मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना को लेकर कांग्रेस और भाजपा में महामंथन जारी है। दोनों ही दलों ने रविवार को काउंटिंग के लिए अपने-अपने प्रत्याशियों को प्रशिक्षण दिया। जहां कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों को भोपाल बुलाया था। वहीं भाजपा ने वर्चुअली ट्रेनिंग दी। बता दें, प्रदेश में 17 नवंबर को 230 सीटों पर मतदान हुआ। अब सभी को मतगणना का इंतजार है। ये पहला मौका है जब परिणाम के लिए इतना लंबा समय लग रहा है।
कांग्रेस बोली- हर राउंड का प्रमाण लें
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में रखे गए इस प्रशिक्षण में कांग्रेस के लगभग सभी 230 प्रत्याशी शामिल हुए। ये ट्रेनिंग दो चरणों में दी गई। पहला चरण सुबह 11 बजे से शुरू हुआ। इसमें रीवा, शहडोल, जबलपुर, ग्वालियर-चंबल संभाग के प्रत्याशी शामिल हुए। इसके बाद दूसरी पाली में दोपहर 2:30 बजे से ट्रेनिंग शुरू हुई। इसमें इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, भोपाल और सागर संभाग के प्रत्याशियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रत्याशियों के साथ ही पोलिंग एजेंट को भी ट्रेनिंग दी गई। इस दौरान प्रत्याशियों और एजेंट्स को बताया गया कि उन्हें ईवीएम के हर राउंड के बाद उसका प्रमाण पत्र लेना है। इसके साथ ही डाक मत पत्रों की गिनती के समय अलर्ट रहना है। इसके साथ ही कहा गया कि कुछ अधिकारी गड़बड़ कर सकते हैं। उन पर नजर रखें।
भाजपा में अध्यक्ष ने दी ट्रेनिंग
भाजपा ने भी 3 दिसंबर को होने वाली काउंटिंग के लिए अपने सभी उम्मीदवार और पोलिंग एजेंट को तैयार किया है। इसके लिए खुद प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने मोर्चा संभाला। उन्होंने पार्टी मुख्यलाय से सभी प्रत्याशियों से वर्चुअली संपर्क साधा। उनके साथ पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी मौजूद रहे। शर्मा ने सभी को बताया कि काउंटिंग के दौरान सभी को अपनी पूरी नजर बनाए रखना है। कोई लापरवाही नहीं बरतना है। कुछ भी गड़बड़ नजर आने पर सीधे वरिष्ठ नेताओं से संपर्क करना है।