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कोरिया -अमेरिका में फिर से युद्ध छिड़ने की स्थिति में अमेरिका की निर्णायक हार होगी

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विगत 27 जुलाई 2023 को पितृभूमि मुक्ति युद्ध में जीत की 70 वीं वर्षगांठ पर जनवादी कोरिया की राजधानी फ्यंगयांग में एक विशाल हथियार प्रदर्शनी (무장장비전시회 2023) आयोजित की गई. इसके एक दिन पहले 26 जुलाई को वर्कर्स पार्टी के महासचिव काॅमरेड किम जंग उन ने इस विजय दिवस की बधाई देने जनवादी कोरिया की यात्रा पर आए रुस के रक्षा मंत्री सेर्गेई शोईगू और रूसी सैन्य प्रतिनिधिमण्डल के साथ इस प्रदर्शनी को देखा.

इस विशालकाय हथियार प्रदर्शनी में अमेरिका के साथ 70 वर्षों से युद्धरत जनवादी कोरिया द्वारा उस दौरान अर्जित सैन्य विज्ञान और तकनीक से बनाए गए उच्च कोटि के अत्याधुनिक हथियारों की भरमार थी. इस प्रदर्शनी को देख रहे रुसी रक्षा मंत्री शोईगू और सैन्य प्रतिनिधिमण्डल ने अब तक केवल सुनते आ रहे जनवादी कोरिया के अत्याधुनिक हथियारों को सीधे अपनी आंखों से देखा.

प्रदर्शनी के दौरे के दौरान, रक्षा मंत्री शोइगू और रूसी सैन्य प्रतिनिधिमंडल ने जनवादी कोरिया द्वारा विकसित रणनीतिक मानवरहित टोही विमान सेब्यल-4 (새별-4) और बहुउद्देशीय हमलावर ड्रोन सेब्यल-9 (새별-9) में विशेष रुचि दिखाई. इसका कारण यह है कि अमेरिका और चीन के बाद जनवादी कोरिया ऐसा तीसरा मुल्क है, जिसने इस तरह के रणनीतिक टोही और बहुउद्देश्यीय हमलावर ड्रोन बनाए हैं.

जनवादी कोरिया द्वारा बनाए गए रणनीतिक मानवरहित टोही विमान सेब्यल-4 का पंख फैलाव लगभग 35 मीटर है, और अमेरिका द्वारा बनाए गए रणनीतिक मानव रहित टोही विमान आरक्यू-4 ग्लोबल हॉक (RQ-4 Global Hawk) का पंख फैलाव 39.9 मीटर है.सेब्यल-4 की क्षमता ग्लोबल हाॅक के ही समान है. उसी तरह बहुद्देशीय हमलावर ड्रोन सेब्यल -9 का पंख फैलाव लगभग 20 मीटर और इसके अमेरिकी समकक्ष MQ-9 रीपर (MQ-9 Reaper) का भी पंख फैलाव भी 20 मीटर है.

2020 में रूस द्वारा तैनात क्रोनस्टेड ओरियन मानवरहित टोही विमान का पंख फैलाव 16 मीटर का है, जो जनवादी कोरिया के सेब्यल-4 प्रकार के रणनीतिक मानवरहित टोही विमान से लगभग 19 मीटर छोटा है. इसके अलावा रूस एस-70 ओखोटनिक-बी ड्रोन विकसित कर रहा है, जिसे सेब्यल–9 बहुउद्देशीय हमलावर ड्रोन के समान 20 मीटर के पंख फैलाव के साथ डिजाइन किया गया है.

रूस, जिसे दुनिया सैन्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी महाशक्ति के रूप में पहचानती है, ने अभी तक रणनीतिक मानवरहित टोही विमान और रणनीतिक मानवरहित हमला विमान नहीं बनाया है. स्वागत भोज में बोलते हुए, रक्षा मंत्री शोइगु ने कोरियाई पीपुल्स आर्मी को ‘दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेना’ कहा.

