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*वेजाइनल गमी नहीं देती योनि को दुर्गन्ध से मुक्ति*

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       ~ डॉ. प्रिया

गमी को अब तक स्किन, हेयर और डायजेशन के लिए बढ़िया बताया जा रहा था। अब इसे वेजाइनल हेल्थ के लिए भी बढ़िया बताया जा रहा है। इन दिनों योनि स्वास्थ्य के लिए गमी विटामिन का प्रयोग तेजी से बढ़ा है। इसके बारे में बताया जाता है कि ये योनि को हेल्दी बनाते हैं। योनि की गंध  दूरकर फ्रेशनेस का एहसास दिलाते हैं। यहां तक कि यूटीआई इन्फेक्शन को भी दूर करते हैं। इसमें कितनी सच्चाई  है, आइये यहां जानते हैं।

*क्या बदबू से राहत दिला सकते हैं गम्मी?*

     वेजाइनल गमी के बारे में बताया जाता है कि यह कई तरीकों से योनि स्वास्थ्य को मजबूत करता है। इसमें गंध बदलने और योनि के पीएच स्तर को बदलकर ताजगी बढ़ाने और यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन की संभावना को कम करता है। यदि फैक्ट देखें, तो यह गलत होता है।

    प्रोबायोटिक्स और अनानास और क्रैनबेरी जूस में मौजूद विटामिन सी अम्लीय अवयवों को बढ़ा सकते हैं। इससे योनि और यूरिनरी ट्रैक्ट का पीएच या अम्लता प्रभावित हो सकती है। लेकिन योनि के पीएच को बदलने से योनि की गंध दूर नहीं होती है। 

*वेजाइनल गमी और वेजिनाइटिस :*

    वेजिनाइटिस योनि का संक्रमण है, जो योनि का पीएच बहुत अधिक होने पर होता है। हाई पीएच का मतलब है कि बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने के लिए योनि पर्याप्त रूप से अम्लीय नहीं है।

     वेजिनाइटिस के कारण मछली जैसी गंध आती है। योनि के पीएच को बदलकर गमी विटामिन योनि संक्रमण का इलाज नहीं कर सकती है।

*ओरल डायटरी सप्लीमेंट :*

      वेजिनाइटिस का सबसे आम प्रकार है बैक्टीरियल वेजिनोसिस कहा जाता है। बैक्टीरिया की अत्यधिक वृद्धि के कारण यह होता है। यह बैक्टीरिया आम तौर पर योनि में मौजूद होता है।

    कोई भी घटक जो योनि के वातावरण को बदलता है, उसमें स्वस्थ योनि के संतुलन को बिगाड़ने की क्षमता भी होती है। इस संतुलन को बदलने से समस्याएं और संक्रमण भी हो सकते हैं।

    बिना गायनेकोलोजिस्ट की सलाह के योनि स्वास्थ्य के लिए गमीज़ का प्रयोग कई तरह के स्वास्थ्य जोखिम को बढ़ाता है।

*किन चीज़ों से तैयार होता है गमी?*

   गमी विटामिन में जिलेटिन या अगर-अगर होता है, जो उन्हें चिपचिपा टेक्सचर देता है। जो लोग शाकाहारी या प्लांट बेस्ड आहार का पालन करते हैं, वे जिलेटिन से बचते हैं।

     गमी को तैयार करने में पशुओं के खुरों और हड्डियों का भी प्रयोग किया जाता है। अगर-अगर को कई क्षेत्रों में हेल्दी फ़ूड माना जाता है, लेकिन कुछ शोध इसके हेल्थ रिस्क भी बताते हैं।

    यह मुख्य रूप से ग्रेसिलेरिया, गेलिडियम और यूचेउमा शैवाल से तैयार किया जाता है।

     कुछ शोध में इसे कोलन कैंसर से बचाव करने वाला माना गया है, तो कुछ शोध के निष्कर्ष बताते हैं कि इससे कोलन ट्यूमर बढ़ता है।

    यदि आपको दुर्गंधयुक्त योनि स्राव, खुजली, जलन, हेवी ब्लड फ्लो जैसी समस्या होती है, तो किसी हेल्थकेयर प्रोफेशनल से सलाह लें। किसी सेलिब्रिटी के द्वारा विज्ञापन में बताई वेजाइनल गमी नहीं लें।

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