*
किसी अन्य व्यक्ति को जीवन में आने की इजाज़त न दें।
अपनी पर्सनल प्रॉबलम्स को दोस्तों से शेयर न करें। वे उसका फायदा उठा सकते हैं।
पार्टनर और बच्चों की देख रेख में कीमती समय का उपयोग करें।
मैरिड रिलेशन को इतना मज़बूत कर लें कि कोई व्यक्ति उसमें आ न सके।
हर किसी के साथ अपनी फीलिंग्स को साझा करने से बचें।