अमेरिका के हवाई द्वीप के वायु क्षेत्र तक उड़ान भरने में सक्षम है सेब्यल- 4

जैसा कि उपर स्पष्ट किया गया है कि सेब्यल- 4 का पंख फैलाव लगभग 35 मीटर है जो कि इसके अमेरिकी समकक्ष , RQ-4 ग्लोबल हाॅक के पंख फैलाव 39.9 मीटर की तुलना में थोड़ा छोटा है पर इसकी क्षमता ग्लोबल हाॅक के समान ही है.

इसके अलावा RQ-4 ग्लोबल हॉक की उड़ान सीमा 22,800 किमी है, और कि सेब्यल–4 प्रकार की 20,000 किमी है, जो RQ-4 ग्लोबल हॉक की तुलना में 2,800 किमी कम है. ऐसा माना जाता है कि सेब्यल–4 रणनीतिक प्रशांत महासागर को पार कर हवाई द्वीप के ऊपर उड़ान भर सकता है, हवाई टोही कर सकता है और जनवादी कोरिया के पूर्वी तट पर स्थित वनसान सैनिक अड्डे पर लौट सकता है.

इन परिस्थितियों को देखते हुए, यह कहा जा सकता है कि जनवादी कोरिया ने हवा से प्रशांत महासागर की टोह लेने के लिए सेब्यल–4 रणनीतिक ड्रोन का निर्माण किया है, न कि केवल कोरियाई प्रायद्वीप और आसपास के जल क्षेत्र का.

आरक्यू-4 ग्लोबल हॉक की तरह ही सेब्यल-4 , 18 किमी की ऊंचाई पर उड़ान भरते समय जमीन या समुद्र में 30 सेमी जितनी बड़ी वस्तुओं की पहचान कर सकता है.18 किमी या उससे कम की ऊंचाई पर उतरते समय यह किसी व्यक्ति के चेहरे और कपड़ों की पहचान भी कर सकता है जो कि टोही उपग्रहों की उन्नत पहचान क्षमता के बराबर ही पहचान क्षमता है.

काॅमरेड किम जंग उन ने रूसी रक्षा मंत्री शोइगु के साथ रक्षा प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए उन्हें सेब्यल-4 की परिचालन क्षमता के बारे में विस्तार से बताया. यदि यह ग्लोबल हॉक से कमतर होता, तो वे रक्षा मंत्री शोइगु को सेब्यल-4 की परिचालन क्षमता को इतने आत्मविश्वास से समझाने में सक्षम नहीं होते.

इन परिस्थितियों को देखते हुए, यह माना जा सकता है कि सेब्यल-4 में जबरदस्त टोही क्षमताएं हैं जो जमीन पर चल रहे लोगों और वाहनों की वास्तविक समय की छवियों को रिकॉर्ड और प्रसारित करती हैं और आसपास के जल में चलने वाले युद्धपोत और जहाज़ के भी.

8 जनवरी, 2021 को जनवादी कोरिया की वर्कर्स पार्टी की 8वीं कांग्रेस की एक रिपोर्ट में, महासचिव काॅमरेड किम जंग उन ने कहा, ‘निकट भविष्य में, टोही साधन विकसित करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण शोध परियोजना का आगाज किया जाएगा. जिसमें 500 किमी तक सटीक टोह लेने में सक्षम मानव रहित टोही विमान विकविकसित किया जाएगा.’

500 किमी का मोर्चा उत्तरी सीमांत क्षेत्र से दक्षिण कोरिया के सबसे बड़े बंदरगाह बुसान तक की बहुत लंबी दूरी है, और सेब्यल-4 में दक्षिण कोरिया की सीमा से लगते जनवादी कोरिया के शहर केसंग के ऊपर से उड़ान भरते समय बुसान शहर का सटीक टोह लेने की जबरदस्त क्षमता है.

