कुछ समय पहले तक मध्यप्रदेश में एक मात्र सीएम फेस शिवराज सिंह चौहान थे, लेकिन पहले कहा गया कि बीजेपी बगैर सीएम फेस के एमपी में विधानसभा चुनाव लड़ेगी, लेकिन तब भी खतरा यह था कि यदि बीजेपी सत्ता में आ गई, तो सीएम तो शिवराज सिंह ही बन जाएंगे, लिहाजा तीन-तीन केंद्रीय मंत्रियों को भी विधानसभा चुनाव में उतार दिया, ताकि शिवराज सिंह की दावेदारी बेदम हो जाए?
बड़ा सवाल यह है कि- शिवराज सिंह चौहान की राह में सियासी कांटे काहे बिछाए जा रहे हैं?
दरअसल, मोदी टीम के समक्ष 2024 के पीएम फेस के लिए तीन बड़ी चुनौतियां हैं- केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ!
शिवराज सिंह चौहान लंबे समय से मुख्यमंत्री हैं और संघ के प्रिय मुख्यमंत्री हैं, इतना ही नहीं, सबसे बड़ी बात उम्र की है, राजनाथ सिंह जैसे नेता तो सत्ता से सेवानिवृत्ति की उम्र के करीब हैं, लिहाजा उनकी ओर से कोई सियासी खतरा नहीं है, जबकि…. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, ये तीनों अभी 70 के करीब भी नहीं पहुंचे हैं, जाहिर है…. ये तीनों पीएम फेस के लिए सबसे तगड़े दावेदार हैं, क्योंकि नरेंद्र मोदी तो बहुत तेजी से सियासी सेवानिवृत्ति की उम्र 75 साल के करीब पहुंच रहे हैं?
सीटों के नजरिए से देखें तो योगी आदित्यनाथ के राज्य यूपी में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें हैं, फिर नितिन गडकरी के महाराष्ट्र में ज्यादा सीटें हैं, फिर शिवराज सिंह के मध्यप्रदेश में हैं, गुजरात में इन तीनों राज्यों से कम लोकसभा सीटें हैं!
सियासी सयानों का मानना है कि यदि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सियासी ताकत इसी तरह बढ़ती रही, तो…. पीएम नरेंद्र मोदी की विदाई के बाद अमित शाह को प्रधानमंत्री बनाना आसान नहीं रहेगा, यही वजह है कि- शिवराज सिंह चौहान की राह में लगातार सियासी कांटे बिछाए जा रहे हैं?