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विरोध के बाद पटवारियों की नई नियुक्तियों पर रोक: सीएम बोले, एक सेंटर के रिजल्ट की फिर से होगी जांच

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इंदौर

मध्यप्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली के आरोप के बाद सरकार ने इस परीक्षा के आधार पर पटवारियों की नई नियुक्तियों पर रोक लगा दी है। सीएम शिवराज सिंह ने इस बात की जानकारी दी है।

सीएम शिवराज सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि कर्मचारी चयन मंडल की समूह 2 उप समूह 4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परीक्षा परिणाम में एक सेंटर के रिजल्ट पर संदेह जताया जा रहा है। इस परीक्षा के आधार पर की जाने वाली नियुक्तियां अभी रोक रहा हूं। सेंटर के परिणाम का फिर से परीक्षण किया जाएगा।

सीएम शिवराज ने पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर ये ट्वीट किया।

सीएम शिवराज ने पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर ये ट्वीट किया।

अपर मुख्य सचिव मलय श्रीवास्तव ने इस फैसले के पहले कर्मचारी चयन मंडल के दफ्तर में बैठक की। इस दौरान उन्होंने परीक्षा केंद्रों और उठ रहे सवालों को लेकर चर्चा की।

इससे पहले मध्यप्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा समेत अन्य भर्ती में धांधली के खिलाफ भोपाल और इंदौर समेत पूरे प्रदेश में स्टूडेंट्स सड़क पर उतर आए हैं। इंदौर में नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के नेतृत्व में हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स ने दोपहर करीब 12.30 बजे कलेक्टर ऑफिस का घेराव कर दिया। भोपाल में भी कर्मचारी चयन मंडल के सामने बड़ी संख्या में पटवारी अभ्यर्थी जुटे। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर इस मामले में जांच नहीं हुई, तो एक सप्ताह बाद भोपाल के जंबूरी मैदान पर आंदोलन करेंगे।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मामले में कहा कि सरकार जांच से क्यों कतरा रही है, जबकि राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा विद्यार्थियों से उनका हक और युवाओं से रोजगार की चोरी कर रही है।

इंदौर में 3 घंटे तक सड़क पर बैठे रहे प्रदर्शनकारी

इंदौर में प्रदर्शनकारी छात्र तीन घंटे तक सड़क पर ही बैठे रहे। घेराबंदी के चलते कलेक्टर ऑफिस इलाके में ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। जाम लग गया। एसडीएम अंशुल खरे ज्ञापन लेने पहुंचे, लेकिन प्रदर्शनकारी कलेक्टर को बुलाने पर अड़ गए। आखिरकार कलेक्टर इलैया राजा टी को ज्ञापन दिया।

प्रदर्शनकारियों ने मांग की है यदि पटवारी भर्ती में फर्जीवाड़े की सीबीआई जांच नहीं हुई तो अगली बार सीएम हाउस का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा कि कानून बनाकर पेपर लीक के दोषी को उम्रकैद की सजा कराई जाए।

इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर ऑफिस के गेट पर ‘रघुपति राघव राजा राम’ भजन गाया । बोले-कलेक्टर से मिलने के लिए इंतजार करेंगे। जब तक नहीं आएंगे कलेक्टर तब तक ये लड़ाई जारी रहेगी। यहीं बैठे रहेंगे। हम बैरिकेड के बाहर ही रहेंगे, किसी तरह का उपद्रव नहीं करेंगे, लेकिन कोई सुनने तो आए। हालांकि दोपहर तीन बजे कलेक्ट्रेट के सामने की सड़क पूरी तरह खाली हो गई। प्रदर्शनकारी आश्वासन के बाद चेतावनी देकर लौट गए हैं। ​​​​​​नेत़ृत्व कर रहे ​राधे जाट ने बताया कि ईमानदारों पर ही कार्रवाई होती है, इस सरकार में भ्रष्टाचारियों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। हमारा आंदोलन जारी रहेगा।

कांग्रेस बोली- व्यापमं घोटाले की एक सीरीज और जुड़ गई

इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्‌ढा ने इस मामले में कहा कि भाजपा के शासन काल में मप्र के व्यापमं घोटाले में एक सीरीज और जुड़ गई। स्टूडेंट्स का कहना है कि यह ऑनलाइन घोटाला है जिसके आंकड़े अभी सामने नहीं आए हैं। लाखों बच्चों ने परीक्षा दी है और 1200 रु. से 1500 रु. प्रति परीक्षार्थी से फीस ली गई है। यह 500 से 600 करोड़ रु. का घोटाला है। भाजपा के विधायक अजब सिंह कुशवाह जिनके एनआरआई कॉलेज के 10 में से 7 ने टॉप किया है, उन्हें 100% नंबर आए हैं यह कैसे संभव है। ऐसा लगता है कि उन्हें जैसे पेपर ही दे दिया गया था। इसकी सीबीआई से जांच होना चाहिए।

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