यदि जनवादी कोरिया अपने उत्तरी फॉरवर्ड ज़ोन में सेब्यल -4 को लॉन्च करता है, तो वास्तविक समय में यह जानना संभव होगा कि बुसान नौसैनिक अड्डे पर लंगर डाले अमेरिकी रणनीतिक परमाणु पनडुब्बी पर कौन आ रहा है और जा रहा है. इतना ही नहीं सेब्यल-4 से जापान के ओकिनावा द्वीप में स्थित अमेरिकी सैनिक अड्डे की भी उपर से ही टोह ली जा सकती है.

ब्रिटेन, फ्रांस, जापान और रूस जैसे सैन्य प्रौद्योगिकी महाशक्तियां अभी तक इतनी जबरदस्त टोही क्षमताओं वाले रणनीतिक ड्रोन नहीं बना पा्ई हैं, इसका कारण यह है कि वे इन रणनीतिक ड्रोन में लगने वाले शक्तिशाली इंजन विकसित नहीं कर पाईं हैं.

जनवादी कोरिया ने खुद की तकनीक से सेब्यल- 4 में, धड़ के ऊपरी हिस्से के पीछे एक बड़ा इंजन लगाया है और यह इंजन 3,400 हॉर्स पावर के आउटपुट वाला बहुत शक्तिशाली इंजन है, जिसकी क्षमता 320 हाॅर्सपावर वाली 10 पैसेंजर कारों से भी अधिक है. सेब्यल-4 को उसके अमेरिकी समकक्ष ग्लोबल हाॅक की तरह ही अत्याधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी का संक्षिप्त रूप कहा जा रहा है.

24 घंटे दुश्मनों को निशाना बना सकने वाला बहुउद्देशीय हमलावर ड्रोन सेब्यल-9

जनवादी कोरिया द्वारा विकसित बहुउद्देश्यीय हमलावर ड्रोन सेब्यल-9 अमेरिकी साम्राज्य द्वारा संचालित MQ-9 रीपर ड्रोन के समान श्रेणी में है. रीपर यूएवी में 900 हॉर्स पावर का इंजन लगाया गया है. लेकिन ऐसा लगता है कि 900 हॉर्स पावर से अधिक क्षमता वाला इंजन उसी श्रेणी के सेब्यल-9 में लगाया गया है. इसका कारण यह है कि रीपर में चार हार्डपॉइंट (हथियार लगाने की जगह) की तुलना में, सेब्यल-9 में 6 हार्डपाॅइंट हैं और ज्यादा हथियार ले जाने के लिए ज्यादा हाॅर्सपावर वाला इंजन चाहिए.

रीपर की तुलना में, सेब्यल-9 की उड़ान सीमा 2,000 किमी, उड़ान ऊंचाई 15 किमी और परिचालन ऊंचाई 7.5 किमी होने का अनुमान है. यहां परिचालन ऊंचाई का मतलब वह ऊंचाई है जिस पर सेब्यल-9 जमीन या समुद्र में बढ़ते लक्ष्य की ओर ग्लाइड बम (Glide bomb) और इंफ्रारेड निर्देशित एंटी-टैंक मिसाइल (Infrared guided anti tank missile) छोड़ता है. सेब्यल-9 ,6 ग्लाइड बम या 12 इन्फ्रारेड निर्देशित एंटी-टैंक मिसाइलों से लैस हो सकता है. ग्लाइड बमों की रेंज 28 किमी है, और इन्फ्रारेड गाइडेड एंटी-टैंक मिसाइलों की रेंज 25 किमी है.

सेब्यल-9 25 किमी की दूरी से इन्फ्रारेड निर्देशित एंटी-टैंक मिसाइलों के द्वारा दक्षिण कोरिया की सेना की मुख्य शक्ति 7वीं मोबाइल कोर (제7기동군단) के टैंकों, स्व-चालित बंदूकों, बख्तरबंद वाहनों, पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों और हेलीकॉप्टरों को आसानी से खत्म कर सकता है.

