सहारनपुर: अहमद फराज का एक शेर है…किसी को घर से निकलते ही मिल गई मंजिल, कोई हमारी तरह उम्र भर सफर में रहा…ये लाइनें वेस्ट यूपी के बड़े सियासी चेहरे के रूप में पहचान रखने वाले इमरान मसूद के ऊपर सटीक बैठती हैं। इमरान मसूद की 22 महीने के भीतर की तीन तस्वीरें देखने को मिली हैं। पहली जब वो कांग्रेस से सपा में आए। विधानसभा चुनाव के दौरान इमरान मसूद इस उम्मीद के साथ सपा में आए थे कि उनको टिकट मिलेगा, लेकिन उनको सपा ने टिकट नहीं दिया। कुछ दिन सपा में रहने के बाद मन ऊबा और सपा छोड़कर बसपा जॉइन की। ये वो समय था, जब यूपी में निकाय चुनाव होने वाले थे। हाल ही में कुछ दिन पहले ही मायावती ने बसपा से उनको दूध से मक्खी की तरह उनको निकालकर फेंक दिया। अब इमरान मसूद के सामने अपने पुराने घर यानी कांग्रेस के अलावा कोई और विकल्प नहीं दिखा। आखिरकार इमरान मसूद, अजय राय की मौजूदगी में शनिवार को कांग्रेस में वापसी कर की।सपा में इमरान आए बड़ी उम्मीद से पर पूरी न हुई मुराद
इमरान मसूद पांच साल तक कांग्रेस में रहे। 2022 यूपी विधानसभा चुनाव में इमरान मसूद ने कांग्रेस का साथ छोड़कर सपा में आ गए। जिस उम्मीद के साथ इमरान मसूद समाजवादी पार्टी में आए थे, वो उम्मीद उनकी पूरी नहीं हुई। सहारनपुर की नकुड़ से इमरान मसूद को टिकट न देकर सपा ने धर्म सिंह सैनी को टिकट दिया। हालांकि, सपा ये सीट नहीं जीत पाई थी। बीजेपी ने इस सीट पर भगवा झंडा लहराया था।
बसपा में आए तो पर मायावती ने एक झटके में बाहर किया
यूपी नगर निकाय चुनाव से पहले इमरान मसूद सपा का दामन छोड़ बसपा में शामिल हो गए। इमरान मसूद ने सहारनपुर नगर निगम सीट से अपनी भाभी खदीजा मसूद को चुनाव लड़वाया था, लेकिन जिताने में सफल नहीं हुए थे। बीजेपी के अजय कुमार ने जीत हासिल की थी। हार के बाद इमरान मसूद को बसपा सुप्रीमो ने ज्यादा तवज्जो नहीं दी। इमरान मसूद बसपा में रहते हुए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की तारीफ करने लगे, जो मायावती को नागवार गुजरा और उन्होंने इमरान मसूद को बाहर का रास्ता दिखा दिया।
कांग्रेस में इमरान मसूद की हुई वापसी
बसपा से निकाले जाने के बाद कांग्रेस के अलावा और कोई विकल्प नहीं था। वहीं, कांग्रेस वेस्ट यूपी में किसी बड़े नेता की तलाश में थी। ऐसे में इमरान मसूद कांग्रेस को इसलिए मुफीद लगे, क्योंकि इमरान मसूद पहले से ही कांग्रेस में थे। शनिवार को इमरान मसूद ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया। संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने उन्हें सदस्यता ग्रहण करवाई। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी मौजूद रहे। अब इमरान मसूद पर वेस्ट यूपी की बड़ी जिम्मेदारी कांग्रेस डाल सकती है। अगले साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं। बता दें कि इमरान मसूद का जन्म सहारनपुर के गंगोह में हुआ था।