अमित शुक्ला
नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा को संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन बड़ा झटका लग सकता है। लोकसभा की एथिक्स कमिटी टीएमसी सांसद पर अपनी रिपोर्ट को 4 दिसंबर को निचले सदन में पेश करेगी। इस रिपोर्ट में तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा को ‘रिश्वत लेकर सवाल पूछने’ के मामले में सदन से निष्कासित करने की सिफारिश की गई है। लोकसभा सचिवालय की लिस्ट ऑफ बिजनस के अनुसार, आचार समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर समिति की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखेंगे। समिति ने गत 9 नवंबर को एक बैठक में मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश करते हुए अपनी रिपोर्ट स्वीकार की थी।
समिति के छह सदस्यों ने रिपोर्ट के पक्ष में मतदान किया था। इसमें कांग्रेस सांसद परनीत कौर भी शामिल थीं। उन्हें पहले ही पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। विपक्षी दलों से संबंधित समिति के चार सदस्यों ने असहमति नोट प्रस्तुत किए।
विपक्षी सदस्यों ने रिपोर्ट को ‘फिक्स्ड मैच’ (पहले से नतीजा तय किया हुआ मैच) करार दिया था। कहा था कि बीजेपी के लोकसभा सदस्य निशिकांत दुबे की शिकायत के पक्ष में कुछ सबूत नहीं दिए गए थे। अगर सदन इस रिपोर्ट को अनुमोदित कर देता है तो मोइत्रा की सदस्यता खत्म हो जाएगी। संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है और 22 दिसंबर तक चलेगा।
ओम बिरला को भेजी जा चुकी है रिपोर्ट
महुआ मोइत्रा मामले में एथिक्स कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट को पिछले महीने 10 नवंबर को ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भेज दिया था। पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में लोकसभा अध्यक्ष बिरला के निर्देश पर पूरे मामले की जांच कर एथिक्स कमेटी ने लगभग 500 पन्नों की अपनी रिपोर्ट तैयार की थी, जिसे एथिक्स कमेटी की बैठक में 6-4 के अंतर से मंजूर कर लिया था।
सूत्रों के मुताबिक, एथिक्स कमेटी ने महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों को काफी गंभीर मानते हुए उनके आचरण को आपत्तिजनक और अनैतिक करार दिया है। इसी को आधार बनाकर कमेटी ने महुआ की संसद सदस्यता रद्द करने या फिर गहन जांच की रिपोर्ट आने तक उनकी सदस्यता निलंबित करने की सिफारिश की है। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में भारत सरकार से इस पूरे मामले की समयबद्ध, गहन, कानूनी और संस्थागत जांच की सिफारिश करते हुए महुआ मोइत्रा और दर्शन हीरानंदानी के बीच पैसों के लेन-देन की भी गहन जांच करने की सिफारिश की है।
महुआ मोइत्रा के खिलाफ और क्या कहती हैं रिपोर्ट?
कमेटी ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की सिफारिश की है। संसद का शीतकालीन सत्र, 4 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है और इसके 22 दिसंबर तक चलने की संभावना है। शीतकालीन सत्र के 19 दिनों के दौरान 15 बैठकें होंगी। शीतकालीन सत्र के एजेंडे पर चर्चा करने के लिए सरकार ने 2 दिसंबर को सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है।