चूंकि जनवादी कोरिया के केसंग से दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल की दूरी एक सीधी रेखा में 60 किमी है, इसलिए जनवादी कोरिया के उत्तरी ह्वांगहे प्रांत के ह्वांगजू में स्थित ह्वांगजू हवाई पट्टी से उड़ान भरने वाला सेब्यल-9 ड्रोन केवल 8 मिनट में सियोल के ऊपर उड़ान भर सकता है.और रात में चुपचाप सियोल के आसमान में प्रवेश कर , वास्तविक समय में सियोल शहर में घूम रहे लोगों और वाहनों पर नज़र रख सकता है, और फिर किसी भी समय हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल छोड़ सकता है.

(ऐसी ही मिसाइल का प्रयोग अमेरिकी साम्राज्यवाद द्वारा 3 जनवरी 2020 को किया गया, जब इराक के बगदाद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पार्किंग से देर रात को रीपर ड्रोन को उड़ाकर उससे छोड़े गए हवा से सतह में मार करने वाली मिसाइल AGM-114 से ड्राइविंग कर रहे ईरान के कुद्स सेना (Quds Force) के कमांडर कासिम सुलेमानी (Qasem Soleimani) और साथ में चल रहे इराक के पापुलर मोबिलाईजेशन फोर्स (Popular Mobilization Forces) के डिप्टी कमांडर अबू मादी अल मुहानदिस (Abu Mahdi al-Muhandis) की हत्या कर दी.)

इसके अलावा जनवादी कोरिया के केसंग से दक्षिण कोरिया के पश्चिमी तट के फ्यंगथेक में स्थित दुनिया के सबसे बड़े अमेरिकी सैनिक अड्डे कैम्प हम्फ्रीज (Camp Humphreys) तक की सीधी दूरी 120 किमी है. इसलिए ह्वांगजू हवाई पट्टी से उड़ान भरने वाला सेब्यल–9 15 मिनट में कैम्प हम्फ्रीज के आसमान के उपर रात में चुपचाप उड़ान भरकर वास्तविक समय में इस सैनिक अड्डे के भीतर जाने वाले लोगों और वाहनों की टोह ले सकता है और फिर आश्चर्यजनक रूप से हवा से सतह पर सटीक मार करने वाली मिसाइलें छोड़ सकता है.

इसके अलावा 27 जुलाई 2023 को राजधानी फ्यंगयांग के किम इल संग स्क्वेयर पर आयोजित सैनिक परेड में 8 तरह के रणनीतिक परमाणु हथियारों का भी प्रदर्शन किया गया.

सैन्य परेड में भाग लेने वाले आठ प्रकार के सामरिक परमाणु हथियारों में से एक 600 मिमी वाला बहुत बड़ा मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर, एक एयरो -1 प्रकार की रणनीतिक क्रूज़ मिसाइल, अनियमित कक्षीय उड़ान मिसाइल ह्लासंग-11 A, अनियमित कक्षीय उड़ान मिसाइल ह्वासंग-11 B और एक सुनामी परमाणु हथियार से लैस पानी के नीचे हमला करने वाला ड्रोन शामिल थे. कोरियाई पीपुल्स आर्मी की सामरिक परमाणु युद्ध इकाइयाँ वास्तविक लड़ाइयों में उपयोग किए जाने वाले 10 प्रकार के सामरिक परमाणु हथियारों का संचालन करती हैं, लेकिन उनमें से केवल पांच ने ही सैनिक परेड में भाग लिया.

अब अमेरिकी साम्राज्यवाद और उसके दुमछल्लों को समझना होगा कि पिछले 70 साल से जनवादी कोरिया के साथ युद्धविराम को शांति समझौते में बदलने का वक्त आ गया है. शांति समझौता करके युद्धविराम समाप्त करने का अर्थ अमेरिकी साम्राज्य की अंतिम हार है. वैसे भी जनवादी कोरिया ने 1950 के दशक में ही अमेरिकी साम्राज्यवाद को हार की कगार पर पहुंचा दिया था.

