धनतेरस के दिन शुक्रवार को देशभर के सराफा बाजारों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के महासचिव सुरेंद्र मेहता ने बताया कि धनतेरस पर 42 टन सोने की बिक्री हुई। इसमें कीमतों में हालिया गिरावट की बड़ी भूमिका रही है। पिछले साल धनतेरस पर 39 टन सोना बिका था।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के मुताबिक, देशभर के सराफा बाजारों में सोने-चांदी का करीब 30,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। 27,000 करोड़ रुपये के सोने के आभूषणों और इससे बने अन्य उत्पादों की बिक्री हुई। चांदी का व्यापार भी करीब 3,000 करोड़ रुपये का हुआ। पिछले साल धनतेरस पर सराफा बाजारों में करीब 25,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था।
विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) के भारत के क्षेत्रीय सीईओ सोमसुंदरम पीआर ने कहा, सोने की कीमतें पिछले धनतेरस के मुकाबले अधिक हैं। हालांकि, उपभोक्ताओं में खरीदारी को लेकर भावनाएं सकारात्मक दिखीं। इस बार सोने की छड़ों और सिक्कों की भारी मांग देखने को मिली।
57 हजार वाहनों की हुई डिलीवरी
मारुति सुजुकी के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी शशांक श्रीवास्तव ने बताया कि धनतेरस पर इस बार पूरे उद्योग के स्तर पर 55,000 से 57,000 वाहनों की डिलीवरी की गई है। यह आंकड़ा पिछले धनतेरस की तुलना में 21 फीसदी अधिक है। पिछली बार करीब 45,000 वाहनों की डिलीवरी हुई थी।