एक्ट्रेस और फिल्ममेकर पूजा भट्ट 8 मार्च को रिलीज होने जा रहे वेब शो ‘बॉम्बे बेगम्स’ से OTT पर डेब्यू करने जा रहीं। इस वेब सीरीज में उन्होंने स्टीमी सीन्स दिए हैं। इसके प्रमोशन के दौरान पूजा ने अपने पहले किसिंग सीन के पीछे का किस्सा सुनाया और बताया कि उस वक्त पिता महेश भट्ट ने उन्हें क्या सलाह दी थी। पूजा ने यह सीन अपने करियर की तीसरी फिल्म ‘सड़क’ (1991) में दिया था, जिसमें संजय दत्त लीड रोल में थे। फिल्म के निर्देशक और निर्माता महेश भट्ट थे।
तब मैं 18 साल की थी : पूजा
पूजा ने बताया, “जब मुझे अपने आइकॉन संजय दत्त के साथ किसिंग सीन देना था, तब मैं 18 साल की थी। मुझे उस इंसान को किस करना था, जिसके पोस्टर्स मेरे कमरे में लगे थे। मुझे याद है कि पापा ने मुझे एक तरफ ले जाकर कुछ ऐसा कहा, जो मुझे जिंदगीभर याद रहा। उन्होंने कहा था- पूजा अगर तुम इसे वल्गर महसूस करोगी तो यह वल्गर ही हो जाएगा। इसलिए तुम्हे किसिंग या लव मेकिंग सीन को इनोसेंस, ग्रेस और डिग्निटी के साथ अप्रोच करने की जरूरत है।”
राहुल बोस के साथ 19 साल बाद लौटीं
‘बॉम्बे बेगम्स’ में पूजा भट्ट के को-एक्टर राहुल बोस हैं। दोनों 19 साल बाद साथ काम कर रहे हैं। इससे पहले उन्हें एक साथ ‘एवरीबॉडी सेज आई एम फाइन’ (2002) में देखा गया था, जिसे राहुल बोस ने निर्देशत किया था।
पूजा ने एक इंटरव्यू में कहा, “राहुल बोस वो आखिरी इंसान हैं, जिन्होंने मुझे ‘एवरीबॉडी सेज आई एम फाइन’ में कास्ट करने की हिम्मत दिखाई। उन्होंने मुझे कोई चॉइस नहीं दी। वे मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं। सिनेमा से मेरा मोहभंग हो चुका था। जब राहुल ने मुझे रोल ऑफर किया तो मैंने कहा- ‘तुम कैसे दोस्त हो? मैं बीमार हूं और तुम रोल ऑफर कर रहे हो।’ तब उसने जोर डालकर कहा कि तान्या का किरदार तुमसे अच्छा कोई नहीं निभा सकता। मैं उनकी हमेशा ऋणी हूं।”