एस पी मित्तल अजमेर
गाजा पट्टी के कट्टरपंथी संगठन हमास और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध में 17 अक्टूबर की रात को तब नया मोड़ आ गया जब गाजा के अल अहली अस्पताल पर एक रॉकेट गिरा और पांच सौ लोगों की मौत हो गई। इस हमले में तीन सौ लोग बुरी तरह जख्मी हो गए हैं। इजरायल की ओर से स्पष्ट किया गया है कि अस्पताल पर हमला उसने नहीं किया है बल्कि आतंकियों के मिस फायर की वजह से राकेट अस्पताल पर गिरा है। अस्पताल पर हमले से भले ही इजरायल इंकार करे, लेकिन इस्लामिक फोर्सेज इस मामले के लिए इजरायल को ही दोषी मान रही हैं। दुनिया भर की इस्लामिक फोर्सेज पहले ही इजरायल से युद्ध समाप्त करने की अपील कर रही है। लेकिन अब जब अस्पताल में भर्ती पांच सौ लोगों की मौत हो गई है, तब इस्लामिक फोर्सेज का गुस्सा और भड़केगा। हमास और इजरायल का युद्ध गत 7 अक्टूबर को शुरू हुआ था, जो 18 अक्टूबर तक जारी है। 18 अक्टूबर को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी इजरायल पहुंचे हैं। बाइडेन ने भी अस्पताल पर हमले की निंदा की है। माना जा रहा है कि बदली हुई परिस्थितियों में अमेरिका अब इस युद्ध हो समाप्त करने में भूमिका निभाएगा। अमेरिका को भी पता है कि यदि इस्लामिक फोर्सेज एकजुट होती हैं तो फिर विश्व युद्ध हो जाएगा। अमेरिका नहीं चाहता कि इजरायल के बहाने इस्लामिक फोर्सेज एकजुट हो। इस बीच ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई ने गाजा पट्टी पर इजरायल की बमबारी को बंद करने की चेतावनी दी है। अयातुल्ला अली खामनेई का कहना है कि यदि बमबारी बंद नहीं होती है तो दुनिया में इस्लामिक फोर्सेज को कोई नहीं रोक पाएगा। हो सकता है कि कई मुस्लिम देश एकजुट होकर इजरायल पर हमला करें। अस्पताल में पांच सौ लोगों की मौत के बाद दुनिया भर में इजरायल के विरुद्ध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। इसका असर भारत पर भी पड़ेगा। भारत में अनेक मुस्लिम संगठन पहले ही इजरायल की बमबारी का विरोध कर रहे हैं। यदि दुनिया के मुस्लिम देशों में विरोध बढ़ता है तो फिर भारत पर भी इसका असर पड़ेगा। भारत में मुसलमानों की आबादी करीब 25 करोड़ है, जोकि किसी भी मुस्लिम देश से ज्यादा है। अस्पताल में पांच सौ लोगों की मौत के बाद भारत ने भी सतर्कता को बढ़ाया जा रहा है। फिलहाल दुनिया की निगाहे जो बाइडेन के इजरायल दौरे पर लगी हुई है। बाइडेन के दौरे से पहले रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने भी इजरायल के पीएम नेतन्याहू से फोन पर बात की है। दुनिया भर के रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इजरायल और हमास का युद्ध बंद नहीं हुआ तो फिर हालात तेजी से बिगडेंगे। अस्पताल पर हमले के बाद दुनिया भर के मुस्लिम संगठन एकजुट हो रहे हैं। गंभीर बात यह है कि अस्पताल में पांच सौ लोगों के मरने के बाद भी गाजा पट्टी पर इजरायल के हमले बंद नहीं हो हुए हैं। इजरायल ने स्पष्ट कहा है कि जब तक गाजा पट्टी को नियंत्रण में नहीं लिया जाएगा तब तक युद्ध जारी रहेगा।