साथ ही शांति संधि पर हस्ताक्षर करने के परिणामस्वरूप अमेरिकी साम्राज्य को दक्षिण कोरिया पर अपना कब्जा छोड़ना पड़ेगा और उसे वहां से अपनी सारी सेनाऐं हटानी पड़ेगी. पर अमेरिकी साम्राज्य ने युद्धविराम अवधि के दौरान 70 वर्षों तक शांति समझौता शब्द का उल्लेख किए बिना जनवादी कोरिया के साथ अपने राजनीतिक-सैन्य टकराव को जारी रखा है, अमेरिकी साम्राज्यवाद के इस रुख को देखकर लगता नहीं है कि वो युद्धविराम समझौते को शांति समझौते के साथ प्रतिस्थापित करेगा. अब युद्ध की पुनरावृत्ति के साथ युद्धविराम समाप्त होने की ही संभावना बची है. युद्ध की पुनरावृत्ति अपरिहार्य है, संभावित नहीं.

कोई भी युद्ध वैचारिक और मानसिक तत्वों (लोगों) और सैन्य परिचालन तत्वों (हथियारों) द्वारा किया जाता है, लेकिन यह वैचारिक और मानसिक तत्व ही हैं जो युद्ध में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. युद्ध सशस्त्र बलों का टकराव है और साथ ही वैचारिक भावना का भी टकराव है, लेकिन कमजोर वैचारिक और मानसिक शक्ति वाली सेना एक बेकार सेना बन जाती है, भले ही उसके पास अत्याधुनिक हथियार हों.

अगर अमेरिकी साम्राज्यवादी सेना को ही देखें तो वो बढ़ती आत्महत्या, मानसिक बीमारी, यौन अपराध, कम शिक्षा, ड्रग्स, मोटापा और जघन्य अपराधों के दलदल में धीरे-धीरे गिरती जा रही है. 4 मई, 2022 को सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, विमानवाहक पोत यूएसएस जॉर्ज वाशिंगटन (USS George Washington) पर 12 महीने की अवधि में 7 चालक दल के सदस्यों की मृत्यु हो गई, जिनमें से चार ने आत्महत्या कर ली. इससे हैरान होकर, अमेरिकी नेवी अधिकारियों ने घातक मौत का कारण पता लगाने के लिए तत्काल जांच शुरू की, और यह खुलासा हुआ कि नौसेना के जवानों की मानसिक स्थिति बहुत कमजोर हो गई थी. इस हालात में 100 विमानवाहक पोत भी हों तो वे बेकार ही हैं.

इसके विपरीत, कोरियाई पीपुल्स आर्मी 70 सालों से निरंतर वैचारिक और नैतिक शिक्षा के माध्यम से सेना को मजबूत करने की राह पर चल रही है. कोरियाई पीपुल्स आर्मी चार प्रमुख सैन्य सुधारों को साकार करने का प्रयास कर रही है. चार प्रमुख सैन्य मजबूती का तात्पर्य वैचारिक और मानसिक मजबूती, नैतिक मजबूती, सामरिक मजबूती और सेना की विविधता की मजबूती से है,

और उनमें से सबसे महत्वपूर्ण हैं वैचारिक और मानसिक मजबूती और नैतिक मजबूती जिसमें जनवादी कोरिया जीत हासिल कर चुका है. और अब हथियारों के मामले में भी लगभग बराबरी की स्थिति में है. अब फिर से युद्ध छिड़ने की स्थिति में यही देखना है कि इस बार अमेरिकी साम्राज्य और उसके दुमछल्ले कितनी बुरी तरह से हारेंगे और यह निश्चित है कि इस बार अमेरिकी साम्राज्य की निर्णायक हार होगी.

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